कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही ने खोली कानून व्यवस्था की पोल, कहा, हिस्ट्रीशीटर को सुरक्षा दे रही पुलिस गरीबों को किया जा रहा परेशान

सुनवाई नहीं होने पर ग्रामीणों के साथ डीएम कार्यालय के सामने बैठे धरने पर, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

  • हिस्ट्रीशीटर प्रधानपति से मिलीभगत कर एसडीएम ने 170 ग्रामीणों को भेजा नोटिस
  • बिना जांच लिख दिया ग्राम समाज की जमीन पर कब्जे का मुकदमा
  • अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की योगी सरकार की नीति को अफसर ही लगा रहे पलीता
  • विपक्ष बोला, मंत्री ने दिखाया आईना, प्रदेश में है जंगलराज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। योगी सरकार की अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति की खुद अफसर ही धज्जियां उड़ा रहे हैं। अफसरों की मनमानी का आलम यह है कि वे मंत्री की शिकायत पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सीतापुर में सामने आया है। यहां कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही को हिस्ट्रीशीटर प्रधानपति के खिलाफ कार्रवाई कराने और बिना जांच ग्रामीणों को एसडीएम द्वारा जारी नोटिस को वापस कराने की मांग को लेकर अपने ही अफसरों के खिलाफ धरने पर बैठना पड़ा। अफसरों की मनमानी पर खुद राज्यमंत्री सुरेश राही ने कहा कि पुलिस हिस्ट्रीशीटर को सुरक्षा दे रही है जबकि गरीब ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। हालांकि मामले के तूल पकडऩे के बाद डीएम ने उनसे मुलाकात की और मामले की जांच का आश्वासन दिया। वहीं विपक्ष ने इस मामले पर सरकार के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा कि मंत्री ने सरकार को आईना दिखाया है। प्रदेश में जंगलराज है।
प्रदेश की कानून व्यवस्था की पोल खुद कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही ने खोल दी है। बिना जांच ग्रामीणों के खिलाफ जारी नोटिस को लेकर राज्यमंत्री डीएम कार्यालय पर धरने पर बैठे। मामला उनके विधान सभा क्षेत्र हरगांव के पिपाराघुरी गांव का है। उन्होंने बताया कि गांव का प्रधानपति हिस्ट्रीशीटर है। गांव में गौशाला बनी है। प्रधानपति रात में इन गायों को गौशाला से बाहर कर देता है। इस पर जब गांव वालों ने विरोध जताया तो उनको मारा-पीटा। मामला थाने पहुंचा और मुकदमा दर्ज किया गया। प्रधानपति की ओर से क्रास केस दर्ज कराया गया। इसके बाद ग्रामीणों के खिलाफ ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत पर 107/116की नोटिस जारी कर दी गयी। एसडीएम की ओर से कुल 170 लोगों को नोटिस दिया गया जबकि इसमें 70 फीसदी लोग गांव में रहते ही नहीं है। वे बाहर काम कर रहे हैं। एसडीएम बताएं कि कौन ग्राम समाज की जमीन है? कौन जांच करने गया था? बिना जांच के एसडीएम ने कैसे नोटिस जारी कर दिया। यही न्याय है क्या? अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। मामले की जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। नोटिस को वापस किया जाए। उन्होंने कहा कि जिसके खिलाफ मुकदमा लिखा गया है उसकी गिरफ्तारी तक नहीं की गयी उलटे उसे पुलिस ने सुरक्षा दे दी है।

आंबेडकर की मूर्ति तोडऩे की शिकायत पर कप्तान ने नहीं की कार्रवाई

राज्यमंत्री सुरेश राही ने कहा कि गांव में लगी बाबा साहेब आंबेडकर की मूर्ति तोड़ दी गई। इसकी सूचना मैंने कप्तान को दी। जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की लेकिन कप्तान ने मेरी बात नहीं सुनी।

