केंद्र के इशारे पर काम नहीं करने दे रहे एलजी : केजरीवाल
- बस मार्शल मामले पर भडक़े सीएम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। विधानसभा में लगातार दूसरे दिन डीटीसी की बसों से हटाए गए मार्शलों के संबंध में चर्चा हुई। इस दौरान मार्शलों को दोबारा नौकरी पर बहाल करने का संकल्प पास किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भाजपा के साथ-साथ उपराज्यपाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के इशारे पर उपराज्यपाल दिल्ली सरकार को कार्य नहीं करने दे रहे है। तत्कालीन उपराज्यपाल सरकार को नए कार्य नहीं करने देते थे, जबकि वर्तमान उपराज्यपाल सरकार के मौजूदा कार्य रोकने में लगे हुए।
वह दिल्ली सरकार के कई कार्य रोक चुके है। केजरीवाल ने कहा कि अधिकारी पहले सही से काम कर रहे थे, मगर अब वे कार्य रोकने में लग गए हैं। दरअसल, भाजपा के इशारे पर उपराज्यपाल ने अधिकारियों को सस्पेंड करने और ईडी पीछे छोडऩे कार्य नहीं करने के निर्देश दिए है। इसका उदाहरण बस मार्शल योजना के तौर पर मिल रहा है। यह योजना वर्ष 2015 से चल रही थी, लेकिन इसे एक नवंबर 2023 से बंद कर दिया गया। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि सिविल डिफेंस वालेंटियर्स का बसों में सुरक्षा संभालने का कार्य नहीं है।
जबकि आठ साल तक उनको इस ओर ध्यान नहीं आया। उन्होंने खुलासा किया कि अगस्त 2023 के बाद से परिवहन आयुक्त आशीष कुंद्रा भी बदल गए, क्योंकि उनको उपराज्यपाल ने बुलाकर धमकी दी कि बस मार्शल स्कीम बंद करो, वरना सस्पेंड कर दिया जाएगा और ईडी-सीबीआई पीछे लगा दी जाएगी। जबकि यह योजना बसों में सफर कर रही महिलाओं में बहुत प्रसिद्ध थी।
उपराज्यपाल की चिट्ठी में लिखी भाषा पर सवाल उठाया
केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल का एक पत्र मिला, जो बिल्कुल निंदनीय है। इस पत्र में जिस भाषा का प्रयोग किया गया है, वह अत्यंत भद्दी और आपत्तिजनक है। उनको अपने पत्र में हमारी सरकार पर यह कहते हुए आरोप लगाया है कि आप लोग छोटे-मोटे राजनीतिक खेलों के लिए ये सब कर रहे हैं। आप अपनी अकुशलता के लिए बहाना बना रहे हैं। इस बात को विधानसभा के अध्यक्ष तक पहुंचाएं, जिससे कि इसे सदन की कार्यवाही से हटाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या विधानसभा अध्यक्ष उनके लिए काम कर रहे हैं? क्या उपराज्यपाल को इतना भी नहीं पता कि विधानसभा अध्यक्ष एक स्वतंत्र संवैधानिक संस्था हैं और वह मुख्यमंत्री को रिपोर्ट नहीं करते हैं?