छत्तीगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर ईडी की नकेल

क्या राहुल गांधी के करीबी होने की सजा मिल रही है?
कल ही राहुल गांधी के पक्ष में बोले थे भूपेश आज पड़ गया छापा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आज सुबह जब छत्तीसगढ़ नींद से जागा तो भिलाई में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी की छापेमेारी शुरू हो चुकी थी। आज की रेड में सीआरपीएफ के जवानों को भी शामिल थे। बघेल ने ईडी के आज की इस कार्रवाई की सूचना स्वंय अपने सोशल मीडिया हैंडलर के जरिये उपलब्ध कराई हैं।
उन्होंने बताया कि विधानसभा सत्र का आज आखिरी दिन है और आज अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा उठना था। बघेल ने आरोप लगाया कि इसी वजह से साहेब ने ईडी को भेजा है। पहले भी मार्च 2025 में बघेल के घर पर ईडी ने छापा मारा था।

 

बेटे के ठिकानों पर भी लंबी चली कार्रवाई

शराब घोटाले के मामले में ईडी पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के ठिकानों पर भी छापेमारी कर रही है। उनके बेटे का नाम चैतन्य बघेल है और पूर्व में भी उनके ठिकानों पर ईडी सर्च कर चुकी है। एक बार फिर एक साथ बाप—बेटे को निशाना बनाया गया है।

हमारे पास सिर्फ स्त्रीधन और पशुधन : भूपेश बघेल

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि उनका परिवार मिलकर खेतीबाड़ी करता है और उनके पास 140 बीघ जमीन है। बाकी का जो पैसा है वह घर की बहू बेटियों को उपहार स्वरूप मिला है। उन्होंने बताया कि उनके पास वही सब कुछ है जो उन्होंने घोषित किया है। ईडी ने इसकी जांच की थी। बघेल ने यह भी बताया था कि अलग-अलग लोगों से 33 लाख रुपए नकद मिले थे। यह पैसा उनकी पत्नी, बेटे, बहू और बेटियों से मिला था। उन्होंने कहा था कि वे खेती और डेयरी का काम करते हैं। इसमें स्त्रीधन भी शामिल है। स्त्रीधन का मतलब है वह संपत्ति जो एक महिला को शादी के समय मिलती है। मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए बघेल ने कहा कि अडानी से जुड़ा एक मामला सामने आया है। उन्हें खुश करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मेरे आवास पर ईडी भेजा है। हम डरेंगे नहीं। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, भूपेश बघेल न टूटेगा न झुकेगा। हम उनके सामने नहीं झुकेंगे। वे देश के सभी विपक्षी नेताओं को निशाना बना रहे हैं। इससे पहले, बघेल ने एक्स पर छापों की पुष्टि करते हुए लिखा, ईडी आ गई।” उन्होंने लिखा, विधानसभा सत्र के आखिरी दिन ईडी उनके घर आई थी, जब रायगढ़ जिले की तमनार तहसील में अडानी समूह की कोयला खदान परियोजना के लिए पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाया जाना था।

बेटे को ईडी ने किया गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य में कथित करोड़ों रुपये के शराब घोटाले की चल रही जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह गिरफ्तारी ईडी की जांच में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, जो पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान राज्य के शराब व्यापार से जुड़ी एक बड़ी भ्रष्टाचार योजना में कथित रूप से शामिल अधिकारियों और सहयोगियों के नेटवर्क को निशाना बना रही है।वहीं, भूपेश बघेल ने शुक्रवार को अपने आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के बीच देश में विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए मोदी सरकार पर निशाना साधा। संघीय जांच एजेंसी ने दुर्ग जिले के भिलाई शहर में बघेल के घर पर उनके बेटे चैतन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच से जुड़े कथित शराब घोटाले के सिलसिले में फिर से छापेमारी की। कांग्रेस नेता ने कहा कि ईडी पहले भी आई थी। उन्हें मेरे घर से 33 लाख रुपये मिले थे। अब वे फिर से आए हैं… हम पूरा सहयोग करेंगे क्योंकि हम लोकतंत्र और न्यायपालिका में विश्वास करते हैं। वे (भाजपा) एजेंसी का दुरुपयोग कर रहे हैं, लेकिन हम उनका सहयोग करेंगे।