मंत्री की शिकायत संज्ञान में आयी है। मैंने इस मामले में मंत्री से बात की है। जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
डीएम, अनुज सिंह

अब भाजपा सरकार के मंत्री भी सपा की बात स्वीकार करने लगे हैं कि पुलिस अपराधियों को संरक्षण दे रही है। योगी सरकार को उनके मंत्री ने आईना दिखा दिया है। प्रदेश में रामराज्य नहीं बल्कि जंगलराज कायम है।
सुनील सिंह साजन, सपा नेता

यूपी की कानून व्यवस्था के लिए राज्यमंत्री का धरना और उनका बयान ही काफी है। प्रदेश में कानून का इकबाल खत्म हो चुका है। सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है। पुलिस-अपराधियों के गठजोड़ के कारण आम आदमी भयभीत है।
सुरेंद्र राजपूत, प्रवक्ता, कांग्रेस

प्रदेश में पुलिस और प्रशासन बेलगाम हो चुके हैं। यहां कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। अब तो सरकार को उनके मंत्री ही कानून व्यवस्था की हकीकत बताने लगे हैं।
अनुपम मिश्रा, राष्ट्रीय संयोजक, टीम आरएलडी

हमें भाजपा के नेता नहीं, कार्यकर्ता चाहिए: केजरीवाल

  • आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने गुजरात में की अपील
  • विधान सभा चुनाव केे मद््देनजर लगातार राज्य का दौरा कर रहे केजरीवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल गुजरात विधान सभा चुनाव को लेकर प्रदेश के दौरे पर हैं। अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन आज केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला और कहा कि हमें भाजपा के नेता नहीं कार्यकर्ता चाहिए।केजरीवाल ने कहा, हमें भाजपा के बड़े-बड़े नेता नहीं चाहिए। हमें भाजपा के पन्ना प्रमुख, कार्यकर्ता चाहिए। ये बड़ी संख्या में हमारे से साथ जुड़ रहे हैं। आप सभी लोग भाजपा में रहो लेकिन काम हमारे लिए करो। कई लोगों को भाजपा पेमेंट करती है, पेमेंट भी वहीं से लो लेकिन काम आम आदमी पार्टी के लिए करो। इस दौरान उन्होंने गुजरात के लोगों को मुफ्त बिजली, इलाज और शिक्षा का वादा दोहराया। केजरीवाल ने कहा, मुझे जानकारी मिली है कि भुज में भाजपा की सभा में जितनी बसें गई थीं, उन बस ड्राइवरों और कन्डक्टर्स ने वापस आते समय लोगों को परिवर्तन लाने के लिए कहा है। आप तीन महीने तक यही करते रहें। हमारी सरकार बनते ही एक महीने में आप की सभी मांगें पूरी करूंगा। गुजरात का दौरा समाप्त करने से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री आज सूरत जाएंगे, जहां वह गणेश पंडाल में आरती में शामिल होंगे। इससे पहले केजरीवाल शुक्रवार को द्वारका में भगवान द्वारकाधीश के मंदिर में दर्शन किया था और जनसभा को संबोधित किया था। गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल बखूबी जानते हैं कि भाजपा की सबसे बड़ी ताकत उसका ग्राउंड जीरो पर माइक्रो लेवल का मैनेजमेंट है। पार्टी के लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ बहुत छोटे स्तर का कार्यकर्ता भी काम करता है। इसी के तहत पन्ना प्रमुख को 30 कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी दी जाती है। उसका काम पर इन्हीं तीस वोटों पर फोकस करने का रहता है। वह फोन से, या व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात कर तीस वोटर्स को भाजपा के पक्ष में मतदान कराने की जिम्मेदारी उठाता है। जब तक ये मतदाता मतदान स्थल तक नहीं पहुंच जाते है तब तक पन्ना प्रमुख का काम नहीं खत्म होता। भाजपा की इसी ताकत में केजरीवाल सेंध लगाना चाहते हैं।

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