लॉकडाउन में आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं के लिए जारी होगा ई-पास : नवनीत सहगल
- आमजन भी चिकित्सा सेवाएं हासिल करने के लिए कर सकते हैं ई-पास के लिए आवेदन
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने कहा कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण उत्तर प्रदेश में घोषित लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति के लिए शासन ने पिछले वर्ष की तरह एक बार फिर ई-पास जारी करने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा इस बारे में शासनादेश जारी कर दिया है। आमजन भी चिकित्सा सेवाएं हासिल करने के लिए ई-पास का आवेदन कर सकते हैं। आवश्यक वस्तुओं की सेवाएं न हासिल होने की दशा में लोग मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1076 पर अपनी शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। आवेदक राहत डॉट यूपी डॉट एनआईसी डॉट इन पर उपलब्ध लिंक के जरिए ई-पास के लिए आवेदन कर सकते हैं। ई-पास पोर्टल पर संस्थागत पास का भी प्रावधान किया गया है, जिसमें एक संस्था आवेदक सहित पांच कर्मियों के लिए पास का आवेदन कर सकती है। ऑनलाइन आवेदनों का परीक्षण व सत्यापन अधिकृत प्रयाासनिक अधिकारी करेंगे। आवेदनों को परीक्षण के बाद स्वीकृत अथवा अस्वीकृत किया जाएगा। नवनीत सहगल ने बताया कि स्वीकृत आवेदनों के ई-पास ऑनलाइन जारी होंगे, जिनको एसएमएस के जरिए दिए गए लिंक के जरिए डाउनलोड अथवा प्रिंट कर उपयोग किया जा सकेगा। ई-पास की इलेक्ट्रानिक प्रति भी मान्य होगी। ई-पास की पूर्ण अवधि में जांच के समय मांगे जाने पर आवेदक को ई-पास के साथ आवेदन करते समय अपलोड किया गया जीएसटी प्रमणपत्र, वाणिज्यिक पंजीकरण प्रमाण पत्र, फोटायुक्त पहचान पत्र, पैनकार्ड, मतदाता पहचान पत्र व अन्य प्रपत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। संबंधित शिकायत विभाग को आप कर सकते हैं।
जिलों में डीएम और एडीएम होंगे ई-पास के लिए अधिकृत
शासन के आदेशानुसार जिले की सीमा के भीतर ई-पास जारी करने के लिए उपजिलाधिकारी तथा प्रदेश की सीमा के भीतर ई-पास जारी करने के लिए डीएम की ओर से नामित अपर जिलाधिकारी अधिकृत होंगे। संस्थानों के लिए जारी ई-पास संपूर्ण लॉकडाउन अवधि के लिए होंगे, जबकि आम लोगों के जारी जिले के भीतर के पास एक दिन तथा अंतरजनपदीय पास दो दिन के लिए मान्य होंगे। चेकिंग के दौरान ई-पास का सत्यापन क्यूआर कोड के जरिए पुलिसकर्मी करेंगे। ई-पास जारी करने के लिए अधिकारियों को भी पूरी एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है। दूसरे राज्यों के लिए विशिष्ट मामलों में ई-पास आवेदक के प्रस्थान जिले से संबंधित डीएम जारी करेंगे।
दिक्कत हो तो यहां मांगे मदद
ई-पास के आवेदन संबंधी किसी समस्या के निराकरण के लिए विशेष सचिव, राजस्व विभाग रामकेवल के मोबाइल नंबर 9411006000, प्रोजेक्ट एक्सपर्ट चंद्रकांत के मोबाइल नंबर 9988514423, वाट्सएप नंबर 9454411081 तथा राहत आयुक्त कार्यालय के नंबर 0522-2238200 पर संपर्क किया जा सकता है।
सीएम योगी को फिर जान से मारने की धमकी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर किसी ने जान से मारने की धमकी दी है। डायल 112 के कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप नंबर पर किसी ने धमकी भरा मैसेज भेजा है। मैसेज में मुख्यमंत्री के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई है। धमकी देने वाले ने यह भी कहा है कि 4 दिन का समय दे रहा हूं, मेरा जो कुछ भी कर सकते हो, कर लो। मैसेज आते ही डायल 112 के अफसरों में हड़कंप मच गया। कंट्रोल रूम के ऑपरेशन कमांडर अंजुल कुमार की तरफ से सुशांत गोल्फ सिटी थाने में अज्ञात मोबाइल नंबर धारक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस संदिग्ध मोबाइल नंबर की तलाश में जुट गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 29 अप्रैल की रात करीब 8 बजे डायल 112 के व्हाट्सएप नंबर पर एक मैसेज आया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
पहले भी कई बार मिल चुकी है धमकी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी पहले भी कई बार मिल चुकी है। डायल 112 के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज भेज कर कई लोग मुख्यमंत्री को धमकी दे चुके हैं। पिछले साल मई, सितंबर और दिसंबर में मुख्यमंत्री को ऐसी कई धमकियां मिली थी। पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था। कुछ लोगों ने गलती से मैसेज भेजने की बात कुबूल की थी
फ्री वैक्सीनेशन के लिए पत्रकारों को अलग से अलॉट होंगे सेंटर
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। प्रदेश में चल रहे सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में अब मीडियकर्मियों और उनके परिजनों को खास तवज्जो दी जाएगी। कोरोना वारियर्स की तरह इस आपदा की घड़ी में दिन रात कवरेज कर रहे मीडियाकर्मियों व उनके 18 साल से ऊपर के परिजनों के वैक्सीनेशन के लिए सीएम योगी ने अलग से सेंटर अलॉट करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हो सके तो मीडियाकर्मियों के ऑफिस पर जाकर या फिर अलग सेंटर अलॉट कर 18 साल से ऊपर वाले मीडियाकर्मियों व उनके परिजनों का टीकाकरण किया जाए। मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों के लिए बड़ा फैसला लेते हुए निर्देश दिया है कि मीडियाकर्मियों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जाए। उनके लिए अलग सेंटर अलॉट किए जाएं और जरूरत हो तो उनके कार्यस्थलों पर जाकर निर्धारित मानकों को पूरा करते हुए उनके 18 प्लस के परिजनों के साथ फ्री वैक्सीनेशन किया जाए।
कैंसर अस्पताल का कोविड केयर सेंटर शुरू
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ के चकगजरिया स्थित कैंसर अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां कोविड अस्पताल का उद्ïघाटन भी किया। इस अस्पताल में संक्रमितों के लिए करीब 100 बेड उपलब्ध होंगे। कोविड अस्पताल का उद्ïघाटन करते हुए सीएम ने कहा लखनऊ में पहले की अपेक्षा संक्रमण की रफ्तार धीमी हुई है। संक्रमण रोकने के लिए सभी को एकजुटता दिखानी होगी। कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा पालन करना होगा। मुख्यमंत्री के साथ जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश मौजूद थे।