UP में कोडीन कफ सिरप मामला: SIT गठित, ED भी जांच में शामिल

DGP राजीव कृष्ण ने बताया कि इस मामले में एक SIT भी गठित होगी, जो आगे जांच करेगी. ED भी इस मामले की इन्वेस्टिगेशन कर रही है.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: उत्तर प्रदेश में इस समय कोडीन कफ सिरप केस चर्चा में है. मामले को आज प्रमुख सचिव
गृह संजय प्रसाद, DGP राजीव कृष्ण और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की सचिव रोशन जैकब ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस की.DGP राजीव कृष्ण ने बताया कि इस मामले में एक SIT भी गठित होगी, जो आगे जांच करेगी. ED भी इस मामले की इन्वेस्टिगेशन कर रही है.

उत्तर प्रदेश में नशीली कोडीन मिक्स कफ सिरप की अवैध बिक्री और तस्करी के खिलाफ योगी सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत बड़ी कार्रवाई की है. मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश पर पूरे मामले की जांच के लिए SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) गठित करने का ऐलान किया गया है. आज लखनऊ में गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, डीजीपी राजीव कुमार कृष्ण और FSDA कमिश्नर रौशन जैकब ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अब तक की कार्रवाई का विस्तृत ब्यौरा दिया.

कोडीन मिक्स कफ सिरप केस में एक्शन
पिछले दो महीनों में बड़े पैमाने पर सबूत जुटाने के बाद बड़े स्तर पर छापेमारी.
कुल 128 FIR दर्ज.
3.5 लाख से ज्यादा बोतलें कोडीन मिक्स कफ सिरप बरामद.
35 लोग गिरफ्तार, जिनमें बड़े सप्लायर और स्टॉकिस्ट शामिल.
गाजियाबाद में 4 ट्रक, एक अन्य जनपद में एक ट्रक कफ सिरप पकड़ा गया.

ये मुख्य आरोपी गिरफ्तार
भोला जयसवाल, राणा और सौरभ त्यागी… अब तक ये प्रमुख आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. बाकी दो मुख्य आरोपियों पर भी जल्द कार्रवाई होने की बात कही गई है.

जांच का दायरा सिर्फ कफ सिरप तक सीमित नहीं
कोडीन के अलावा ट्रामाडोल, एक्ट्राजोलम जैसी अन्य नारकोटिक दवाओं की अवैध बिक्री पर भी एक्शन हुआ है. 40 से ज्यादा जनपदों में थोक विक्रेताओं और रिटेलर्स की जांच हो रही है. बताया जा रहा है कि छोटे व्यापारियों को बचाया गया, केवल बड़े पैमाने पर बिना दस्तावेज सप्लाई करने वालों पर सख्ती हुई है.

अंतरराष्ट्रीय तस्करी का एंगल
पुलिस को इनपुट मिला है कि ये नशीला कफ सिरप बड़े पैमाने पर बांग्लादेश और नेपाल में तस्करी के लिए भेजा जा रहा था. फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन और मनी ट्रेल की जांच चल रही है. प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस मामले को अपने हाथ में ले लिया है. मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध कमाई के एंगल से जांच होगी. प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने बताया कि आईजी की अध्यक्षता में SIT गठित होगी, जो आगे इस केस की जांच करेगी.

कंपनियों पर भी शिकंजा
फैंसीडिल सिरप बनाने वाली कंपनी 3B और ग्लोबिन फार्मा सहित कई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की भी जांच की गई. चार प्रमुख सप्लाई चैनल चिह्नित कर उन पर कार्रवाई हुई. कमिश्नर FSDA रौशन जैकब ने स्पष्ट किया कि मध्य प्रदेश में हुई दुखद घटना (जहां नशीले कफ सिरप से कई लोगों की मौत हुई थी) का इस मामले से कोई सीधा संबंध नहीं है.

DGP राजीव कृष्ण ने दी जानकारी
हीं डीजीपी राजीव कुमार कृष्ण ने कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट निर्देश है कि ड्रग माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई होनी चाहिए. चाहे वह कोडीन सिरप हो या कोई अन्य नशीली दवा, सभी पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी. SIT पूरे नेटवर्क को उखाड़ फेंकेगी.

यूपी पुलिस और FSDA का एक्शन
2023-24 में भी इसी तरह की कार्रवाई में फैंसीडिल सिरप के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था. इस बार का ऑपरेशन उससे कई गुना बड़ा और व्यापक है. यूपी पुलिस और FSDA की इस साझा कार्रवाई को नशे के कारोबार पर अब तक की सबसे बड़ी चोट माना जा रहा है. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है.

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