क्रिसमस पोस्ट पर सियासी बवाल, उदित राज बोले– त्योहार से नफरत गलत
क्रिसमस को लेकर बीजेपी सरकार के पोस्ट पर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस नेता उदित राज ने दिवाली-होली के उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि ऐसी सोच से देश की छवि को नुकसान हो रहा है.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: क्रिसमस को लेकर बीजेपी सरकार के पोस्ट पर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस नेता उदित राज ने दिवाली-होली के उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि ऐसी सोच से देश की छवि को नुकसान हो रहा है.
क्रिसमस को लेकर उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार के सोशल मीडिया पोस्ट पर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस नेता उदित राज ने इस मुद्दे पर बीजेपी और संघ परिवार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि किसी भी त्योहार से नफरत करना गलत है और यह देश की साझा संस्कृति के खिलाफ है.
‘दूसरों के त्योहार से नफरत ठीक नहीं’
उदित राज ने कहा, “ये संघी, भाजपाई लोग दूसरों के त्योहार से नफरत करते हैं. किसी फेस्टिवल से नफरत करना सही नहीं है. दुनिया में होली, दिवाली दूसरे देशों में मनाने के लिए पूरा उत्साह रहता है.”
कांग्रेस नेता ने कहा, “ट्रंप के साथ दिवाली मनाएंगे तो यहां पर उनका फेस्टिवल क्यों नहीं मना सकते हैं. ट्रंप ईसाई हैं. अमेरिका क्रिश्चियन कंट्री है.” उन्होंने साफ कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब भारतीय नेता विदेशी नेताओं के साथ त्योहार मनाते हैं, तो देश के भीतर उसी भावना को क्यों नहीं अपनाया जाता.
उदित राज ने आगे कहा, “यहां आप उनकी छुट्टी कैंसिल कर देंगे ये सही नहीं है.” उन्होंने आरोप लगाया, “तमाम जगहों पर जो भवंडर किया जा रहा है, चर्चों के सामने जाकर के गालियां दी जा रही हैं. दूसरे कर्मकांड किए जा रहे हैं. ये क्या है?” उदित राज ने कहा कि ऐसी घटनाएं देश की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं और समाज में डर व तनाव पैदा करती हैं.
अंतरराष्ट्रीय असर का दावा
कांग्रेस नेता ने अपने बयान में अंतरराष्ट्रीय घटनाओं का हवाला देते हुए कहा, “इसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है. ट्रंप ने भारतीयों को हथकड़ी और बेड़ी लगाकर भेजा और नेपाल के नागरिक को ससम्मान भेजा गया.” उन्होंने कहा कि देश के भीतर अल्पसंख्यकों के प्रति नकारात्मक माहौल का असर विदेशों में भी दिखाई देता है.
उदित राज ने कहा कि भारत की पहचान विविधता और आपसी सम्मान से है. सभी धर्मों के त्योहारों को समान भाव से मनाना ही देश की ताकत है और किसी एक समुदाय के त्योहार को लेकर नफरत फैलाना पूरे समाज के लिए नुकसानदेह है.



