अलका लांबा ने SIR पर EC-BJP को घेरा, कहा- फर्जीवाड़े की लिस्ट लंबी

कांग्रेस का कहना है कि वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ है, जिसमें एक ही पते पर कई वोटर और लाखों महिला मतदाताओं के नाम काटे गए हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः अलका लांबा ने बिहार चुनाव में ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ है, जिसमें एक ही पते पर कई वोटर और लाखों महिला मतदाताओं के नाम काटे गए हैं.

वोट चोरी का मामला दिन प्रति दिन फैलता जा रहा है और आए दिन अलग-अलग राज्य और सीटों पर कांग्रेस की ओर वोट चोरी के सबूत पेश किए जा रहे हैं. महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा ने अब बिहार के चुनावों पर बीजेपी पर वोट चोरी का आरोप लगाया है.

अलका लांबा ने कहा कि नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग ने बिहार में जमकर ‘वोट चोरी’ की है. वोट चोरी के ये कारनामे चुनाव आयोग द्वारा जारी फाइनल वोटर लिस्ट में सामने आए हैं. उन्होंने उद्हारण देते हुए कहा कि जमुई में एक ही घर के पते पर 247 वोटर रजिस्टर कर दिए गए. मुजफ्फरपुर में एक व्यक्ति का नाम वोटर लिस्ट में 3 बार दर्ज है और फाइनल लिस्ट आने के बाद भी वोटर लिस्ट में मृतकों के नाम दर्ज हैं.

लांबा ने आगे कहा कि ये कुछ मामले हैं, जो सामने आए हैं. लेकिन फर्जीवाड़े की लिस्ट लंबी है. नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग बिहार में ‘वोट चोरी’ कर लोगों का अधिकार, रोजगार और उनका भविष्य चोरी करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री याद रखें बिहार की जनता ‘वोट चोरी’ नहीं होने देगी और चुनावों में कड़ा सबक सिखाएगी. इसके अलावा SIR पर बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर चुनाव आयोग द्वारा बिहार मेंSIR के नाम पर भारी फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. बिहार में करीब साढ़े 3 करोड़ महिला मतदाता हैं, लेकिन करीब 23 लाख महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए हैं. ये महिलाएं आगामी विधानसभा चुनावों में वोट नहीं दे पाएंगी. हमारा मानना है, ये फैसला संविधान के खिलाफ है.

बता दें कि बिहार के जिन 6 जिलों में लाखों महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काटे गए हैं, उनमें गोपालगंज, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, भोजपुर और पूर्णिया विधानसभा शामिल हैं. बिहार के जिन 6 जिलों में सबसे ज्यादा महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काटे गए, उनमें करीब 60 विधानसभा सीटें आती हैं. साल 2020 के विधानसभा चुनाव का आंकड़ा देखें तो यहां INDIA गठबंधन ने 25 सीटें जीती थीं या दूसरी सीटों पर करीबी मुकाबला था. लांबा का कहना है कि अब चुनाव आयोग ने SIR के नाम पर इन्हीं सीटों पर भारी फर्जीवाड़ा करने का काम किया है.

बिहार में जहां करीब 23 लाख महिलाओं के नाम काट दिए गए. वहीं, करीब 15 लाख पुरुषों के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए. कांग्रेस पार्टी पूरे देश में इसी ‘वोट चोरी’ के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चला रही है, जिसमें हम 5 करोड़ हस्ताक्षर जुटाएंगे. लांबा ने वोट काटे जाने पर पूछे सवाल महिलाओं के काटे गए वोटों पर लांबा ने निम्न सवाल पूछे हैं.

जब इन्हीं महिलाओं ने बीते साल लोकसभा चुनाव में वोट डाले थे, तो क्या तब भी ये वोट फर्जी थे? क्या इन्हीं फर्जी वोट से सांसद बने, पूरी सरकार बनी? अलका ने कहा कि आज अंतिम समय में नाम जोड़ने और काटने की साजिश चल रही है, लेकिन हम इसका पर्दाफाश करके रहेंगे. नरेंद्र मोदी एक तरफ बिहार में चुनाव को प्रभावित करने के लिए महिलाओं के खाते में पैसा डाल रहे हैं. दूसरी तरफ, उन्होंने चुनाव आयोग के साथ मिलकर बिहार की करीब 23 लाख महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए. नरेंद्र मोदी ने टारगेट कर महिलाओं के वोट काटे हैं और उनके अधिकार भी छीने हैं. लेकिन नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग कितनी भी कोशिश कर लें, हम बिहार में ‘वोट चोरी’ नहीं होने देंगे.

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