ग्रीन गैस की मनमानी से बढ़ी परेशानी, बिना बताए रोकी गैस सप्लाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। खाना बनाने के लिए जरूरी गैस ही अगर रोक दी जाए तो सोचिए क्या होगा? जाहिर सी बात है लोगों को भूखे रहना पड़ेगा। पर राजधानी लखनऊ में कुकिंग गैस सप्लाई करने वाली कंपनी ग्रीन गैस लिमिटेड को कोई फर्क नहीं पड़ता की उसके द्वारा रोकी गई सप्लाई से लोगों का क्या हाल हो रहा होगा। दरअसल, कुकिंग गैस की सप्लाई एक जीवन उपयोगी सुविधा के रूप में संचालित की जाती है।
लखनऊ के गोमती नगर विस्तार सरस्वती अपार्टमेंट में ग्रीन गैस लिमिटेड कंपनी की तरफ़ से गैस सप्लाई की जाती है, लेकिन विगत दो दिनों से निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि कंपनी ने सप्लाई रोक दी है। बिना किसी पूर्व सूचना के ही सप्लाई कंपनी द्वारा गैस की सप्लाई अचानक रोक दी गई। कंपनी के कर्मचारियों ने दो दिनों तक तकनीकी खऱाबी का हवाला देते हुए सप्लाई को बाधित रखा । जिससे लगभग 25 सौ से ज़्यादा निवासियों को भारी संकट का सामना करना पड़ा।
निवासियों में काफी रोष, कार्रवाई की मांग
कंपनी द्वारा गैस रोके जाने से वहां के निवासियों में आक्रोश व्याप्त हो गया। लोगों ने कंपनी के अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। ए ब्लॉक निवासी राजेश वत्स ने कहा कि -गैस सप्लाई एजेंसी के उपर इस घोर लापरवाही के लिए निश्चित रूप से अर्थदंड लगाना चाहिएबी ब्लॉक निवासी संतोष सिंह ने कहा कि – बिना किसी पूर्व सूचना के सप्लाई बंद कर देना अपराध की श्रेणी में आता है कंपनी के ऊपर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। सी ब्लॉक निवासी रमेश पाल ने कहा कि- अगर ये कंपनी इतनी लापरवाही से काम कर रही है तो दूसरे विकल्प के रूप में किसी और कंपनी द्वारा सप्लाई लेने के बारे में सोचना चाहिए। डी ब्लॉक निवासी नितिन गर्ग ने कहा कि दो दिनों तक सप्लाई बाधित करने का मतलब है कि उचित रख रखाव में कमी है अगर यह कंपनी इतनी लापरवाह है तो सरकार द्वारा कंपनी को दिया गया अनुबंध तत्काल प्रभाव से निरस्त कर देना चाहिए। ई ब्लॉक निवासी सुभाष यादव ने कहा कि – सप्लाई कंपनी की ये लापरवाही अक्षम्य है हमें अन्य विकल्प के बारे में भी सोचना चाहिए।
राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि
यूपी के सीएम योगी ने भी किया याद
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित ‘‘सदैव अटैल जाकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पांचवीं पुण्यतिथि पर उन्हें बुधवार को श्रद्धांजलि अर्पित की, इनके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी ‘भारत रत्न वाजपेयी को पुष्पांजलि अर्पित की।
वहीं यूपी की राजधानी लखनऊ में भी सीएम योगी समेत भाजपा के कई नेताओं ने उन्हें पुष्पाजंलि दी। इस अवसर पर प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया. ‘‘सदैव अटल वाजपेयी का स्मारक है, वर्ष 2018 में आज ही के दिन दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उनका लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, अटल जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने में भारत के 140 करोड़ लोगों के साथ मैं भी शामिल हूं, उनके नेतृत्व से भारत को बहुत लाभ हुआ, उन्होंने हमारे देश की प्रगति को बढ़ावा देने और इसे विभिन्न क्षेत्रों में 21 वीं सदी में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पास बुलडोजर चलाने पर ’सुप्रीम‘ रोक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। श्रीकृष्ण जन्मस्थान के पास नई बस्ती में रेलवे की भूमि पर कब्जा करने वालों के मकानों पर चल रहे जेसीबी अभियान के विरुद्ध आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पास अतिक्रमण विरोधी अभियान को 10 दिनों के लिए रोक दिया है।
