अपमानजनक भाषा मामले में अनुब्रत मंडल फिर नहीं हुए पेश, खराब सेहत का दिया हवाला
पुलिस अधिकारी के साथ अपमानजनक भाषा में बात करने के मामले में उन्हें रविवार, 1 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने खराब सेहत का हवाला देते हुए पेश होने में असमर्थता जताई।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता और बीरभूम जिले के पूर्व अध्यक्ष अनुब्रत मंडल एक बार फिर पुलिस की पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए। पुलिस अधिकारी के साथ अपमानजनक भाषा में बात करने के मामले में उन्हें रविवार, 1 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने खराब सेहत का हवाला देते हुए पेश होने में असमर्थता जताई।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह दूसरा मौका है जब मंडल पूछताछ के लिए तय समय पर नहीं पहुंचे। इससे पहले भी उन्हें शनिवार सुबह जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने तब भी अनुपस्थिति दर्ज कराई थी। अनुब्रत मंडल की ओर से उनके करीबी सहयोगी गगन सरकार बोलपुर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) कार्यालय पहुंचे। गगन सरकार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि मंडल की तबीयत काफी खराब है और डॉक्टरों ने उन्हें पूर्ण रूप से आराम करने की सलाह दी है, इसलिए वह पुलिस के समक्ष पेश नहीं हो सके।
मंडल की तरफ से उनका एक करीबी सहयोगी गगन सरकार बोलपुर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) कार्यालय में पेश हुआ था, जिसने पत्रकारों के बात करते हुए बताया कि तृणमूल के बीरभूम जिले के पूर्व अध्यक्ष (अनुब्रत मंडल) काफी ज्यादा बीमार हैं और डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है, जिसकी वजह से वो आज नहीं आ सके.
‘एआई के इस्तेमाल से बदली आवाज’
इसके साथ ही गगन सरकार ने यह भी दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत मंडल ने किसी को फोन नहीं किया और एक पुलिस अधिकारी के साथ फोन पर बातचीत के दौरान उनकी आवाज कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग करके गढ़ी गई थी. उन्होंने कहा कि मंडल अस्वस्थ हैं और उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है. उन्होंने किसी को फोन नहीं किया था और जो आवाज सुनी गई थी, वह एआई का उपयोग करके बनाई गई थी.
TMC नेता पर क्या है आरोप
दरअसल तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल पर एक पुलिस अधिकारी के साथ फोन पर बातचीत के दौरान कथित तौर पर अपमानजनक भाषा और गाली गलौज करने का आरोप है. मामले में पूछताछ के लिए उन्हें रविवार को सुबह 11 बजे एसडीपीओ कार्यालय में पुलिस के समक्ष पेश होने को कहा गया था. हालांकि वो नहीं पहुंचे. वहीं बाद में मंडल के वकील एसडीपीओ कार्यालय में पेश हुए और दावा किया कि उनके नेता मंडल को फंसाया गया है और ये उनके खिलाफ एक बड़ी साजिश है.
मंडल ने मांगी माफी
वहीं तृणमूल ने पुलिस अधिकारी के साथ मंडल द्वारा कथित रूप से इस्तेमाल की गई अपमानजनक भाषा और गाली गलौज की निंदा की. पार्टी के बयान के करीब एक घंटे बाद मंडल ने लिखित माफी मांगते हुए कहा कि वह कभी किसी पुलिसकर्मी का अपमान करने की कल्पना नहीं कर सकते, चाहे वह एक साधारण कांस्टेबल हो या कोई वरिष्ठ अधिकारी.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ऑडियो
ये पूरा मामला बीते शुक्रवार को एक ऑडियो क्लिप के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सामने आया था. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए टीएमसी नेता के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की और बाद में टीएमसी कार्यालय में उनके लिए नोटिस जारी किया गया.



