प्रधानमंत्री मोदी केबिहार दौरे पर फिर छिड़ी रार

विपक्ष ने भाजपा पर साधा निशाना, बिहार में भाजपा-जदयू भ्रष्टाचार के बने भागीदार : दिग्विजय सिंह

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। जैसै-जैसे बिहार में चुनाव की तरीख करीब आ रही है वहंा की सियासत गरमा रही है। जहां पीएम मोदी बार-बार वहंा का दौरै कर रहे हैं वहीं विपक्ष उन पर हमलावर है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि जहाँ भी डबल इंजन की सरकार है, वहाँ भ्रष्टाचार एक धंधे की तरह फल-फूल रहा है।
उधर पीएम ने अपनी मंा की गाली का मुद्द उठाकर कंाग्रेस व राजी पर हमल बोल है। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि बीजेपी और जेडीयू बिहार में भ्रष्टाचार में भागीदार बन गए हैं। पटना में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, सिंह ने कहा कि जहाँ भी डबल इंजन की सरकार है, वहाँ भ्रष्टाचार एक धंधे की तरह चल रहा है। सत्ताधारी दल के नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं…वे बिहार में भ्रष्टाचार में भागीदार बन गए हैं।

ये गालियां हर मां-बेटी का अपमान है : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार राज्य जीविका निधि कोऑपरेटिव यूनियन लिमिटेड का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी कि कांग्रेस के मंच से उनकी माँ को गालियाँ दी जाएँगी। मोदी ने कहा कि माँ हमारा संसार है। माँ हमारा स्वाभिमान है। इस संस्कार संपन्न बिहार में कुछ दिन पहले जो हुआ, उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी। बिहार में राजद-कांग्रेस के मंच से मेरी माँ को गालियाँ दी गईं। ये गालियाँ सिर्फ़ मेरी माँ का अपमान नहीं हैं। ये देश की माताओं, बहनों और बेटियों का अपमान है। मोदी ने साफ तौर पर कहा कि मैं जानता हूँ, आप सभी को, बिहार की हर माँ को, ये देखकर और सुनकर कितना बुरा लगा होगा! मुझे पता है, जितना दर्द मेरे दिल में है, उतना ही दर्द बिहार के लोगों को भी है। उन्होंने कहा कि मेरी माँ ने मुझे अपने से अलग कर दिया ताकि मैं आप जैसी करोड़ों माताओं की सेवा कर सकूँ। आप सब जानते हैं कि अब मेरी माँ जीवित नहीं हैं। कुछ समय पहले, 100 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद, वो हम सबको छोडक़र चली गईं। मेरी वो माँ, जिसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, जो अब नहीं रही, उसे राजद और कांग्रेस के मंच से गालियाँ दी गईं। बहनों और माताओं, मैं आपके चेहरे देख सकता हूँ; मैं उस दर्द की कल्पना कर सकता हूँ जो आपने महसूस किया होगा। मैं कुछ माताओं की आँखों में आँसू देख सकता हूँ।

जल्द होगा भाजपा का पर्दाफ़ाश

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की हाइड्रोजन बम वाली टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया था कि इससे भाजपा का पर्दाफ़ाश होगा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि हाइड्रोजन बम का इंतज़ार कीजिए। सोमवार को, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भाजपा को एक आसन्न खुलासे की चेतावनी देते हुए कहा कि वह जल्द ही वोट चोरी के अपने आरोपों पर एक हाइड्रोजन बम छोड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि महादेवपुरा के बारे में जो दिखाया गया वह सिर्फ़ एक परमाणु बम था।मतदाता अधिकार यात्रा के अंतिम दिन एक सभा को संबोधित करते हुए, गांधी ने भाजपा पर तीखे हमले करते हुए कहा कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाली ताकतें अब भारत के संविधान को नष्ट करने की कोशिश कर रही हैं। बिहार विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर या नवंबर में होने की उम्मीद है, ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग जारी है। हालाँकि, भारत निर्वाचन आयोग ने अभी तक आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं की है।

