आतंकी और पीड़ित को एक तराजू में तोलना अस्वीकार्य: विदेश मंत्री जयशंकर का कड़ा संदेश
जयशंकर का यह बयान जो वैश्विक समुदाय को एक साफ मैसेज देने की कोशिश लग रही है, जिसमें पिछले महीने भारत-पाक के बीच 4 दिनों की सैन्य झड़पों के बाद कई देशों द्वारा भारत और पाकिस्तान को एक साथ रखने पर नई दिल्ली में बढ़ी बेचैनी के बीच आया है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक बार फिर आतंकवाद के प्रति भारत की “कतई बर्दाश्त नहीं” (Zero Tolerance) नीति को दोहराते हुए कहा कि भारत अपने सहयोगी देशों से यह अपेक्षा करता है कि वे इस नीति को गंभीरता से समझें और समर्थन दें।
शनिवार को ब्रिटेन के नए विदेश मंत्री डेविड लैमी के साथ हुई द्विपक्षीय बैठक में जयशंकर ने स्पष्ट कहा, “हम आतंकवाद के खिलाफ ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ करने की नीति का पालन करते हैं, और यह उम्मीद करते हैं कि हमारे सहयोगी देश इसे अच्छे से समझेंगे। हम
कभी भी बुराई करने वालों को इसके पीड़ितों के बराबर नहीं मान सकते।”
जयशंकर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को लेकर कुछ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दोनों देशों को एक ही स्तर पर रखे जाने की कोशिशें हो रही हैं। भारत ने इस सोच का लगातार विरोध किया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की यह नीति सिर्फ एक राजनीतिक स्टैंड नहीं, बल्कि सुरक्षा और मानवता के मूल्यों पर आधारित है। “जो आतंकवाद फैलाते हैं, वे और उनके शिकार—दोनों को एक समान मानना अन्यायपूर्ण है,” जयशंकर ने जोर देकर कहा। जयशंकर और लैमी की यह बैठक भारत-ब्रिटेन रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिहाज़ से भी अहम मानी जा रही है। दोनों नेताओं ने वैश्विक सुरक्षा, क्षेत्रीय स्थिरता और आर्थिक सहयोग पर भी चर्चा की। जयशंकर का यह बयान जो वैश्विक समुदाय को एक साफ मैसेज देने की कोशिश लग रही है, जिसमें पिछले महीने भारत-पाक के बीच 4 दिनों की सैन्य झड़पों के बाद कई देशों द्वारा भारत और पाकिस्तान को एक साथ रखने पर नई दिल्ली में बढ़ी बेचैनी के बीच आया है.
कल PM मोदी से मिले डेविड लैमी
ब्रिटिश विदेश मंत्री लैमी कल सुबह दिल्ली पहुंचे और कुछ घंटे बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जिन्होंने सीमा पार से हो रहे आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में ब्रिटेन के समर्थन की सराहना की. बैठक के बाद, विदेश मंत्रालय ने बताया कि ब्रिटिश विदेश मंत्री ने पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की, जबकि पीएम मोदी ने आतंकवाद और इसका समर्थन करने वालों के खिलाफ निर्णायक अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की जरुरत पर बल दिया.
PM मोदी ने की समर्थन की सराहना
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर अपने एक पोस्ट में कहा, “हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी में उल्लेखनीय तरक्की हुई है और इसमें उनके महत्वपूर्ण योगदान की सराहना करता हूं, जिसे हाल ही में संपन्न एफटीए ने और मजबूत किया है. सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की जंग में ब्रिटेन की ओर से किए गए समर्थन की सराहना करता हूं.”
विदेश मंत्रालय के अनुसार, पीएम मोदी ने दोनों देशों भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते और दोहरे योगदान सम्मेलन ( DCC) के
हाल ही में संपन्न होने को एक “रणनीतिक मील का पत्थर” करार दिया, जो अलग-अलग क्षेत्रों में साझेदारी की संभावनाओं को खोलेगा. साथ ही इसमें आगे कहा गया है कि पीएम मोदी ने अपने ब्रिटेन के समकक्ष पीएम कीर स्टारमर को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दीं और “जल्द से जल्द” भारत आने का न्यौता भी दोहराया. विदेश मंत्री लैमी के साथ बैठक में अपने उद्घाटन भाषण में, जयशंकर ने पहलगाम आतंकवादी हमले की “बर्बर” निंदा करने और आतंकवाद के खिलाफ जंग में नई दिल्ली तथा लंदन की एकजुटता और समर्थन के लिए ब्रिटेन को धन्यवाद भी दिया.
जयशंकर ने एक बार फिर यह साफ करते हुए कहा, “हम आतंकवाद के खिलाफ ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ करने की नीति का पालन करते हैं और यह उम्मीद भी करते हैं कि हमारे सहयोगी देश इसे अच्छे से समझेंगे, और हम कभी भी बुराई करने वालों को इसके पीड़ितों के बराबर नहीं मानेंगे.” लैमी भारत आने से पहले इस्लामाबाद का दौरा कर चुके हैं. वह पिछले महीने 16 मई से दो दिवसीय दौरे पर इस्लामाबाद गए थे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष को खत्म करने के फैसले का स्वागत किया. साथ ही जयशंकर ने हाल में हुए भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) और दोहरे अंशदान समझौते को मील का पत्थर करार दिया. लैमी ने भी कहा कि भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता करना दोनों देशों की महत्वाकांक्षाओं की शुरुआत मात्र है.



