महाराष्ट्र में रेड पर सियासत लाल
उद्धव ठाकरे के करीबियों पर ईडी की छापेमारी, विपक्ष ने मोदी सरकार पर बोला हमला
16 से ज्यादा जगहों पर कार्रवाई
बोला विपक्ष, एकजुटता से डर गई है भाजपा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता के लिए जुट रहे नेताओं के ऊपर भाजपा की मोदी सरकार का अत्याचार जारी है। इसबार महाराष्टï्र में ईडी ने पूर्व सीएम और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के करीबियों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी के बाद सियासत गरमा गई। पूरे विपक्ष ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा है विपक्षी एकता को देखकर वो घबरा गई है इसलिए इस तरह के छापे डलवा रही है। इस रेड के बाद शिवसेना (यूबीटी) गुस्से से लाल हो गई है।
ज्ञात हो मुंबई में बीएमसी के कोविड सेंटर घोटाले केस को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यह कारवाई की है। ईडी की टीम ने बुधवार सुबह 16 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की है। ये छापेमारी राजधानी मुंबई में हुई है। बताया जा रहा है कि। इनमें से कुछ लोग पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे के भी करीबी हैं। जानकारी के मुताबिक, छापेमारी शिवसेना (यूबीटी) की युवा सेना सचिव सूरज चव्हाण के ठिकाने पर भी हुई है। जिन आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है, उनमें बीएमसी अधिकारी, सप्लायर्स और आईएएस अधिकारी भी शामिल हैं।
9 हजार करोड़ रुपये का हिसाब दे शिंदे सरकार : उद्धव
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि कि आगामी 1 जुलाई को आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में बीएमसी पर मोर्चा निकाला जाएगा। मोर्चे में बीजेपी और एकनाथ शिंदे की सरकार आने के बाद से बीएमसी का फिक्स डिपॉजिट (एफडी) तोडक़र खर्च किए गए 9 हजार करोड़ रुपये का हिसाब मांगा जाएगा। उद्धव ने कहा कि एफडी जनता का पैसा है। बीएमसी पर सत्ता के दौरान शिवसेना ने 92 हजार करोड़ रुपये एफडी कराए हैं, लेकिन बीजेपी की चाहत इसे तोडक़र बीएमसी को कंगाल बनाने की है, ताकि बीएमसी को कटोरा लेकर राज्य सरकार और दिल्ली के सामने भीख मांगनी पड़े।
बीएमसी के भ्रष्टाचार की होगी जांच : शिंदे
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बीएमसी में भ्रष्टाचार की जांच के लिए एसआईटी के गठन की घोषणा की है, जिस पर उद्धव ने कहा कि यह तो उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली स्थिति है। हमारे कार्यकाल में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। एसआईटी का गठन कर उन्हें जांच करानी है, तो कराने दो, सब को दिख रहा है भ्रष्टाचार कौन कर रहा है। उन्होंने कहा कि मोर्चे में आघाडी के दल शामिल होते हैं, तो और भी अच्छा है।
महानगरपालिका पूरी तरह अपारदर्शी और भ्रष्ट : फडणवीस
राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा में एक रिपोर्ट पेश की है। फडणवीस का आरोप है कि महानगरपालिका का प्रशासन पूरी तरह अपारदर्शी और भ्रष्ट था। यह रिपोर्ट सिर्फ 12 हजार करोड़ रुपये का काम के बारे में है, लेकिन पूरा काम और चौंकाने वाली चीजें उजागर करेगा। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के दौरान अनियमितताओं के अलावा जांच में यह भी पाया गया कि दो अलग-अलग विभागों में 20 कार्य बिना निविदा के प्रदान किए गए थे।
किरीट सोमैया ने लगाया था घोटाले का आरोप
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कोरोना काल में कोरोना सेंटर में मेडिकल इैिक्वपमेंट्स खरीदने के मामले में घोटाले का आरोप लगाया था। इस मामले में बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल से भी पूछताछ की जा चुकी है। चहल पर आरोप है कि उन्होंने कोविड सेंटर के कॉन्ट्रैक्ट बेनामी कंपनियों को दिए थे। इनमें से ज्यादातर कंपनियों को मेडिकल फील्ड में कोई अनुभव नहीं था।
25 साल में हुए भ्रष्टाचार की एसआईटी जांच हो : पटोले
शिंदे सरकार ने 2019 ते 2022 तक के आघाडी के कार्यकाल के दौरान बीएमसी में हुए भ्रष्टाचार की जांच एसआईटी से कराने की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बीजेपी पिछले 25 साल तक शिवसेना के साथ बीएमसी की सत्ता में थी। शिंदे-फडणवीस सरकार में हिम्मत है, तो उसे इन 25 साल में हुए भ्रष्टाचार की जांच एसआईटी से करानी चाहिए।
आदिपुरुष पर बैन लगाने की मांग की याचिका पर हाईकोर्ट का इंकार
हिन्दू सेना को लगाई फटकार, 30 जून को होगी बहस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। रामायण पर आधारित फिल्म आदिपुरुष पर बैन लगाने की मांग पर दिल्ली हाईकोर्ट ने याचिका पर जल्द सुनवाई से इनकार किया है। हाई कोर्ट ने कहा कि याचिका में कोई अर्जेंसी नहीं है। दिल्ली हाईकोर्ट मामले में 30 जून को सुनवाई करेगा।
हिन्दू सेना ने याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की गई। हाई कोर्ट ने कहा- जब फिल्म रिलीज हो गई तो आप क्या मांग कर रहे है, क्या आप फिल्म के बारे में पहले से नहीं जानते थे। याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि फिल्म में कई आपत्तिजनक सीन हैं। जब फिल्म का टीजर आया था तब आश्वासन दिया गया था कि विवादित हिस्से को हटा दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि फिल्म की वजह से भारत के अंतरराष्ट्रीय रिश्तों पर भी असर पड़ा, नेपाल ने फिल्म को बैन कर दिया।
उत्पीडऩ व उपेक्षा के खिलाफ एकता का नाम है ’पीडीए‘: अखिलेश यादव
लोगों से की अपील : दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इससे जुड़ें
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि पीडीए मूल रूप से ‘पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक’ के शोषण, उत्पीडऩ व उपेक्षा के खिलाफ उठती हुई चेतना व समान अनुभूति से जन्मी उस एकता का नाम है, जिसमें हर वर्ग के वे सब लोग शामिल हैं।
उन्होंने लोगों से भी इस मुहिम से जुडऩे की अपील की है। कहा कि जो मानवता के आधार पर इस तरह की नाइंसाफी के खिलाफ हैं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सब इससे जुड़ें। सपा अध्यक्ष ने बीते दिनों एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को पीडीए हराएगा। उन्होंने कहा था कि जिस तरह 2014 में भाजपा का आगमन हुआ था ठीक वैसे ही 2024 में भाजपा की विदाई हो जाएगी।
अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर दी बधाई
अखिलेश यादव ने अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर ट्वीट कर लोगों को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया कि अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई और शुभकामनाएँ! योग तन, मन और आत्मा के एकात्म का वो योग है, जो स्वयं को स्वयं से जोड़ता है और व्यक्तित्व का विकास करके अन्य से भी जुडऩे की प्रेरणा देता है।