सीएम सिद्धारमैया ने राष्ट्रपति से पूछा सवाल

क्या आपको कन्नड़ आती है, राष्ट्रपति मुर्मू का जवाब
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मैसूर। राष्ट्रपति की मैसूर यात्रा के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बीच भाषा पर एक दोस्ताना बातचीत ने ध्यान खींचा। यह बातचीत अखिल भारतीय वाणी एवं श्रवण संस्थान (एआईआईएसएच) के हीरक जयंती समारोह में हुई, जहाँ राष्ट्रपति मुख्य अतिथि थे।
राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए, सिद्धारमैया ने मुस्कुराते हुए पूछा कि क्या आप कन्नड़ जानते हैं? हँसते हुए कहा कि मैं कन्नड़ बोलता हूँ। इस सवाल पर दर्शकों में ठहाके गूंज उठे। अपने जवाब में,राष्ट्रपति मुर्मू ने स्वीकार किया कि कन्नड़ उनकी मातृभाषा नहीं है, लेकिन उन्होंने भारत की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के प्रति गहरी प्रशंसा व्यक्त की। उन्होंने कहा, मैं माननीय मुख्यमंत्री को बताना चाहूँगी कि हालाँकि कन्नड़ मेरी मातृभाषा नहीं है, फिर भी मैं अपने देश की सभी भाषाओं, संस्कृतियों और परंपराओं का बहुत सम्मान करती हूँ। मैं उनमें से प्रत्येक का बहुत सम्मान करती हूँ। उन्होंने लोगों को अपनी मूल भाषाओं और परंपराओं को संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि मैं धीरे-धीरे कन्नड़ सीखने का प्रयास ज़रूर करूँगी। राष्ट्रपति के इस भाषण पर दर्शकों ने तालियाँ बजाईं। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब कर्नाटक में भाषा संबंधी बहस एक बार फिर सुर्खियाँ बटोर रही है। इस साल की शुरुआत में सिद्धारमैया ने दैनिक जीवन में कन्नड़ के व्यापक उपयोग का आह्वान करते हुए कहा था कि कर्नाटक में रहने वाले सभी लोगों को यह भाषा बोलनी सीखनी चाहिए। उनके इस बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और राज्य में भाषा नीतियों पर नए सिरे से बहस शुरू कर दी।
कर्नाटक में भाषा संबंधी मुद्दे लंबे समय से विवाद का विषय रहे हैं। कन्नड़ समर्थक समूह सरकारी, शिक्षा और सार्वजनिक साइनबोर्डों में कन्नड़ के अनिवार्य उपयोग की वकालत करते रहे हैं। दिसंबर 2023 में, कर्नाटक रक्षण वेदिके (केआरवी) ने बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन किया और बीबीएमपी के उस नियम को लागू करने की मांग की, जिसके तहत व्यावसायिक साइनबोर्डों पर 60त्न पाठ कन्नड़ में होना अनिवार्य है। स्थानीय ऑटो चालकों और गैर-कन्नड़ भाषी निवासियों या पर्यटकों के बीच भी इसी तरह के विवाद सामने आए हैं।

बाल-बाल बची 165 यात्रियों की जान

पक्षी से टकराया इंडिगो का विमान, नागपुर में हुई लैंडिंग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर से कोलकाता जा रही इंडिगो की फ्लाइट बीच उड़ान के दौरान किसी पक्षी से टकरा गई। यह टकराव इतनी तेज थी कि फ्लाइट को यू-टर्न लेकर नागपुर वापस आना पड़ा। नागपुर एअरपोर्ट पर फ्लाइट की दोबारा लैंडिंग करवाई गई।
नागपुर एअरपोर्ट के वरिष्ठ अधिकारी ने आज सुबह इस घटना की जानकारी दी है। हादसे के बाद को नागपुर एअरपोर्ट पर फिर से लैंड करवाया गया। वहीं, बाद में इस फ्लाइट को रद कर दिया गया। नागपुर एअरपोर्ट के अधिकारी का कहना है कि फ्लाइट ने आज सुबह नागपुर से कोलकाता के लिए उड़ान भरी थी। मगर, उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद शायद विमान किसी पक्षी से टकरा गया।

