सपा नेता एसटी हसन का बड़ा बयान, कहा- गरीब मुस्लिम मतदाताओं को बांग्लादेशी और रोहिंग्या बता देना गलत
सपा नेता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां सरकार को अपनी सत्ता खोने का डर होता है, वहां गवर्नर शासन लागू कर दिया जाता है.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: सपा नेता एसटी हसन ने केंद्र सरकार की नीतियों को अल्पसंख्यकों और गरीबों के खिलाफ बताया और कहा कि यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसके तहत कुछ समुदायों को हाशिए पर रखा जा रहा है.
समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद एसटी हसन ने जम्मू-कश्मीर और दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग उठाई है. सपा नेता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां सरकार को अपनी सत्ता खोने का डर होता है, वहां गवर्नर शासन लागू कर दिया जाता है.
एसटी हसन ने मुस्लिम मतदाताओं को बंग्लादेशी और रोहिंग्या बता देते हैं. उन्होंने कहा कि गरीब लोग जन्म प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज कहां से लाएंगे, क्योंकि पुराने समय में जन्म प्रमाण पत्र कहां बनते थे. इसके साथ ही सपा नेता एसटी हसन ने सर्वोच्च न्यायालय पर भी सवाल उठाए और कहा कि इस मुद्दे पर कोर्ट ने कोई ठोस निर्णय नहीं लिया.
वहीं सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन ने केंद्र सरकार की नीतियों को अल्पसंख्यकों और गरीबों के खिलाफ बताया और कहा कि यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसके तहत कुछ समुदायों को हाशिए पर रखा जा रहा है. एसटी हसन ने एक्सिओम-4 मिशन के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला पर कांग्रेस नेता उदित राज के बयान का समर्थन किया. सपा नेता ने कहा कि SC-ST और OBC के साथ गलत हो रहा है, सर्वोच्च पदों पर उनकी भागीदारी बहुत कम है. उनकी बात बिल्कुल सही है कि अगर किसी एससी-एसटी व्यक्ति को भेजा जाता तो अच्छा होता.
क्या बोले थे कांग्रेस नेता उदित राज
एक्सिओम-4 मिशन के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को लेकर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि जब पहले राकेश शर्मा को भेजा गया था, तब एससी, एसटी, ओबीसी लोग इतने पढ़े-लिखे नहीं थे. इस बार मुझे लगता है कि दलित को भेजने की बारी थी, ऐसा नहीं है कि नासा ने कोई परीक्षा ली और फिर चयन हो गया. शुक्ला जी की जगह किसी भी दलित या ओबीसी को भेजा जा सकता था.



