उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद धराली में भीषण भूस्खलन: कई लोग लापता, राहत कार्य जारी
सेना ने बयान जारी कर कहा है कि अब तक 15-20 लोगों को सफलतापूर्वक निकाला जा चुका है, और घायलों को हर्षिल स्थित भारतीय सेना के चिकित्सा केंद्र में इलाज के लिए भेजा गया है.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सोमवार देर रात बादल फटने की घटना के बाद धराली क्षेत्र में भीषण भूस्खलन हुआ है।
इस भयावह आपदा के बाद से इलाके में अफरा- तफरी का माहौल है। मिली जानकारी के मुताबिक, करीब 50 से 60 लोगों के लापता होने की सूचना है,जबकि कई मकानों और वाहनों को भारी नुकसान पहुंचा है। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया, राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि सेना, SDRF, NDRF, जिला प्रशासन एवं अन्य संबंधित टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं. मुख्यमंत्री, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं तथा स्थिति की नियमित जानकारी ले रहे हैं. घटना में 50-60 लोगों के लापता होने की सूचना भी मिल रही है.
बताया जा रहा है कि बादल फटने के बाद आए सैलाब में धराली में कई घर बह गए हैं. सेना ने कहा है कि धराली में दोपहर 1 बजकर 45 मिनट पर भीषण भूस्खलन हुआ. इसके बाद बस्ती में अचानक मलबा और पानी भर गए. नुकसान का आकलन किया जा रहा है. आपदा के समय हम अपने नागरिकों के साथ खड़े हैं.
सेना के 150 से अधिक जवान रेस्क्यू में लगे
धराली में जिस जगह पर भूस्खलन हुआ है उसके बगल में ही आर्मी कैंप है. आर्मी की टीम घटना के 10 मिनट के भीतर ही मौके पर पहुंच गए. रेस्क्यू में सेना के 150 से अधिक जवानों को लगाया गया है. एंबुलेंस और डॉक्टर की टीम भी मौके पर मौजूद है. ये वो इलाका है जहां चार धाम की यात्रा के समय लोग ठहरते हैं. घायलों और मरने वालों की संख्या का अभी तक आकलन नहीं किया गया है, लेकिन काफी संख्या में लोग मलबे में फंसे हुए हैं.
उत्तराखंड के धराली (उत्तरकाशी) में फ्लैश फ्लड की घटना को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात कर घटना की जानकारी ली। ITBP की निकटतम 3 टीमों को वहाँ भेज दिया गया है, साथ ही NDRF की 4 टीमें भी घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं, जो शीघ्र पहुँच कर बचाव कार्य में लगेंगी।
— Amit Shah (@AmitShah) August 5, 2025
सेना ने बयान जारी कर कहा है कि अब तक 15-20 लोगों को सफलतापूर्वक निकाला जा चुका है, और घायलों को हर्षिल स्थित भारतीय सेना के चिकित्सा केंद्र में इलाज के लिए भेजा गया है. राहत व बचाव कार्य जारी है, फंसे हुए लोगों का पता लगाने और उन्हें निकालने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है. स्थिति पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है.
बादल फटने और भूस्खलन की घटना के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की है. आईटीबीपी और एनडीआरएफ दोनों टीमों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं. शाह ने कहा है कि ITBP की निकटतम 3 टीमों को वहां भेज दिया गया है, साथ ही NDRF की 4 टीमें भी घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं, जो जल्द ही पहुंच कर बचाव कार्य में लगेंगी.