 ईडी की टाइमिंग पर सवाल: यूपी में पीडीए और देश में सविंधान की लाल किताब जेब में लेकर घूम रहे राहुल गांधी पिछड़ी जातियों को अपने साथ जोडऩा चाहते हैं। लोकसभा चुनाव में ऐसा हुआ भी। बीजेपी अभी तक इंडिया गठबंधन के इस फार्मूले की काट नहीं निकाल पाई हैं। गुरूवार यानि कि कल ही भूपेश बघेल ने बयान दिया था कि पिछड़ी जातियों को राहुल गांधी के साथ आना चाहिए। आज छापा पड़ गया। भूपेश कांग्रेस के पिछड़े नेताओं का चमकीला चेहरा है। भूपेश के मुख्यमंत्रित्तव काल में उनकी छवि एक ज़मीनी नेता ओबीसी चेहरे और छत्तीसगढ़ी अस्मिता को बढ़ावा देने वाले नेता के तौर पर बनी है। उन्होंने गौधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना जैसी नीतियों के ज़रिए ग्रामीण और किसान समाज में गहरी पैठ बनाई। उनकी छवि राहुल गांधी के सबसे विश्वस्त मुख्यमंत्रियों में से एक की रही है, जिन्होंने ना सिर्फ कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को ज़ोरदार समर्थन दिया बल्कि बीजेपी के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के बरक्स सामाजिक न्याय और क्षेत्रीय अस्मिता को आगे रखा।

भाजपा के खिलाफ मुखर रहे पूर्व सीएम

पिछड़े वर्ग को राहुल गांधी के साथ खड़ा होना चाहिए। राहुल गांधी ने हमेशा जाति जनगणना की वकालत की है। जल जीवन मिशन को लेकर सदन में भूपेश बघेल और डिप्टी सीएम अरूण सांव के बीच हुई थी तीखी नोकझोक। साय सरकार पुरानी योजनाओं को कर रही लागू, संकट में किसान। छत्तीसगढ़ में कानून-व्यवस्था चरमराई गयी है। भूपेश बघेल ने भाजपा पर वार करते हुए कहा कि जब वाराणसी का यह हाल है तो देश में क्या होगा।

चुनावी मौसम में होगी जुमलों की बरसात: तेजस्वी यादव

पीएम के बिहार दौरे पर गरमाई सियासत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। पीएम मोदी आज बिहार के दौरे पर है। वह वहां कई योजनाओं का आगाज करेंगे। इससे पहले विपक्ष ने भाजपा व पीम मोदी पर जमकर हमला बोला है।नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा भी चुनाव आने वाले हैं अब जुमलो की जमकर बरसात होगी। पूर्व उपमुख्यमंत्री बिहार सरकार के खिलाफ जमकर बरसे।अब लोग आकर जुमलों की करेंगे बरसात।
बारिश के बीच ही सभा को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि अभी बरसात का समय है और चुनाव का भी। अब लोग आकर जुमलों की बरसात करेंगे। बच्चा पैदा होकर जवान हो गया, तब से आज तक सरकार टिकी हुई है। कोसी क्षेत्र के लोगों का सबसे ब?ा दुश्मन गरीबी और पलायन है। लेकिन इस पर कोई काम नहीं हो रहा है। कहा कि एनडीए के लोग हमें परिवारवादी कहते हैं, लेकिन वर्तमान सरकार में 50 फीसदी मंत्री परिवारवाद से हैं।
हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति या पार्टी से नहीं उनकी विचारधारा से है, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और पलायन से है। सरकार 15 साल पुरानी गाड़ी को हटा देती है। लेकिन बिहार में 20 साल से मुख्यमंत्री बने हुए हैं। हम उसे क्यों रहने दें? पूर्व मंत्री स्व बैद्यनाथ मेहता के पुण्यतिथि पर राजद नेता सह पूर्व लोकसभा प्रत्याशी बैद्यनाथ मेहता की अध्यक्षता में आयोजित रैली में मंच पर मुख्य रूप से मुख्य अतिथि तेजस्वी यादव के साथ साथ राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल, पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, आलोक मेहता, ललित यादव, विधायक चंद्रहास चौपाल, पूर्व विधायक यदुवंश कुमार यादव, राजद जिलाध्यक्ष संतोष सरदार, जिला महामंत्री पूर्व प्रमुख भूप नारायण यादव, राजद युवा जिलाध्यक्ष लव यादव, सहित अन्य मौजूद थे।

