महंगाई पर विधान सभा गर्म, सरकार ने पेश किया अनुपूरक बजट
- महंगाई पर चर्चा कराने को लेकर विफरा विपक्ष, कहा, सदन की परंपरा तोड़ रही सरकार
- नारेबाजी और हंगामे के कारण स्थगित करनी पड़ी सदन की कार्यवाही
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मानसून सत्र के दूसरे दिन महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष ने विधान सभा में जमकर हंगामा किया और सरकार पर सदन की परंपरा तोडऩे का आरोप लगाया। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अनुपूरक बजट पेश किया।
विधान सभा में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने महंगाई का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। घरों में खाने के लाले पड़े हैं। सदन में सबसे पहले महंगाई पर चर्चा होनी चाहिए। इसी बीच सपा समेत विपक्षी सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने विपक्षी सदस्यों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। इस पर उन्होंने सदन की कार्यवाही को 40 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। 11.45 बजे विधान सभा में सदन के स्थगन की अवधि को 12.20 बजे तक बढ़ाने की घोषणा हुई। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सरकार विधान सभा की परंपरा को तोड़ रही है। प्रश्नकाल और शून्यकाल के बाद नियम 56 में चर्चा कराई जाती रही है, लेकिन आज सरकार ने नियम 56 को 78वें स्थान पर डाल दिया। इससे पहले कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा ने भी महंगाई का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार चर्चा से भागे नहीं। बसपा विधानमंडल दल नेता शाह आलम ने कहा कि सरकार चाहती ही नहीं कि जनहित के किसी मुद्दे पर चर्चा हो। हंगामे के बाद वित्ती मंत्री सुरेश खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2021-22 का पहला अनुपूरक बजट विधान मंडल में पेश किया। इस मौके पर महंगाई पर विपक्ष को जवाब देते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सरकार गरीबों को मुफ्त में खाद्यान्न बांट रही है। प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के दाम अन्य राज्यों से कम हैं। उन पर वैट भी अन्य राज्यों की तुलना में कम है। विपक्ष के पास कोई काम नहीं है। वह सदन की कार्यवाही में बाधा डालना चाहता है।
7301.52 करोड़ का है अनुपूरक बजट
मुख्यमंत्री की घोषणाओं और अगले छह माह में पूरी की जा सकने वाली परियोजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए 7301.52 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट विधान सभा में पेश किया गया, जो आम बजट का 1.33 प्रतिशत है। इससे पहले मंत्रिपरिषद की बैठक में बजट के प्रस्तावों पर मुहर लगी। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अत्यंत जरूरी योजनाओं को पूरा करने के लिए यह बजट लाया गया है। इसमें युवाओं को रोजगार के लिए तीन हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। गन्ना किसानों का भुगतान और अधिवक्ताओं के लिए सामाजिक सुरक्षा निधि का बजट में प्रावधान किया गया है। राजधानी में अंबेडकर स्मारक तथा सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण, आंगनबाड़ी, आशा वर्कर और चौकीदारों के लिए मानदेय में वृद्धि, गोवंश का रखरखाव और अयोध्या में पार्किंग की व्यवस्था व बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बजट में प्रावधान किया गया है।
सडक़ पर उतरी कांग्रेस, प्रदर्शन
किसान, महंगाई और कोरोना समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर कांग्रेस सदन से सडक़ तक सरकार को घेर रही है। आज भी कांग्रेस पार्टी के विधायकों के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और आराधना मिश्रा ने सडक़ पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।