Ahmedabad Plane Crash: क्या थे पायलट के आखिरी शब्द? अब खुलेगा राज
अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में पायलट सुमित सबरवाल के आखिरी शब्द थे... विमान ऊपर नहीं उठ रहा... थ्रस्ट नहीं मिल रहा, अब हम बचेंगे नहीं...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः 12 जून 2025 को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक भयानक विमान हादसा हुआ…… जिसने पूरे देश को हिला दिया…… एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171……. अहमदाबाद से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रही थी……. टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद मेहमानीनगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई……. इस हादसे में 275 लोगों की जान चली गई……. जिसमें चार एमबीबीएस छात्र भी शामिल थे……. इस दुर्घटना ने न केवल यात्रियों…… और चालक दल के परिवारों को…… बल्कि पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया……
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान थी…… जो 12 जून 2025 को दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद हवाई अड्डे के रनवे 23 से उड़ान भरने के लिए तैयार थी…… इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे……. जिसमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे…… यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक थे……. इनमें 104 पुरुष, 112 महिलाएं और 14 बच्चे….. जिनमें दो नवजात शिशु भी शामिल थे…… विमान का नेतृत्व अनुभवी पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल कर रहे थे……. जिनके पास 8,200 घंटे का उड़ान अनुभव था….. उनके साथ सह-पायलट क्लाइव कुंदर थे…… जिनके पास 1,100 घंटे का उड़ान अनुभव था……
बता दें कि विमान ने दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरी……. लेकिन कुछ ही सेकंड बाद……. जब यह लगभग 650-825 फीट की ऊंचाई पर था…… यह तेजी से नीचे गिरने लगा…… पायलट सुमित सभरवाल ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को आपातकालीन कॉल…… यानी “मेडे, मेडे, मेडे” भेजा…… उनके आखिरी शब्द थे विमान ऊपर नहीं उठ रहा…… थ्रस्ट नहीं मिल रहा…….. अब हम बचेंगे नहीं…….. यह संदेश केवल 4-5 सेकंड का था……. जिसके बाद विमान से कोई संपर्क नहीं हो सका…… दोपहर 1:40 बजे विमान मेहमानीनगर क्षेत्र में बीजे मेडिकल कॉलेज के परिसर में एक हॉस्टल से टकरा गया…….. जिसके बाद यह आग के गोले में बदल गया……
बता दें कि हादसे की जगह से भारी काला धुआं उठता देखा गया….. और आसपास के क्षेत्र में आग की लपटें और धमाकों की आवाज सुनाई दी…… विमान में लंदन के लिए लंबी उड़ान के लिए भरा गया ईंधन इस विस्फोट को और भयानक बना गया…… इस हादसे में न केवल विमान में सवार लोग प्रभावित हुए……. बल्कि जमीन पर मौजूद लोग भी इसकी चपेट में आए…..
इस हादसे में कुल 275 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है…… इनमें 241 यात्री और चालक दल के सदस्य थे……. जबकि बाकी 34 लोग बीजे मेडिकल कॉलेज के परिसर में मौजूद थे……. जिनमें डॉक्टर, कर्मचारी, छात्र और उनके परिवार शामिल थे…… फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार…… इस हादसे में चार एमबीबीएस छात्र, एक पीजी रेजिडेंट डॉक्टर और एक सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर की पत्नी की भी मौत हुई…… इसके अलावा 60 से अधिक मेडिकल छात्र घायल हुए…….
आश्चर्यजनक रूप से इस हादसे में एक ब्रिटिश नागरिक……. जो सीट 11A पर बैठा था….. जीवित बच गया…… उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया……. जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है……. हालांकि मृतकों की संख्या इतनी अधिक थी कि शवों की पहचान करना एक बड़ी चुनौती बन गया……. कई शव इतने जल गए थे कि उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्टिंग की जा रही है……. अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में 265 शवों को लाया गया……. जहां पहचान और पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया जारी है……
आपको बता दें कि हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी मौत हो गई….. वह अपनी बेटी और पत्नी से मिलने लंदन जा रहे थे…… उनकी मौत ने पूरे गुजरात में शोक की लहर दौड़ा दी…..
कैप्टन सुमित सभरवाल जिन्हें सुमीत पुष्कराज सभरवाल के नाम से भी जाना जाता है…… 56 वर्षीय एक अनुभवी पायलट थे……. वह मुंबई के पवई क्षेत्र में जल वायु विहार में अपने 92 वर्षीय पिता के साथ रहते थे…… उनके पिता पुष्कराज पहले डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन में कार्यरत थे…….इस हादसे की खबर सुनकर गहरे सदमे में हैं…… सुमित की मां का दो साल पहले निधन हो चुका था…….
सुमित के पास 8,200 घंटे का उड़ान अनुभव था….. और वह एक लाइन ट्रेनिंग कैप्टन थे…… जो नए पायलटों को प्रशिक्षण देने का काम करते थे……. उनके सह-पायलट, क्लाइव कुंदर मुंबई के पश्चिमी उपनगरों में रहते थे…… और उनके पास 1,100 घंटे का उड़ान अनुभव था……. दोनों पायलटों की अनुभवी जोड़ी के बावजूद……. इस हादसे को रोका नहीं जा सका…..
