औसत तापमान में 0.92 डिग्री की बढ़ोतरी

  • दुनिया के शीर्ष 10 सबसे गर्म वर्षों में शामिल होने के लिए तैयार 2022

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारत में हिमालय में बहुत अधिक हिमपात नहीं हुआ है। देश में अगर दिसंबर में भी अधिक सर्दी नहीं पड़ती है तो 2022 सबसे सबसे गर्म वर्षों में से एक होगा। लेकिन वास्तव में कितना गर्म? पिछले सप्ताह नासा के द्वारा जारी तापमान के जरिए हमें पूरी दुनिया में मौसम का अनुमान लगा सकते हैं। यहां वह डाटा है जो 2022 में तापमान के बारे में दर्शाता है।
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 के पहले 11 महीनों में इस वर्ष सामान्य से 0.92 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म रहा है। डाटा को देखा जाए तो यह नवंबर तक की अवधि के लिए 1880 के बाद से 2022 को पांचवां सबसे गर्म वर्ष बनाता है। वैश्विक स्तर पर इस डाटा की सटिकता की पुष्टि नहीं की जा सकती है। हालांकि, 37 देशों में से 10 (जैसे पुर्तगाल, इटली और तुर्की) जिनके लिए यह विश्लेषण संभव था, जो कि 1950 के बाद से अपने शीर्ष दस सबसे गर्म दिसंबर का अनुभव कर रहे हैं। निश्चित रूप से, ब्रिटेन जहां मौसम केवल इस सप्ताह हल्का हो गया है, औसतन एक अनुभव कर रहा है दिसंबर अब तक सामान्य से तीन डिग्री अधिक ठंडा रहा। इस साल अक्तूबर तक के सभी महीने रिकॉर्ड किए गए इतिहास में शीर्ष 10 सबसे गर्म महीनों में से थे। छह महीने शीर्ष पांच सबसे गर्म महीनों में से थे और जून, जुलाई, अगस्त शीर्ष दो सबसे गर्म थे। नवंबर एक अपवाद था जो कि 2022 में 14वां सबसे गर्म था, क्योंकि दक्षिणी गोलार्ध वसंत (यह सितंबर से नवंबर तक चलता है) अपेक्षाकृत ठंडे नोट पर समाप्त हुआ।

ला नीना के बावजूद ग्लोबल वार्मिंग में कोई कमी नहीं

जाहिर है, ला नीना के बावजूद ग्लोबल वार्मिंग में कोई कमी नहीं आई है। दुनिया के एक मानचित्र से पता चलता है कि इस वर्ष यूरोप और एशिया का अधिकांश भाग सामान्य की तुलना में कम से कम दो डिग्री अधिक गर्म रहा। 151 में से 15 देश जिनके लिए यह विश्लेषण संभव है (अधिकांश 15 पश्चिमी यूरोपीय देश जैसे स्विट्जरलैंड, बेल्जियम और फ्रांस हैं) सामान्य से कम से कम 2.5 डिग्री अधिक गर्म थे। रैंकिंग के संदर्भ में, यह 64 देशों के लिए शीर्ष पांच सबसे गर्म वर्षों में से एक रहा है, और 24 देशों के लिए रिकॉर्ड पर सबसे गर्म रहा है।

कोहरे का असर : बदला गया स्कूलों का समय

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में घने कोहरे का असर दिखने लगा है। कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। कई स्थानों पर सडक़ दुर्घटना की खबरें सामने आई हैं। ऐसे में जिला प्रशासन के स्तर पर अब स्कूलों के टाइमिंग में बदलाव की घोषणाएं शुरू हो गई हैं। कई जिलों में बुधवार से ही स्कूलों के समय में बदलाव कर दिया गया है। गाजियाबाद जिला प्रशासन ने स्कूलों के टाइमिंग में बड़ा बदलाव कर दिया है। अब सुबह 9:30 बजे से स्कूलों की कक्षाएं शुरू होंगी। वहीं उन्नाव जिला प्रशासन ने भी स्कूल टाइमिंग में बदलाव किया है। अन्य जिलों में भी स्कूलों के समय में बदलाव की तैयारी की जा रही है। बढ़ती सर्दी और कोहरे को देखते हुए 12वीं कक्षा तक के स्कूल सुबह 9:00 बजे से खुलेंगे। डीएम राकेश कुमार सिंह के आदेश पर जिला स्कूल निरीक्षक राजेश कुमार श्रीवास ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। आदेश के तहत यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई, मदरसा शिक्षा बोर्ड, संस्कृत स्कूलों समेत सभी स्कूलों पर इसे कड़ाई से लागू कराने का आदेश दिया गया है।

Related Articles

Back to top button