अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर जयंत ने पीएम मोदी को घेरा
लखनऊ। राष्टï्रीय लोकदल (रालोद) के मुखिया जयंत चौधरी ने आगरा के खंदौली में युवा पंचायत में अग्निपथ भर्ती योजना पर सवाल उठाए। कहा कि वर्ष 2000 के बाद सेना में कोई भर्ती नहीं हुई है। युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना के जवान पेंशन के हकदार नहीं तो सांसद और विधायक क्यों? रालोद मुखिया ने अग्निपथ योजना के विरोध के दौरान हुई हिंसा में लिखे मुकदमों को वापस लेने की मांग उठाई। युवा पंचायत में रालोद मुखिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं की भावनाओं को समझना नहीं चाहते हैं। उन्होंने युवाओं से कहा कि वह राज्यसभा में अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध करेंगे। युवाओं के लिए लड़ाई लडूंगा। वर्ष 2000 के बाद सेना में कोई भर्ती नहीं हुई है। युवा बेराजगार घूम रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री के सलाहकारों को भी कटघरे मे खड़ा किया। जयंत चौधरी ने कहा कि पता नहीं प्रधानमंत्री के वे कौन से सलाहकार हैं, जो बिना सोचे समझे निर्णय ले लेते हैं। युवाओं से कहा कि तुम मैदान मे डटे रहो। राज्यसभा में अग्निपथ योजना का विरोध करूंगा और तुम्हारे हक की लड़ाई लडूंगा। पेंशन की बात पर उन्होंने कहा कि अगर सेना का जवान पेंशन का हकदार नहीं तो सांसद और विधायक क्यों हकदार हैं? जयंत चौधरी ने कहा की पीएम मोदी भारतीय सेना की परंपरा को समाप्त करना चहाते हैं। सेना का जवान हर हाल में सीमा पर सीना ताने खड़ा रहता है। उसको पेंशन क्यों नहीं मिलनी चाहिए। पंचायत में मुख्य रूप से सादाबाद के विधायक गुडडू चौधरी, हाथरस के जिलाध्यक्ष केशव चौधरी, जिलाध्यक्ष नरेन्द्र बघेल, कप्तान सिंह चाहर आदि मौजूद थे।
पर्यावरण को सुधारने की दिशा में प्रयासरत योगी सरकार
लखनऊ। योगी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में पर्यावरण को सुधारने की दिशा में प्रयासरत है। वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने सरकार की 100 दिनों की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि इस साल 35 करोड़ पौधारोपण से वर्ष 2030 में 18.55 मिलियन टन कार्बन अवशोषित हो सकेगा। पौधारोपण अभियान में कोई गड़बड़ी न हो इसलिए विभाग तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है। इस बार सभी 35 करोड़ पौधों की जियोटैगिंग की जा रही है। इससे पौधारोपण अभियान में और पारदर्शिता आएगी। मंत्री ने बताया कि 15 अगस्त को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रत्येक ग्राम पंचायत तथा शहरी निकाय में अमृत वन की स्थापना की जाएगी। इस दिन पांच करोड़ पौधारोपण होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर खाद्य वन विकसित किए जा रहे हैं।
इसमें फलों के पौधे रोपित किये जाते हैं। अभियान में राष्टï्रीय वृक्ष बरगद तथा देशज पौधे पीपल, पाकड़, नीम, बेल, आंवला, आम, कटहल, सहजन, आदि के रोपण को वरीयता दी जा रही है। वन मंत्री ने बताया कि वाराणसी, विंध्य एवं ब्रजभूमि इको टूरिज्म सर्किट के प्रचार-प्रसार एवं विकास का काम पूरा हो चुका है। इसके तहत नेचर गाइड का प्रशिक्षण, साइकिल ट्रैक, टै्रकिंग रूट का चिह्नीकरण, जीप सफारी के लिए आवश्यक व्यवस्था, पर्यटकों के रात्रि विश्राम के लिए विश्राम गृह की व्यवस्था आदि काम पूरे कर लिए गए हैं। वन मंत्री ने कहा कि भारतीय वन सर्वेक्षण की 2021 की रिपोर्ट में जिन 10 जिलों में हरियाली घटी है उसकी गंभीरता से जांच कराएंगे। गौरतलब है कि मिर्जापुर, सोनभद्र, आजमगढ़, बिजनौर, चंदौली, लखीमपुर खीरी, महाराजगंज, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत व सुलतानपुर में एफएसआई की वर्ष 2019 की रिपोर्ट की तुलना में 2021 की रिपोर्ट में हरियाली घट गई है।
वन मुख्यालय में बनेगा वार रूम
वन मुख्यालय में पौधारोपण अभियान की निगरानी के लिए एक वार रूम स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों से अपने खेतों में पौधारोपण करने का आह्वान किया। इसके अलावा सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों, सड़कों, राजमार्गों के किनारे भी बड़े पैमाने पर छायादार और फलदार पौधे लगाए जाएं।