अवैध बांग्लादेशी नागरिकों खिलाफ सख्त एक्शन, सड़क पर निकाली गई परेड

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा रही है... गुजरात के सूरत

4पीएम न्यूज नेटवर्कः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया…. इस हमले के बाद केंद्र और राज्य सरकारों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए देशभर में ताबड़तोड़ कार्रवाइयों का सिलसिला शुरू कर दिया है…… गुजरात के अहमदाबाद….. और सूरत शहरों में पुलिस और क्राइम ब्रांच ने एक बड़े अभियान के तहत 550 से अधिक अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया है…… अहमदाबाद के चंदोला इलाके में शनिवार तड़के शुरू हुए इस मेगा ऑपरेशन में 457 संदिग्ध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया….. जबकि सूरत में 100 से अधिक बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए….. यह कार्रवाई गृह मंत्रालय, पुलिस आयुक्त, और पुलिस महानिदेशक के सीधे निर्देशों पर की गई…… जिसका मकसद अवैध प्रवासियों की पहचान, हिरासत, और निर्वासन के जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना है……

पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने न केवल देश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए…… बल्कि अवैध प्रवासियों और घुसपैठियों के मुद्दे को भी केंद्र में ला दिया…… इस हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संपर्क कर अवैध प्रवासियों और संदिग्ध विदेशी नागरिकों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए…… खास तौर पर भाजपा शासित राज्यों में इस अभियान को और तेज कर दिया गया…… गुजरात, जो पहले से ही अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की मौजूदगी को लेकर संवेदनशील रहा है…… इस दिशा में सबसे आगे रहा….. अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस शरद सिंघल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया….. “गृह मंत्री, पुलिस आयुक्त, और डीजीपी के निर्देश पर हमने अप्रैल 2024 से अब तक दो एफआईआर दर्ज की हैं…… 127 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया…… जिनमें से 77 को निर्वासित किया जा चुका है……. हमें खुफिया सूचनाएं मिली थीं कि चंदोला इलाके में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहे हैं……. आज सुबह 3 बजे से शुरू हुए तलाशी अभियान में 457 लोगों को हिरासत में लिया गया है……

अहमदाबाद का चंदोला तालाब इलाका लंबे समय से अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों का केंद्र रहा है…… खुफिया सूचनाओं के आधार पर क्राइम ब्रांच, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप आर्थिक अपराध शाखा जोन-6 पुलिस…… और मुख्यालय की संयुक्त टीमों ने शनिवार तड़के इस इलाके में बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू की……. डीसीपी (क्राइम ब्रांच) अजीत राजियन ने बताया कि यह अभियान चार महीने की गहन निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर चलाया गया…… चंदोला, दानी लिमड़ा, शाह-ए-आलम, और कुबेरनगर जैसे क्षेत्रों में अवैध प्रवासियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई थी…… हिरासत में लिए गए लोगों के पास से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, और अन्य पहचान पत्र बरामद हुए, जो मानव तस्करी…… और जाली दस्तावेजों के बड़े नेटवर्क की ओर इशारा करते हैं……

पुलिस सूत्रों के अनुसार ये प्रवासी छोटे-मोटे कामों में लगे थे……. लेकिन कुछ मानव तस्करी, वेश्यावृत्ति, और हवाला के जरिए पैसे के लेन-देन जैसे गैरकानूनी गतिविधियों में भी शामिल थे…… जेसीपी शरद सिंघल ने कहा कि हम इन लोगों की पहचान कई आधारों पर कर रहे हैं…… उनके आईडी कार्ड कब बने, उनका जन्म कहां हुआ…… उनके माता-पिता कहां हैं, वे कब-कब बांग्लादेश गए…… और अभी वे किन लोगों के संपर्क में हैं….. पूछताछ के बाद निर्वासन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी…… अहमदाबाद के साथ-साथ सूरत पुलिस ने भी उधना, कतारगाम, महीधरपूरा, पांडेसरा, सलाबतपुर, और लिम्बायत जैसे इलाकों में रातभर छापेमारी की……. सूरत के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), डिटेक्टिव क्राइम ब्रांच (डीसीबी), एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू), और प्रिवेंटिव क्राइम ब्रांच (पीसीबी) की संयुक्त टीमों ने 100 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया……. सूरत के डीसीपी राजदीप सिंह नकुम ने बताया कि पकड़े गए सभी लोग फर्जी दस्तावेजों के सहारे सालों से सूरत में रह रहे थे……. इनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं…….. और पूछताछ के बाद इन्हें निर्वासित करने की प्रक्रिया शुरू होगी……

वहीं इस अभियान ने अवैध प्रवासियों को भारत में बसाने वाले संगठित नेटवर्क की पोल भी खोल दी…… दिल्ली पुलिस की एक हालिया जांच में पता चला था कि बांग्लादेशी नागरिकों को असम के रास्ते भारत में घुसपैठ कराने के बाद दिल्ली….. और अन्य शहरों में बसाया जाता है….. ये नेटवर्क फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी……. और अन्य सरकारी दस्तावेज बनवाने में मदद करते हैं…… सूरत में पकड़ी गई एक महिला ने खुलासा किया कि उसने बांग्लादेशी एजेंट को 15,000 टका देकर भारत में अवैध प्रवेश किया था…… बता दें कि अहमदाबाद क्राइम ब्रांच अब इन फर्जी दस्तावेजों को बनाने वाले नेटवर्क की तलाश में जुट गई है…… पुलिस को संदेह है कि स्थानीय स्तर पर कुछ लोग इन प्रवासियों को नौकरी, आवास……. और दस्तावेज उपलब्ध कराने में मदद कर रहे हैं…… जेसीपी शरद सिंघल ने कहा कि हमारा उद्देश्य न केवल अवैध प्रवासियों को हटाना है…… बल्कि उन संगठित नेटवर्क को भी तोड़ना है…… जो मानव तस्करी और जाली दस्तावेजों की आपूर्ति में शामिल हैं……

आपको बता दें कि पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वैध वीजा रद्द करने का फैसला लिया…… और अवैध प्रवासियों के खिलाफ देशव्यापी अभियान शुरू किया……. गुजरात में यह कार्रवाई इसी रणनीति का हिस्सा है……. पिछले साल भी अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने चंदोला तालाब से 50 से अधिक अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया था……. जिनमें से 15 को फरवरी 2025 तक निर्वासित किया गया…… मार्च 2025 तक 35 अन्य के निर्वासन की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है…… पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा……. अन्य संवेदनशील इलाकों में भी इसी तरह की कार्रवाइयां की जाएंगी…….. शहरवासियों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अवैध निवासियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें…….

 

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