रेलवे को नोटिस जारी करते हुए कोर्ट ने कहा कि इस मामले की सुनवाई अब एक हफ्ते बाद होगी। जस्टिस अनिरुद्ध बोस, जस्टिस संजय कुमार और एसवीएन भट्टी की पीठ ने मामले में केंद्र और अन्य को नोटिस जारी किया है। याचिकाकर्ता याकूेेेेेेब शाह की ओर से पेश वकील ने पीठ को बताया,100 घरों पर बुलडोजर चलाया गया है। 70-80 घर बचे हैं। सारी बात निष्फल हो जायेगी। उन्होंने यह अभ्यास उस दिन किया जब उत्तर प्रदेश की अदालतें बंद थीं।
महिलाओं पर दी गई दलीलों और फैसलों में रूढि़वादी शब्दों का इस्तेमाल नहीं होगा: चंद्रचूड़
सुप्रीम कोर्ट ने जारी की नई हैंडबुक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। महिलाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ी पहल की है। महिलाओं को लेकर कानूनी दलीलों और फैसलों में स्टीरियोटाइप शब्दों का इस्तेमाल नहीं होगा। भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने न्यायिक फैसलों में लैंगिक रूढि़वादिता खत्म करने के लिए हैंडबुक लॉन्च की।
जजों और कानूनी बिरादरी को समझाने और महिलाओं को लेकर रूढि़वादी शब्दों के इस्तेमाल से बचने के लिए लैंगिक रूढि़वादिता का मुकाबला पुस्तिका जारी की। पिछले फैसलों में महिलाओं के लिए इस्तेमाल शब्दों को भी बताया। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा- ये शब्द अनुचित हैं और अतीत में जजों द्वारा इसका इस्तेमाल किया गया है, हैंडबुक का इरादा आलोचना करना या निर्णयों पर संदेह करना नहीं है, बल्कि केवल यह दिखाना है कि अनजाने में कैसे रूढि़वादिता का इस्तेमाल किया जा सकता है, विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ हानिकारक रूढि़वादिता के उपयोग के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए ये हैंडबुक जारी की जा रही है, इसका उद्देश्य यह बताना है कि रूढि़वादिता क्या है। यह कानूनी चर्चा में महिलाओं के बारे में रूढि़वादिता के बारे में है, यह अदालतों द्वारा उपयोग की जाने वाली रूढि़वादिता की पहचान करती है। यह न्यायाधीशों को उस भाषा को पहचानने से बचने में मदद करेगी, जो रूढि़वादिता की ओर ले जाती है। यह उन बाध्यकारी निर्णयों पर प्रकाश डालती है, जिन्होंने इसे उजागर किया है, सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने घोषणा की कि सुप्रीम कोर्ट ने लैंगिक रूढि़वादिता से निपटने पर एक हैंडबुक तैयार की है, यह न्यायाधीशों और कानूनी समुदाय को कानूनी चर्चा में महिलाओं के बारे में रूढि़वादिता को पहचानने, समझने और उसका मुकाबला करने में सहायता करने के लिए है, ये सुप्रीम कोर्ट वेबसाइट पर अपलोड होगी।
झंडारोहण
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विधानसभा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झंडारोहण किया। इसके अवाला सपा के राष्टï्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सैफई में ध्वजारोहण कर सभी का अभिवादन करते हुए स्वतंत्रता दिवस की मुबारकबाद दी। वहीं भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी एवं प्रदेश महामंत्री (संगठन) ने पर झण्डा फहराया तथा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने तिरंगे को सलामी देकर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया।
पुण्यतिथि
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माल्यार्पण किया। इस मौके पर मेयर सुषमा खर्कवाल व पूर्व मेयर संयुक्ता भाटिया समेत भाजपा के कई नेता मौजूद रहे।