धीरेंद्र शास्त्री के “भगवा-ए-हिंद” बयान पर बोले अखिलेश यादव – ‘अन्याय और भेदभाव करने वाले सनातनी नहीं हो सकते’
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने धीरेंद्र शास्त्री के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मेरा सपा भगवा ए हिंद का है.

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने धीरेंद्र शास्त्री के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मेरा सपा भगवा ए हिंद का है.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने रविवार, 6 जुलाई को कहा था कि हम किसी मजहब के विरोधी नहीं हैं.कुछ ताकतें गजवा-ए-हिंद बनाना चाहती हैं, लेकिन हमारा एक ही सपना है कि भगवा-ए-हिंद होना चाहिए. अब शास्त्री के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है.
सपा चीफ ने लखनऊ में एक प्रेस वार्ता के दौरान, 7 जुलाई, सोमवार को कहा कि मैं तो एक ही चीज जानता हूं सच्चा रास्ता ही धर्म का रास्ता वही सनातन का रास्ता है. अन्याय करने वाले सनातनी नहीं हो सकते. भेदभाव करने वाले सनातनी नहीं हो सकते. बच्चों से राजनीति कराने वाले सियासत वो सियासत कराने वाले लोग सनातनी नहीं हो सकते. केवल कपड़े पहनने से कोई बाबा योगी नहीं बन जाता है. विचार और आचरण से बनता है. क्योंकि बुनियादी सवालों पे चर्चा नहीं करनी है.
शास्त्री ने कहा था कि अभी वर्तमान में कहीं भाषा तो कहीं क्षेत्रवाद की लड़ाई चल रही है, कहीं जातिवाद की लड़ाई चल रही है. लेकिन, हिंदुओं को बंटने नहीं देना है. उन्होंने कहा कि जातिवाद से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद के लिए जीना चाहिए.
बता दें बिहार की राजधानी पटना में रविवार को सनातन महाकुंभ में आए लोगों को संबोधित करते हुए शास्त्री ने कहा था कि अगर धर्म पर घात हुआ तो मैं प्रतिघात करूंगा. मैं हिंदू हूं और हिंदुत्व की बात करूंगा. उन्होंने कहा, ‘सनातन मतलब शाश्वत, सनातन मतलब यही सत्य है. सनातन मतलब हिंसा नहीं, अहिंसा, सनातन का मतलब है पूरे विश्व का विश्वगुरु, हर हर महादेव. बिहार के पागलों, एक बात गांठ बांध लो, हम सब हिंदू एक हैं.’
हम पटना राजनीति के चक्कर में नहीं आए- शास्त्री
उन्होंने कहा था कि हम किसी मजहब के विरोधी नहीं हैं. न हमें मुसलमानों से दिक्कत है, न हमें ईसाइयों से दिक्कत है. हमें उन हिंदुओं से दिक्कत है, जो जातिवाद के नाम पर हिंदुओं को लड़ाते हैं. हम सब हिंदू एक हैं, एक समान हैं. उन्होंने साफ कहा था कि हम पटना राजनीति के चक्कर में नहीं आए हैं बल्कि रामनीति के लिए आए हैं. हम किसी भी पार्टी के नहीं हैं, जिस-जिस पार्टी में हिंदू हैं, उस-उस पार्टी के हम हैं. हम राम के हैं, सनातन के हैं. हम हिंदुओं को जोड़कर रहेंगे.
आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने चुनाव के बाद बिहार में पदयात्रा करने का भी ऐलान किया. उन्होंने कहा कि हम हिंदुओं को जोड़कर रहेंगे. चुनाव के बाद बिहार में भी पदयात्रा करेंगे. हम यह पदयात्रा चुनाव के बाद इसलिए करेंगे, ताकि हम पर राजनीति करने का आरोप न लगे. अब जातिवाद नहीं, राष्ट्रवाद के लिए जीएंगे.’



