बस एक्सीडेंट पर सियासत का पारा चढ़ा, राउत बोले ‘समृद्धि हाईवे शापित है’,कई लोगों के श्राप से तैयार, तभी हो रहा हादसा

बुलढाणा। महाराष्ट्र के समृद्धि हाइवे पर बुलढाणा जिले के सिंदखेडराजा में पिंपलखुटा इलाके में हुए बस हादसे में 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। नागपुर से पुणे जा रही विदर्भ ट्रैवल्स की बस में 33 यात्री सवार थे। बस एक बिजली के खंभे से टकरा गई इसके बाद डिवाइडर से घिसटती हुई पलट गई। बस में आग लग गई। तभी बस की डीजल टंकी फूट गई और सब राख हो गया। इस हादसे को लेकर उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत का बयान आया है। एआईएमआईम सांसद इम्तियाज जलील ने इसे दुर्घटना नहीं हत्या बताया है।
शरद पवार ने भी ट्वीट कर समृद्धि महामार्ग पर लगातार हो रहे हादसे पर चिंता जताई है। पवार ने कहा कि एक हफ्ते पहले ही उन्होंने संबंधित विभाग से समृद्धि हाईवे पर अब तक हुई दुर्घटनाओं के आंकड़े मंगवाए थे। इस हाईवे पर रफ्तार की तय सीमा को निर्धारित करना जरूरी है। ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक सही उपाय योजना जल्द से जल्द लाई जाए। उद्धव ठाकरे ने कहा है कि, समृद्धि महामार्ग में अब तक 300 मौतें हो चुकी हैं। एक साल से सरकार ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कुछ नहीं किया है। इस बीच अभी की अपडेट यह है कि सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस घटनास्थाल का मुआयना करने के बाद बुलढाणा अस्पताल की ओर रवाना हो गए हैं। यहां जो 8 लोग बस के शीशे तोड़ कर बाहर आ सके उन घायलों का इलाज शुरू है।
संजय राउत का बयान विवादास्पद है। उन्होंने इस हादसे पर शनिवार को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘समृद्धि महामार्ग शापित है। लोगों से जबर्दस्ती जमीनें लेकर हड़बड़ी में बनाया गया है। भ्रष्टाचार के बल पर तैयार हुआ है। इस महामार्ग को कई लोगों ने श्राप दिया है। शिंदे सरकार को उद्घाटन की जल्दी थी। रफ्तार की सीमा तय करने के लिए हमने कई बार कहा। कुछ नहीं हुआ।’
संजय राउत के इस विवादास्पद बयान के जवाब में बीजेपी विधायक नितेश राणे ने कहा कि, ‘ बालासाहेब ठाकरे के नाम पर बने समृद्धि महामार्ग को शापित कहना गलत है। समृद्धि महामार्ग जब बनने वाला था तो सबसे पहले विरोध संजय राजाराम राउत ने किया था। इसके बाद उन्होंने और उनके बॉस उद्धव ठाकरे मान गए। कितने खोखे मिले? कितनी पेटियां गईं। पहले विरोध करने के बाद क्यों मान गए? संजय राउत इसका जवाब दें।’

 

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