कुछ लोगों के ट्वीट हम पढ़ते ही नहीं: अखिलेश
- मायावती के बयान पर सपा मुखिया का पलटवार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती के आरोपों पर पलटवार किया है। शनिवार को अखिलेश ने एक बयान दिया था जिसके बाद बसपा सुप्रीमो भडक़ी हुई है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और पूर्व सीएम मायावती के आरोपों पर पलटवार किया है। मायावती द्वारा सोशल मीडिया साइट एक्स पर किए गए पोस्ट्स के संदर्भ में जब अखिलेश से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के ट्वीट हम पढ़ते ही नहीं हैं।
दीगर है कि रविवार और सोमवार, लगातार दो दिनों से बसपा चीफ, सपा प्रमुख पर भडक़ी हुई हैं। सोमवार को तो उन्होंने यहां तक कह दिया कि सपा कार्यकाल में बनाए गए एक पुल की वजह से यूपी स्टेट इकाई के दफ्तर की सुरक्षा खतरे में पड़ गई। इससे पहले अखिलेश ने शनिवार को बलिया दौरे के दौरान मायावती के ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल होने पर गठबंधन के मजबूत होने को लेकर पूछे गए सवाल पर मायावती पर भरोसे के संकट की बात कही थी। बसपा चीफ ने लिखा – और अब सपा मुखिया जिससे भी गठबन्धन की बात करते हैं उनकी पहली शर्त बसपा से दूरी बनाए रखने की होती है, जिसे मीडिया भी खूब प्रचारित करता है। वैसे भी सपा के 2 जून 1995 सहित घिनौने कृत्यों को देखते हुए व इनकी सरकार के दौरान जिस प्रकार से अनेकों दलित-विरोधी फैसले लिये गये हैं। सपा प्रदेश मुख्यालय में महानगर व जिला अध्यक्ष की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि अगर सपा शासन में बने बसपा कार्यालय के सामने फ्लाईओवर से मायावती को खतरा है, तो उन्हें इसे बुलडोजर से गिरा देने की मांग केंद्र सरकार से करनी चाहिए। उस समय ट्रैफिक की जरूरत को देखते हुए हमने यह फ्लाईओवर बनवाया था।
भाजपा लोकतंत्र और संविधान को कमजोर कर रही
अखिलेश ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र और संविधान को कमजोर कर रही है। लड़़ाई बाबा साहब के संविधान और बुल्डोजर के बीच है। बैठक में अधिवक्ताओं ने लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को जिताने का संकल्प लिया। अधिवक्ता सभा ने अखिलेश यादव को 12 सूत्री एजेंडा भी सौंपा। इसमें चुनाव प्रक्रिया में अधिवक्ताओं की भूमिका तय करने, विधिक सलाहकार समिति बनाने, आरक्षण का लाभ न्यायिक सेवा में देने, राष्ट्रीय न्यायिक सेवा आयोग के गठन, वक्फ संपत्तियों के सर्वेक्षण और अल्पसंख्यकों को सुरक्षा आदि देने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन भाजपा का मुकाबला करने जा रहा है।
भाजपा विपक्षी गठबंधन को कमजोर करने के लिए चला रही अभियान
कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे के बसपा को गठबंधन में लाने के प्रयास संबंधी सवाल पर अखिलेश ने कहा कि आईएनडीआईए गठबंधन में कभी इस तरह की कोई बात नहीं हुई। अगर हुई होती तो उनकी जानकारी में भी होती। उन्होंने बिना नाम लिए अविनाश पांडे पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा कई तरीके से विपक्षी गठबंधन को कमजोर करने के लिए अभियान चला रही है। इस तरह की बातें भाजपा की इस रणनीति का हिस्सा हो सकती हैं।
केशव का दल और दिल बदलने का इरादा : शिवपाल
बीते कुछ दिनों से यूपी के कई सियासी दल बीएसपी पर जुबानी हमले कर रहे हैं। जबकि दूसरी ओर कांग्रेस मायावती को इंडिया गठबंधन के साथ जोडऩे के लिए पूरा जोर लगाए हुए है। अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और समाजवादी पार्टी नेता शिवपाल यादव भी आपस में इस मुद्दे पर भिड़ गए हैं। दोनों में सोशल मीडिया की जंग शुरू हो गई है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस मुद्दे पर रविवार को प्रतिक्रिया देते सोशल मीडिया पर लिखा, कांग्रेस से बुआ हाथ न मिला लें, कहीं इसलिए तो बबुआ परेशान नहीं है। इसपर शिवपाल यादव ने मोर्चा संभाला और उन्होंने पलटवार करते हुए लिखा, सरकार आपकी स्वयं के संगठन और सरकार में तो चल नहीं रही है, इसलिए संगठन और सरकार के दायित्व से इतर नजर बहुत पैनी रख रहे हैं। कहीं भाजपाई दंगल में बाहर कर दिए जाने की वजह से दल और दिल बदलने का इरादा तो नहीं? दरअसल, बीते दिनों अखिलेश यादव बलिया के दौरे पर थे। तब उनसे मायावती के गठबंधन में आने से जुड़ा सवाल पूछा गया। इसपर उन्होंने कहा, उसके बाद का भरोसा आप दिलाएंगे। बाद का भरोसा आप में से कौन दिलाएगा, अखिलेश यादव के इस बयान पर मायावती ने सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए पलटवार किया था।