आतिशी का बड़ा बयान, कहा- सद्भावना कैंप गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक
आतिशी ने कहा कि सीलमपुर से पांच बार विधायक रहे चौधरी मतीन अहमद और अब के विधायक चौधरी ज़ुबैर सद्भावना कैंप लगाते हैं.

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क: सावन के पवित्र महीने की शुरूआत के साथ ही देशभर में कांवड़ यात्रा जोरों पर हैं। इस बीच, उत्तर पूर्वी दिल्ली के मुस्लिम बहुल क्षेत्र सीलमपुर में एक मिसाल कायम की गई, जहाँ आम आदमी पार्टी के विधायक चौधरी जुबैर अहमद ने कांवड़ यात्रियों के लिए सद्भावना शिविर का आयोजन किया।
यह सद्भावना शिविर पिछले 31 वर्षों से लगाया जा रहा है, और इस बार भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूरे जोश और सम्मान के साथ शिवभक्त कांवड़ियों का पुष्प वर्षा और फल वितरण कर स्वागत किया। शिविर का उद्घाटन दिल्ली सरकार की मंत्री और AAP नेता आतिशी ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “यह शिविर भारत की एकता, सांप्रदायिक सौहार्द और गंगा-जमुनी तहजीब का प्रतीक है। सीलमपुर ने यह साबित किया है कि धर्मों के बीच प्रेम और सम्मान से बड़ा कोई धर्म नहीं है।”
#WATCH | Delhi: Leader of Opposition in the Delhi Assembly and former Chief Minister of Delhi, Atishi, says, "Today in the Seelampur assembly constituency, a Sadbhavna Camp has been inaugurated and the Hindu, Muslim, Sikh, Christian brothers together welcomed the Kanwar… https://t.co/5NkTjCr7L0 pic.twitter.com/pu6GOHTH6Q
— ANI (@ANI) July 16, 2025
चौधरी जुबेर अहमद ने बताया कि पिछले 31 साल से मुस्लिम समाज के लोग कावड़ियों के स्वागत के लिए यह कैंप लगा रहे हैं. कावड़ को लेकर पहचान और मीट बैन जैसे विवाद पर ज़ुबैर अहमद ने कहा कि ये उनका नजरिया है. लेकिन, असली नजरिया यही है कि यहां मुस्लिम भी है और हिंदू भी हैं. इस दौरान आप नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने सीलमपुर पहुंची और सद्भावना कैंप का उद्घाटन किया. पूर्व सीएम आतिशी ने कहा कि सावन में शिव भक्त जल लेने जाते हैं बहुत मुश्किल होती है. अरविंद केजरीवाल जी जब दिल्ली के मुख्यमंत्री बने तब से बहुत भव्य इंतजाम शिव भक्तों के लिए होता है.
आतिशी ने कहा कि सीलमपुर से पांच बार विधायक रहे चौधरी मतीन अहमद और अब के विधायक चौधरी ज़ुबैर सद्भावना कैंप लगाते हैं. यह सद्भावना कैंप दिल्ली के गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक है. यह अलग बात है की राजनीति की वजह से अलग-अलग धर्म को लड़ाने की कोशिश हो रही है. एक भाषा बोलने वाले को दूसरी भाषा बोलने वाले से लड़ने की कोशिश हो रही है. आतिशी ने कहा कि मुझे लगता है कि यह सद्भावना कैंप भारत की असली शक्ति का प्रतीक है. यह सद्भावना कैंप बता रहा है कि हम सब एक हैं. आपको बता दें कि पिछले 31 साल से ये कैंप लगाया जा रहा है. सीलमपुर से पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद ने इसकी शुरुआत की थी.



