चुनाव नतीजों के बाद फिर किसान आंदोलन की सुगबुगाहट, दिल्ली बैठक पर नजर

  • संयुक्त किसान मोर्चा ने बुलायी बैठक, विभिन्न मांगों पर होगी चर्चा, बनेगी रणनीति
    किसान नेता राकेश टिकैत का ऐलान, मांगें पूरी होने तक चलेगा आंदोलन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव के नतीजों के बाद एक बार फिर किसान आंदोलन की सुगबुगाहट तेज हो गयी है। अपनी मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा फिर सक्रिय हो गया है। मोर्चा ने दिल्ली में आज किसान संगठनों की बैठक बुलायी है। इसमें विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की जाएगी और आंदोलन की रणनीति बनेगी। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।

संयुक्त किसान मोर्चा ने आज दिल्ली में बैठक बुलाई है। मोर्चा से जुड़े नेताओं का कहना है कि इसमें दोबारा से किसान आंदोलन शुरू करने पर चर्चा के बाद फैसला लिया जाएगा। हालांकि पंजाब और यूपी में विधान सभा चुनाव के बाद मोर्चा से जुड़े करीब दर्जनभर किसान संगठन संघर्ष से किनारा करते नजर आ रहे हैं। संगठन का कहना है कि आंदोलन को स्थगित करने के दौरान कई मुद्दों पर केंद्र सरकार से हुई वार्ता सिरे नहीं चढ़ी है। न तो एमएसपी पर वार्ता हुई और न किसानों पर दर्ज सभी केस वापस लिए गए हैं। कई अन्य मुद्दे भी अधर में लटके हैं। आज की बैठक में इन पर विस्तार से चर्चा की जानी है। गौरतलब है कि इसके पहले पंजाब विधान सभा चुनाव नतीजों के बाद मुल्लांपुर दाखा के गुरशरण कला भवन में आयोजित मोर्चे की पहली बैठक से 11 संगठनों ने किनारा कर लिया। बैठक में सभी 32 संगठनों को पहुंचने का संदेश भेजा गया था। उसमें से 18 संगठनों के नेता बैठक में मौजूद रहे। तीन संगठनों ने फोन पर अपनी सहमति दे दी है।

वादों से मुकर रही सरकार

किसान नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून वापस ले लिए पर अन्य सभी वादों से पीछे हटती नजर आ रही है। एमएसपी और किसानों की कर्जमाफी समेत सभी वादों से सरकार मुकरती दिख रही है। किसानों पर दिल्ली और दिल्ली की सीमाओं पर दर्ज मुकदमे भी वापस नहीं लिए जा रहे हैं। खराब मौसम के चलते बर्बाद हुई फसल का मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है।

कई एजेंडों पर होगी चर्चा

दिल्ली में होने जा रही संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में कई एजेंडों पर चर्चा होगी। बताया जा रहा है कि बैठक में राष्ट्रीय स्तर के संघर्ष की नई रूप रेखा तय की जाएगी। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल, किसान संघर्ष कमेटी पंजाब के कमलप्रीत सिंह पन्नू, बीकेयू पंजाब के फुरमान सिंह, जमहूरी किसान सभा के कुलवंत सिंह संधू आदि का कहना है कि लखीमपुर खीरी कांड के आशीष मिश्रा को जमानत मिलने के बाद पीडि़त परिवारों और गवाहों की जान को खतरा बढ़ गया है लेकिन सरकार मूकदर्शक बनकर एक और लखीमपुर जैसी घटना का इंतजार कर रही है।

मुलाकातों का दौर, कैबिनेट गठन पर मंथन

  • राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले योगी आदित्यनाथ
  • आज तय हो सकती है शपथ ग्रहण की तारीख

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में भाजपा गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिन के दिल्ली के दौरे पर हैं। उन्होंने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तथा केन्द्र सरकार के अन्य मंत्रियों से भेंट की। इसके पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से सीएम योगी आदित्यनाथ की भेंट के बाद आज उत्तर प्रदेश में नई सरकार के शपथ ग्रहण की तारीख तथा मंत्रिमंडल के सदस्य भी तय हो सकते हैं। कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से शिष्टाचार भेंट की। इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, कहा कि आपका मार्गदर्शन उत्तर प्रदेश के समग्र उत्थान में सदैव हितकारी रहा है। अपना बहुमूल्य समय प्रदान करने के लिए हृदय से आपका आभार माननीय राष्ट्रपति जी। इससे पहले उन्होंने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से उनके आवास पर जाकर भेंट की। योगी आदित्यनाथ के दिल्ली के दो दिन के दौरे में उनकी सरकार के शपथ ग्रहण की तारीख तय करने के साथ उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों के नामों पर भी चर्चा हो रही है। माना जा रहा है कि दो दर्जन से अधिक मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी। इनमें भी एक दर्जन बिल्कुल नए चेहरे हो सकते हैं। डिप्टी सीएम की संख्या पर भी चर्चा हो रही है।

  • जयंत ने रालोद के सभी क्षेत्रीय, जिला और फ्रंटल संगठनों को किया भंग
  • समीक्षा को तीन सदस्यीय समिति गठित

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मेरठ। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने विधान सभा चुनाव समाप्त होते ही बड़ा फैसला लिया है। जयंत चौधरी ने विधान सभा चुनाव में मिली हार के बाद बड़ा निर्णय लेते हुए प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला और सभी फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया है। रालोद के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से यह सूचना जारी की गई है।
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने तत्काल प्रभाव से पार्टी के प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला संगठन के साथ ही सभी फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया है। उत्तर प्रदेश विधान सभा 2022 चुनाव की समीक्षा के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति में राजेन्द्र शर्मा, अश्विनी तोमर और जैनेन्द्र नरवार शामिल हैं। समिति सभी प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं से संवाद कर अपना प्रतिवेदन राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को सौपेंगी। जल्द ही नए सिरे से चरणवार संगठन का पुनर्गठन होगा। विधान सभा चुनाव में संगठन की निष्क्रियता और पार्टी प्रत्ययाशियों के चयन को लेकर हुई हार पर उंगली उठ रही थी। अब असंतुष्ट नेताओं को संगठन में प्रमुख पद देकर संतुष्ट किया जाएगा। खराब प्रदर्शन करने वालों को संगठन में जगह नहीं मिलेगी। गठबंधन के बाद भी रालोद को अपेक्षित सफलता नहीं मिली है।

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