उमर की गिरफ्तारी पर भड़के अफजाल अंसारी ने बीजेपी की लंका दी
उमर की गिरफ्तारी पर भड़के अफजाल अंसारी... ‘BJP की आंखो में खटक रहा था’ ... ‘गिरफ्तारी से नहीं टूटेगा का हौसला’

4पीएम न्यूज नेटवर्कः उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक बार फिर से अंसारी परिवार सुर्खियों में है. इस बार मामला है मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी की गिरफ्तारी का है. बता दें कि गाजीपुर पुलिस ने 3 अगस्त की देर रात को उमर अंसारी को लखनऊ के दारुलशफा स्थित विधायक निवास से गिरफ्तार किया. जिसको लेकर पुलिस का कहना है कि उमर पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने और धोखाधड़ी का आरोप है.. इस गिरफ्तारी ने ना सिर्फ अंसारी परिवार को हिलाकर रख दिया है.. बल्कि पूरे पूर्वांचल की सियासत में हलचल मचा दी है.. उमर के चाचा और गाजीपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने इस गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.. और उन्होंने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उमर को इसलिए निशाना बनाया गया.. क्योंकि वह कुछ लोगों की आंखों में खटक रहा था.. अफजाल ने यह भी कहा कि इस गिरफ्तारी से ना तो उमर का और ना ही परिवार का हौसला टूटेगा.
पुलिस के मुताबिक उमर अंसारी ने अपने पिता मुख्तार अंसारी की जब्त की गई संपत्ति को छुड़ाने के लिए कोर्ट में एक याचिका दायर की थी. इस संपत्ति को उत्तर प्रदेश गैंगस्टर अधिनियम के तहत जब्त किया गया था. आरोप है कि उमर ने इस याचिका के साथ फर्जी दस्तावेज पेश किए. जिसमें उनकी मां अफशां अंसारी के जाली हस्ताक्षर थे. अफशां अंसारी लंबे समय से फरार हैं और उनके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है. गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में उमर और उनके वकील लियाकत अली के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि यह धोखाधड़ी पहले से प्लान की गई थी. और इसमें कोई गलती नहीं, बल्कि जानबूझकर फर्जीवाड़ा किया गया.
बता दें कि उमर की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही गाजीपुर से सपा सांसद और उमर के चाचा अफजाल अंसारी को मिली. उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी. अफजाल ने इसे बीजेपी सरकार की साजिश करार दिया. और उन्होंने कहा कि उमर कुछ लोगों के लिए रास्ते का पत्थर बन रहा था.. मऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाला है. उमर को वहां से सपा का उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा थी. बीजेपी को यह बात खटक रही थी. इसलिए उमर को फंसाने के लिए ये गिरफ्तारी की गई. लेकिन मैं साफ कहता हूं, इससे ना उमर का हौसला टूटेगा और ना ही हमारे परिवार का..
वहीं अफजाल ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं. और उन्होंने कहा कि जिस दिन उमर को गिरफ्तार किया गया. उसी दिन शाम को मुकदमा लिखा गया. ये सब एक सोची-समझी साजिश है. मऊ में अब्बास अंसारी की विधायकी खत्म होने के बाद वहां उपचुनाव की तैयारी है. बीजेपी चाहती है कि अंसारी परिवार का कोई भी व्यक्ति इस चुनाव में न उतरे. लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं.
उमर के बड़े भाई और पूर्व विधायक अब्बास अंसारी ने भी इस गिरफ्तारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी.. और उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि रात 10:40 बजे हमारे छोटे भाई उमर अंसारी को दारुलशफा स्थित आवास से कुछ पुलिसकर्मी अपने साथ ले गए. अब्बास ने इस गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया. और कई नेताओं को टैग करते हुए इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की.. वहीं अब्बास ने यह भी कहा कि उमर को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वह सियासत में कदम रखने की तैयारी कर रहे थे. अब्बास की विधायकी हेट स्पीच के एक मामले में दो साल की सजा होने के बाद रद्द हो चुकी है. ऐसे में मऊ सीट पर उपचुनाव की चर्चा जोरों पर है. माना जा रहा था कि सपा उमर को इस सीट से उम्मीदवार बनाएगी. अब्बास का कहना है कि इस गिरफ्तारी से अंसारी परिवार की सियासी ताकत को कम करने की कोशिश की जा रही है..
आपको बता दें कि अफजाल अंसारी ने उमर की गिरफ्तारी को बीजेपी की सियासी साजिश बताया. उन्होंने कहा कि मऊ सीट पर उपचुनाव में बीजेपी और उनके सहयोगी दल सुभासपा को जीत दिलाने के लिए ये सब किया जा रहा है. बीजेपी नहीं चाहती कि अंसारी परिवार का कोई भी शख्स इस सीट पर चुनाव लड़े. उमर को फर्जी दस्तावेजों के मामले में फंसाकर उनकी सियासी राह मुश्किल करने की कोशिश की जा रही है. अफजाल ने यह भी कहा कि बीजेपी को अंसारी परिवार की ताकत से डर लगता है. हमारा परिवार हमेशा से गरीबों और कमजोरों की आवाज रहा है. बीजेपी को यह बात पसंद नहीं. इसलिए वो हमें खत्म करने की कोशिश कर रही है. लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं. उमर की गिरफ्तारी हमें और मजबूत करेगी..
वहीं उमर अंसारी की गिरफ्तारी ने पूर्वांचल की सियासत को और गर्म कर दिया है.. पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है.. उमर से पूछताछ के बाद और भी खुलासे हो सकते हैं. वहीं दूसरी तरफ अंसारी परिवार इस गिरफ्तारी को कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहा है.. अफजाल अंसारी ने कहा है कि वह इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाएंगे.. मऊ सीट पर होने वाले उपचुनाव में अब सपा को नई रणनीति बनानी होगी. अगर उमर इस मामले में फंसते हैं. तो सपा को नया उम्मीदवार तलाशना पड़ सकता है. वहीं बीजेपी और सुभासपा इस मौके का फायदा उठाकर मऊ में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश करेंगे..