एनडीए में 50 फीसदी मंत्री परिवारवाद से ही निकले हैं

उन्होंने सत्ता पक्ष के द्वारा राजद पर परिवारवाद कहने पर पलटवार करते हुए कहा कि एनडीए वाले हमें परिवारवादी कहते हैं। उनकी सरकार के 50 फीसदी मंत्री परिवारवाद से ही निकले हैं। सरकार गाड़ी को 15 साल में हटा देती है, लेकिन मुख्यमंत्री 20 साल से जमे हैं। सुपौल जिले के राघोपुर प्रखंड अंतर्गत लखीचंद साहू उच्च विद्यालय खेल मैदान में मंगलवार को आयोजित कुशवाहा स्वाभिमान रैली के दौरान बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सह पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने संबोधित किया।
हालांकि तेजस्वी के आने से पूर्व अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। लेकिन लोग तेज बारिश में भी भींगते हुए सभा मे डटे रहे। आयोजक द्वारा लोगों को दिन के 11 बजे तक सभा में उपस्थित होने का समय दिया गया था। लेकिन तेजस्वी शाम 4 बजे सभा स्थल पहुंचे।

क्या आप झूठ सुनना पसंद करेंगे : लालू यादव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रवार को बिहार दौरे से पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री राज्य में झूठ बोलने आ रहे हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा कि झूठ बोलने आज बिहार आ रहे है प्रधानमंत्री मोदी। क्या आप झूठ सुनना पसंद करेंगे? प्रधानमंत्री आज बिहार के मोतिहारी का दौरा करेंगे, जहाँ वे 7,200 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। लालू यादव के ट्वीट पर जदयू नेता नीरज कुमार ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को राजनीतिक रूप से घर में नजऱबंद कर दिया गया है, वह खुलेआम ट्वीट करता दिख रहा है… आपके ट्वीट के कारण लोगों ने आपको छोड़ दिया है। क्या आपको इसका एहसास नहीं है, लालू यादव? जब चुनाव होंगे, तो तेजस्वी यादव आपको बाहर नहीं जाने देंगे।
आपका नाम पोस्टर और तस्वीरों से मिटाया जा रहा है। आप तो बस एक रबर स्टैंप हैं, राष्ट्रीय अध्यक्ष। राजनीति में आपकी स्थिति लगातार खऱाब होती जा रही है।

वाड्रा के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण और राजनीति से प्रेरित हो रही कार्रवाई: राहुल गांधी

बोले नेता प्रतिपक्ष- उनके साथ खड़ा हूं

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा हरियाणा के शिकोहपुर में एक जमीन सौदे से जुड़े धन शोधन के मामले में रॉबर्ट वाद्रा के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए जाने को शुक्रवार को दुर्भावनापूर्ण एवं राजनीति से प्रेरित कार्रवाई करार दिया और कहा कि वह अपने बहनोई और उनके परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आखिरकार सत्य की जीत होगी।
राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, मेरे बहनोई को पिछले 10 वर्षों से इस सरकार द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। यह नवीनतम आरोपपत्र उसी की अगली कड़ी है। उन्होंने कहा, मैं रॉबर्ट, प्रियंका और उनके बच्चों के साथ खड़ा हूं क्योंकि वे दुर्भावनापूर्ण, राजनीति से प्रेरित बदनामी और उत्पीडऩ के एक और हमले का सामना कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया, मैं जानता हूं कि वे सभी किसी भी तरह के उत्पीडऩ का सामना करने का साहस रखते हैं और वे सम्मान के साथ ऐसा करना जारी रखेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि आखिरकार सत्य की विजय होगी।

जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने के लिए पीएम मोदी को लिखा पत्र

