पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर पहुंचे अतुल कुलकर्णी, अशोक पंडित ने दी ये सलाह

अशोक पंडित ने एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि अतुल कुलकर्णी को केवल कश्मीर की सुंदरता ही नहीं, बल्कि वहां से विस्थापित हुए हिंदू रिफ्यूजियों की भी सच्चाई देखनी चाहिए।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः 22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है। इस हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिससे आमजन और राजनीतिक व फिल्मी जगत की हस्तियों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। हमले के कुछ दिनों बाद बॉलीवुड एक्टर अतुल कुलकर्णी ने पहलगाम का दौरा किया। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कश्मीर आएं और उसकी खूबसूरती को देखें। उन्होंने सोशल मीडिया और बयानों के जरिए कश्मीर पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कही।

हालांकि, उनके इस बयान पर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने प्रतिक्रिया दी है। अशोक पंडित ने एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि अतुल कुलकर्णी को केवल कश्मीर की सुंदरता ही नहीं, बल्कि वहां से विस्थापित हुए हिंदू रिफ्यूजियों की भी सच्चाई देखनी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि अतुल कुलकर्णी जब कश्मीर से लौटें तो जम्मू में रह रहे उन रिफ्यूजियों से जरूर मिलें, जो वर्षों से अपने घर वापस जाने की राह देख रहे हैं।

अतुल कुलकर्णी को लेकर क्या बोले अशोक पंडित?
अशोक पंडित ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें पहले अतुल कुलकर्णी बोल रहे हैं और फिर उनकी इस बात पर उन्होंने रिएक्ट किया है. इसपर उन्होंने एक लंबा कैप्शन भी लिखा, ‘प्रिय दोस्त अतुल कुलकर्णी, कश्मीर पहले से इस्लामिक जिहाद की वजह सफर कर रहा है, और मैं उन बड़े पीड़ितों में एक हूं. निर्दोष लोगों की जान वहां गई है. घाटी में पर्यटकों की संख्या कश्मीर में नॉर्मल सिचुएशन नहीं बताती है. इसलिए अगर आप वहां चल रही एक्टिविटी का हिस्सा बनना चाहते हैं तो उसके बारे में गहराई से पढ़ें, वरना पीड़ितों का मजाक ना बनाएं..

‘सच तो ये है कि वहां हत्याएं और कश्मीरी पंडितों का नरसंहार धर्म के आधार पर हुआ है. किसी समस्या का समाधान खोजने के लिए उसे एक्सेप्ट करना जरूरी है. कश्मीरियत शब्द एक दिखावा है और इसका इस्तेमाल इस्लामिक जिहाद के सपोर्टर्स अपने गलत कामों को छिपाने के लिए ढाल के तौर पर करते हैं. पहलगाम हमला समेत सभी हमले भारत के खिलाफ अघोषित युद्ध ही है.’

अतुल कुलकर्णी ने क्या कहा था?
शेयर किए गए वीडियो की शुरुआत में अतुल कुलकर्णी ने मीडिया से कहा था, ’90 प्रतिशत बुकिंग्स जो हैं वो कैंसिल हो चुकी हैं यहां पे, मुझे लगा जो ये संदेश है आतंकवादी का वो ये है कि आप हमारे कश्मीर में आइएगा मत. यही तो संदेश वो दे रहे हैं टूरिस्ट को, तो मैंने कहा कि भाई ये तो नहीं होगा, ये तो हमारा कश्मीर है, हमारा देश है, हम तो आएंगे भाई, हम आपकी बात नहीं सुनेंगे. यही तो जवाब हर भारतीय को देना चाहिए उन लोगों को. मुझे लगा ये संदेश मैं मुंबई में बैठकर तो नहीं दे सकता, मुझे यहां आना चाहिए और लोगों को बताना चाहिए, कि मैं आया हूं आप भी आइए.’

अशोक पंडित का रिएक्शन वायरल
अतुल कुलकर्णी की इस बात पर अशोक पंडित ने कहा, ‘अतुल जी, मैं आपसे एक दो चीजों का जिक्र करना चाहूंगा. मैं आपके इरादों पर संदेह नहीं करता बिल्कुल भी, लेकिन मैं एक आतंकी हमले से आहत हुआ, कश्मीरी पंडित होने के नाते मैं आपसे एक-दो चीजें शेयर करना चाहूंगा. कश्मीर के हालात, टूरिज्म से उसका तालमेल नहीं हो सकता, आज तक वहां जितने भी आतंकी हमले हुए हैं पीड़ित हमेशा कश्मीरी हिंदू ही रहा है. हम सभी अपने ही देश में रिफ्यूजी बनकर रहे हैं, इन सभी चीजों के बारे में पता तो होगा ही आपको.’

‘लेकिन मैंने कभी आपको कश्मीर आते हुए देखा नहीं, बल्कि हमारे कई लोक जम्मू में 35 सालों से रिफ्यूजी बनकर कैंप में रह रहे हैं और मैंने कभी आपको ना आते देखा और ना जिक्र करते देखा. ये मेरा रोस्ट नहीं हैं आपके प्रति, ये मेरा दुख है और सवाल मेरे अंदर उठते हैं कि अचानक ये सिलेक्टिव एक्टिविज्म क्या है. उम्मीद करता हूं कि आप बुरा नहीं मानेंगे. पहलगाम अटैक के बाद भी मैंने नहीं पढ़ा ना मैंने सुना कि आपने कहा हो कि उन लोगों ने हिंदुओं को मारा, क्यों मारा या कुछ भी. मुझे लगता है कि आपको सामने आकर इस्लामिक जिहाद के खिलाफ खुलकर बात करनी चाहिए.”

वो कहते हैं कि- ‘इसके पहले अमरनाथ पर अटैक हुआ, उरी या पुलवामा में हुआ. तो आपका कश्मीर इस तरह से जाना नहीं हुआ. मेरा भी मानना है कि इस्लामिक जिहाद इस बार खुलकर हुआ और मुझे लगता है कि लोगों को आगे आना चाहिए. मेरी एक राय है कि कश्मीर से आप जम्मू होकर आएं और जहां पर कई हिंदू पिछले 35 सालों से रह रहे रिफ्यूजी से जरूर से मिलें.’

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