सीएसआर ने बेटी के कविता पर गिराई गाज

पार्टी से तत्काल प्रभाव से किया गया निलंबित

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। पार्टी अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने के. कविता को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित करने का निर्णय लिया है। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने मंगलवार को अपनी एमएलसी के. कविता को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया। यह निर्णय उनके पिता, तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने लिया।
उन्होंने अनुशासनात्मक कार्रवाई का कारण उनकी हालिया टिप्पणियों और गतिविधियों को बताया जो पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों के विरुद्ध थीं। बीआरएस ने ट्वीट किया कि पार्टी नेतृत्व इस मामले को गंभीरता से ले रहा है क्योंकि पार्टी एमएलसी के. कविता का हालिया व्यवहार और चल रही पार्टी विरोधी गतिविधियाँ बीआरएस पार्टी को नुकसान पहुँचा रही हैं। पार्टी अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने के. कविता को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित करने का निर्णय लिया है। कविता का निलंबन बीआरएस के भीतर एक बड़ी घटना है, जो ऐसे समय में हुआ है जब पार्टी पहले से ही आंतरिक चुनौतियों से जूझ रही है। यह कदम हफ़्तों से बढ़ते तनाव के बाद उठाया गया है। निलंबन से ठीक एक दिन पहले, उन्होंने केसीआर की छवि खराब करने के लिए पार्टी के सहयोगियों पर खुलेआम आरोप लगाकर बीआरएस में खलबली मचा दी थी।

उन्होंने वरिष्ठ नेता टी हरीश राव और पूर्व सांसद मेघा कृष्ण रेड्डी पर अपने पिता पर भ्रष्टाचार का ठप्पा लगाने का आरोप लगाया और हरीश राव तथा संतोष कुमार पर उन्हें दरकिनार करने की साज़िश रचने का आरोप लगाया। 22 अगस्त को, कविता को तेलंगाना बोग्गू गनी कार्मिक संघम (टीबीजीकेएस) के मानद अध्यक्ष पद से अचानक हटा दिया गया, जबकि वह विदेश में थीं। उन्होंने पार्टी के अंदरूनी सूत्रों पर उनके खिलाफ साज़िश रचने का आरोप लगाया और कहा कि उनका निष्कासन राजनीति से प्रेरित था।

सूडान में भूस्खलन, हजारोंकी गई जान!

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सूडान के पश्चिमी क्षेत्र दारफुर में भूस्खलन के कारण 1000 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस देश पर नियंत्रण रखने वाले विद्रोही समूह- सूडान लिबरेशन मूवमेंट-आर्मी ने बताया कि कई दिनों की भारी बारिश के बाद तरासिन गांव में रविवार को भूस्खलन हुआ।
रिपोर्ट्स के मुताबिक ये गांव मध्य दारफुर के मर्राह पर्वतों के बीच है। इसे हाल के कुछ वर्षों की सबसे भयानक प्राकृतिक आपदा माना जा रहा है।
सूडान लिबरेशन मूवमेंट-आर्मी ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, तरासिन गांव में रहने वाले लगभग सभी लोगों की मौत हो चुकी है। केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा है। अनुमान है कि लगभग एक हजार लोग मारे गए हैं। गांव पूरी तरह से तबाह हो चुका है।

अफगानिस्तान में भूकंप से मरने वालों की संख्या 900 पहुंची

काबुल। अफगानिस्तान के पूर्वी पहाड़ी इलाके में आए 6.0 तीव्रता के भूकंप में मरने वालों का आंकड़ा 900 पहुंच गया है और करीब 3,000 लोग घायल हुए हैं। इस विनाशकारी भूकंप के कारण कई गांवों में घर पूरी तरह ढह गए थे और लोग घंटों तक मलबे में फंसे रहे। राहत और बचाव कार्य जारी है। मंगलवार को एक अधिकारी ने बताया कि इस हादसे में अब तक करीब 3,000 लोग घायल हुए हैं, और राहत टीमें मलबे के नीचे फंसे लोगों को निकालने में जुटी हैं। यह विनाशकारी भूकंप रविवार देर रात आया था और इसकी तीव्रता 6.0 मापी गई थी। यह भूकंप एक पहाड़ी क्षेत्र में आया था, जिससे कई गांवों में घर पूरी तरह ढह गए और लोग घंटों तक मलबे के नीचे दबे रहे। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता यूसुफ हम्माद ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया, घायलों को निकाला जा रहा है, इसलिए यह आंकड़े अभी और भी बदल सकते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ इलाकों में भूकंप के कारण भूस्खलन हुआ जिससे सडक़ें बंद हो गई थीं। हालांकि अब कई सडक़ों को फिर से खोल दिया गया है और बाकी रास्तों को भी जल्द खोलने की कोशिश की जा रही है, ताकि उन इलाकों तक पहुंचा जा सके जहां जाना अब भी मुश्किल है।

 

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