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद के मानसून सत्र में एक विधेयक लाकर जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की। उन्होंने केंद्र से लद्दाख के लोगों की सांस्कृतिक, विकासात्मक और राजनीतिक आकांक्षाओं को पूरा करने और उनके अधिकारों, भूमि और पहचान की रक्षा करने के लिए छठी अनुसूची के तहत केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को संवैधानिक सुरक्षा प्रदान करने का भी आग्रह किया। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटनाक्रम का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हम उस दिन का इंतज़ार कर रहे थे जब विपक्ष संसद में अपनी आवाज़ उठाएगा। अब्दुल्ला ने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करना कोई असामान्य मांग नहीं है। उन्होंने याद दिलाया कि केंद्र ने संसद के अंदर और बाहर, सुप्रीम कोर्ट में और सार्वजनिक मंचों पर बार-बार वादा किया है कि वह उचित समय पर जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करेगा।

बारिश से यूपी में सात लोगों की मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं। इसके चलते अलग-अलग स्थानों पर सात लोगों की मौत हो गई। इनमें प्रयागराज में चार, बांदा में दो और कानपुर में एक व्यक्ति शामिल है।
प्रयागराज में 91 एमएम से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। दिन में गंगा का जलस्तर घटता बढ़ता रहा, जबकि यमुना का जलस्तर स्थिर रहा। गंगा और यमुना की तेज लहरों से जहां कई नावें डूब गईं, वहीं काफी नावें बहाव के साथ काफी दूर चली गईं। इसके नाविकों का काफी नुकसान हुआ है। मिर्जापुर में दो दिनों से भारी बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पहाड़ी नालों और नदियों में उफान आने से बंधों के फाटक खोलने पड़े।
सडक़ों पर पानी भरने से यातायात ठप हो गया। कई गांवों का संपर्क टूट गया। अंडरपास में भरे पानी में कई वाहन फंसे रहे। सहारनपुर में शिवालिक पहाडय़िों पर हो रही बारिश के चलते शाकंभरी, बादशाही, शफीपुर, खुवासपुर व शाहपुर गाडा सहित सभी नदियों में सुबह समय पानी का तेज बहाव आ गया। इसके चलते इन सभी नदियों एवं रपटों से गुजरने वाले मार्गों पर घंटों आवागमन बंद रहा। सिद्धपीठ में भी सभी श्रद्धालुओं को भूरादेव पर ही रोक दिया गया। चित्रकूट में बृहस्पतिवार को 105 मिमी. बारिश से एक बार फिर बाढ़ की स्थिति बन गई। मंदाकिनी शाम को पांच बजे तक खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही थी। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) अब छह घंटे पहले ही बता देगा कि किस इलाके में बिजली गिरने वाली है। इसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एएमयू के भूगोल विभाग में एक उपकरण लगाया है। इसमें लगे ट्रांसमीटर और सेंसर बादलों के बीच होने वाली हलचल पर नजर रख रहे हैं और इसकी जानकारी इसरो को दे रहे हैं। परियोजना समन्वयक एवं एएमयू प्रोफेसर अतीक अहमद ने बताया कि पांच नवंबर 2024 को इसरो और एएमयू के बीच समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर हुए थे। यह 300 किलोमीटर के दायरे में आने वाले जिलों पर नजर रख रहा है।

हाईकोर्ट ने तबलीगी जमात पर दर्ज 16 एफआईआर रद्द की

कोरोना फैलाने समेत अन्य धाराओं में 70 लोगों पर दर्ज थी प्राथमिकी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट ने कोविड 19 महामारी के दौरान मार्च 2020 में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में विदेशी लोगों की मेजबानी करने के लिए 70 भारतीय नागरिकों के खिलाफ दर्ज 16 मामलों को खारिज कर दिया।न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्णा ने फैसला सुनाते हुए आरोपों को रद्द कर दिया। याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया कि चार्जशीट में कोविड-19 संक्रमण का कोई प्रमाण नहीं है और आरोप निराधार हैं।
अदालत ने 70 भारतीयों से संबंधित 16 याचिकाओं पर यह फैसला सुनाया। इन सभा याचिकाओं का एडवोकेट आशिमा मंडला ने किया था तथा उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने की अपील की थी।मार्च 2020 में जब तब्लीगी जमात का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, तब दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही थी। उस दौरान जब कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की कोविड-19 जांच की गई, तो उनमें से कई लोग संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी के तहत महामारी रोग अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम और विदेशी अधिनियम के प्रावधानों के उल्लंघन करने के मामला दर्ज किया था। इसके बाद उच्च न्यायालय में केस को खारिज करने के लिए 16 याचिका दाखिल की गई।

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