सुमित के आखिरी शब्द जो एटीसी को भेजे गए……. इस हादसे की गंभीरता को दर्शाते हैं…… उनके संदेश में साफ था कि विमान को पर्याप्त थ्रस्ट नहीं मिल रहा था…… और वह ऊंचाई हासिल करने में असमर्थ था……. कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया कि सुमित ने अपनी बेटी के लिए एक भावुक संदेश छोड़ा था……. लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है……
वहीं हादसे के बाद गुजरात एटीएस और एनडीआरएफ की टीमों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया……. हादसे की जगह से एक ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है…….. जो इस दुर्घटना के कारणों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है……. दूसरा ब्लैक बॉक्स अभी भी खोजा जा रहा है…… इसके अलावा एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर भी मलबे से बरामद किया गया है…….
ब्लैक बॉक्स जिसमें फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर शामिल होते हैं……. विमान के आखिरी पलों की जानकारी दे सकता है…….. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा कि ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग से हादसे के कारणों का गहराई से पता लगाया जा सकेगा……. डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के पूरे बेड़े की सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं……. खासकर उन विमानों की जो GEnx इंजन से लैस हैं…….
जानकारी के अनुसार यह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का पहला रिकॉर्डेड हादसा है…… क्योंकि यह मॉडल 2011 से व्यावसायिक सेवा में है……. बोइंग कंपनी ने कहा कि वह इस घटना की जांच में पूरा सहयोग कर रही है….. और हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जानकारी जुटा रही है……. ब्रिटिश जांचकर्ता भी अहमदाबाद पहुंच चुके हैं……. क्योंकि विमान लंदन जा रहा था और उसमें 53 ब्रिटिश नागरिक सवार थे……
वहीं हादसे का प्रभाव इतना भयानक था कि विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया…….. जिससे वहां मौजूद कई लोगों की जान चली गई……. बता दें कि राहत और बचाव कार्य में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, गुजरात पुलिस….. और अग्निशमन विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं……. स्निफर डॉग्स की मदद से मलबे में फंसे लोगों को खोजने की कोशिश की गई……. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे के बाद अहमदाबाद का दौरा किया….. और स्थिति का जायजा लिया…… और उन्होंने इस हादसे को हृदयविदारक बताया और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की……
विदेश मंत्रालय के मंत्री एस. जयशंकर ने भी यूके, पुर्तगाल और कनाडा के अपने समकक्षों से बात की….. और इस दुखद घड़ी में हर संभव सहायता का आश्वासन दिया…… एयर इंडिया ने एक हेल्पलाइन नंबर (1800 5691 444) जारी किया…… ताकि पीड़ितों के परिवारवाले हादसे से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकें…. इस हादसे ने पूरे देश में शोक की लहर पैदा कर दी……. सोशल मीडिया पर लोगों ने कैप्टन सुमित सभरवाल….. और अन्य पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी……
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हादसे के अगले दिन अहमदाबाद का दौरा करने….. और पीड़ितों के परिवारों से मिलने की घोषणा की…… डच राजदूत ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया….. और पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना जताई…. हालांकि अभी जांच पूरी नहीं हुई है……. लेकिन प्रारंभिक जानकारी के आधार पर कुछ संभावित कारण सामने आए हैं…… पायलट के आखिरी संदेश से पता चलता है कि विमान को पर्याप्त थ्रस्ट नहीं मिल रहा था……. जिसके कारण वह ऊंचाई हासिल नहीं कर सका…… विशेषज्ञों का मानना है कि यह इंजन की खराबी या किसी अन्य तकनीकी समस्या के कारण हो सकता है…… बोइंग 787 ड्रीमलाइनर एक आधुनिक…… और सुरक्षित विमान माना जाता है…… लेकिन इस हादसे ने इसकी तकनीकी विश्वसनीयता पर सवाल उठा दिए हैं……
DGCA के अनुसार इस विमान का पहले कोई हादसा नहीं हुआ था……. यह विमान पेरिस-दिल्ली-अहमदाबाद मार्ग पर उड़ान भर चुका था…… और उस समय कोई तकनीकी खराबी की सूचना नहीं थी……. ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग और आगे की जांच से ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि हादसे का सटीक कारण क्या था……
आपको बता दें कि अहमदाबाद विमान हादसा एक ऐसी त्रासदी है…….. जिसने न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व को झकझोर दिया…….. कैप्टन सुमित सभरवाल जैसे अनुभवी पायलट और सैकड़ों मासूम लोगों की जान इस हादसे में चली गई…….. चार एमबीबीएस छात्रों की मौत ने चिकित्सा समुदाय को भी गहरा आघात पहुंचाया…… वहीं इस हादसे ने विमानन सुरक्षा पर कई सवाल खड़े किए हैं……. जिनका जवाब जांच के बाद ही मिल सकेगा……



