लोकतंत्र की जननी को गर्त में डाल दिया: उमर अब्दुल्ला
विधानसभा परिसर में शूटिंग को लेकर राज्यपाल पर भडक़े नेकां नेता
बोले- कभी बनते थे यहां कानून और अब होता है मंचन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू। नेशनल कॉन्फ्रेन्स के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने प्रदेश के राज्यपाल शासन पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने जम्मू कश्मीर विधान सभा परिसर के अंदर एक टीवी धारावाहिक की शूटिंग की अनुमति देने को लेकर प्रदेश प्रशासन की कड़ी आलोचना की। उन्होंने इसे शर्मनाक करार दिया।
उमर ने एक्स पर धारावाहिक की कुछ तस्वीरें साझा करते हुए कहा, लोकतंत्र की जननी का असली चेहरा, जहां एक समय विभिन्न दलों, धर्मों, पृष्ठभूमियों और जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों से चुने गए लोगों के प्रतिनिधि बड़े महत्व के मामलों पर कानून बनाते थे, अब अभिनेता और कलाकार इसे टीवी नाटकों के सेट के रूप में उपयोग करते हैं। ज्ञात हो कि 20 दिसंबर, 2018 को राज्यपाल द्वारा जम्मू-कश्मीर विधानसभा को भंग कर दिया गया था। 20 जून, 2018 को पूर्व राज्य में 25 सदस्यीय भाजपा द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई थी। पूर्व राज्य के रूप में राज्यपाल शासन लागू करने से पहले विधानसभा को 19 दिसंबर, 2018 तक निलंबित रखा गया था। इसके बाद से जम्मू-कश्मीर में कोई विधानसभा चुनाव नहीं हुआ। केंद्र सरकार ने पांच अगस्त, 2019 को जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेश- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किया गया था। केंद्र ने संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को भी रद्द कर दिया, जो पूर्ववर्ती राज्य को एक विशेष दर्जा देता था। लद्दाख बिना विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश है।
भाजपा संचालित सरकार ने लोकतंत्र को कुचला
उन्होंने कहा कि यह दुखद है जम्मू-कश्मीर में भाजपा संचालित सरकार ने लोकतंत्र के प्रतीक, जहां वे कभी बैठते थे और शासन करते थे, को इस स्थिति में पहुंचा दिया है। वहां पर हुमा कुरेशी अभिनीत हिंदी भाषा की टीवी श्रृंखला महारानी की शूटिंग पिछले साल जून में जम्मू में विधानसभा परिसर के अंदर की गई थी। यह सीरीज 1990 के दशक में बिहार में हुए राजनीतिक बदलावों से प्रेरित है जब कुख्यात चारा घोटाले में फंसे तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को अपना उत्तराधिकारी बनाया था।अब्दुल्ला ने आगे लिखा, उनके पास एक नकली सीएम भी है जो उस कार्यालय से आ रहा है जिस पर मुझे छह साल तक रहने का विशेषाधिकार प्राप्त रहा।