चमोली ग्लेशियर हादसा : तीन किमी लंबी सुरंग में फंसे 40 लोग, सेना मदद में जुटीं

  • दूसरे दिन भी राहत व बचाव कार्य जारी
  • ऋषिगंगा-धौलीगंगा नदियों का पानी हुआ कम
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। उत्तराखंड में ग्लेशियर हादसे के बाद चमोली के आपदा प्रभावित इलाकों में सेना, आईटीबीपी, एसएसबी और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। चमोली पुलिस के अनुसार टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक 25 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया है। वहीं 20 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए हैं। सेना के अनुसार अभी टनल में करीब 40 लोग फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बताया कि तीन किलोमीटर लंबी सुरंग में बचाव अभियान चल रहा है। समस्या मलबे के साथ है, जो धीरे-धीरे साफ हो रही है। 27 लोग जिंदा बचा लिए हैं। 153 लोग लापता हैं। 153 में से 40-50 लोग अब भी सुरंग में फंसे हुए हैं। कुछ लोगों के बहने की भी आशंका है। अभी सही आंकड़े बता पाना मुश्किल है। केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि यह एक बहुत ही मुश्किल स्थिति है, लेकिन आईटीबीपी ने सफलतापूर्वक एक सुरंग से लोगों को बचाया और अब वे दूसरी सुरंग पर काम कर रहे हैं, जो लगभग 3 किमी लंबी है। एनडीआरएफ और सेना भी इस काम में लगी है। देर शाम तक ही सकारात्मक परिणामों की उम्मीद कर सकते हैं। वहीं एसडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस की टीम ने श्रीनगर डैम के आसपास तलाशी अभियान भी चलाया है, जिससे लापता लोगों को जल्द से जल्द ढूढ़ा जा सके।
लखीमपुर व श्रावस्ती के परिवारों में मचा कोहराम
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से मची तबाही में लखीमपुर खीरी जिले के दो सगे भाइयों समेत कुल 26 मजदूर लापता है। तपोवन डैम में काम करने गए इन युवकों के परिवार वालों का उनसे पिछले 35 घंंटे से संपर्क टूटा हुआ है। वहीं श्रावस्वती के भी 6 श्रमिक लापता हैं। दोनों जिलों के परिवारों में हादसे को लेकर कोहराम मचा है। प्रशासन मौके पर इन घरों के लोगों को सात्वना दे रहा है कि पुलिस और सेना बचाव कार्य में लगी हुई हैं। योगी सरकार की तरफ से हरसंभव मदद दिलाई जाएगी।
गंगा नदी में डेढ़ लाख क्यूसेक पानी आने के आसार
लखनऊ। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से आई जल आपदा को लेकर उत्तर प्रदेश का सिंचाई महकमा भी सतर्क हो गया है। विभाग के नियंत्रण कक्ष में अभियंता 24 घंटों के लिए तैनात किए गए हैं। विभाग के अभियंता और यूपी इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव आशीष यादव ने बताया कि रविवार की रात हरिद्वार से करीब डेढ़ लाख क्यूसेक पानी यूपी में गंगा नदी में अतिरिक्त आने के आसार हैं। उन्होंने बताया कि केदारनाथ त्रासदी के समय हरिद्वार से यूपी में करीब साढ़े छह लाख क्यूसेक पानी पास हुआ था। आशीष यादव ने कहा कि चूंकि सिंचाई विभाग ने गंगा नदी से निकलने वाली सभी नहरों की सिल्ट सफाई पहले ही समुचित तौर पर करवा रखी है। इसलिए यूपी में गंगा नदी में जल स्तर बहुत ज्यादा बढ़ने की उम्मीद नहीं हैं, हां यह जरूर है कि गंगा के जल प्रवाह में कुछ तेजी आ सकती है। उन्होंने बताया कि अगर और ज्यादा पानी गंगा के डाउन स्ट्रीम में नहीं आया तो प्रदेश में कोई अनहोनी होने के आसार बहुत ही कम हैं।


 पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से रोजगार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा : सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस का किया निरीक्षण
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांजीपुर में कार से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निरीक्षण किया। जनप्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों से जनसंवाद भी किया। सीएम योगी ने गांजीपुर में 13 मिनट तक अधिकारियों के साथ समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने कहा कि सिक्सलेन निरीक्षण के लिए गाजीपुर आया हूं। अप्रैल तक सिक्सलेन को आवागमन के लिए चालू कर लिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण करेंगे। सीएम योगी ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश को जल्दी ही ऐसा बना रहे हैं कि यहां पर लोग रोजगार ढूंढने आएंगे। मेरा मानना है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जैसे बनेगा यहां पर रोजगार की ढेर सारी संभावनाएं आगे बढ़ेंगी। हमारे यहां के युवाओं को रोजगार के लिए अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। बल्कि रोजगार के लिए जिसको आना होगा यहां उत्तर प्रदेश में आएगा। हमारी सरकार विकास के हर कार्य को लेकर लगातार तत्पर है। आजमगढ़ व गाजीपुर को अब जल्दी ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से जोड़ेगा। सिक्सलेन निर्माण से रोजगार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।

कई सालों बाद एक ही राशि में सात ग्रहों का योग

  • चंद्रमा, सूर्य, गुरु, शुक्र और शनि कल मकर राशि में होंगे विराजमान
  • विभिन्न राशियों पर अलग अलग तरह का डालेगा असर
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। राजधानी लखनऊ की गोमतीनगर निवासी व देश की जानी मानी ज्योतिषी प्रतिमा मिश्रा का कहना है कि ग्रह नक्षत्रों के हिसाब से फरवरी का महीना बेहद खास है। कई सालों के बाद 5 से ज्यादा ग्रहों का एक ही राशि में मिलन होगा। 9 फरवरी को चंद्रमा सूर्य गुरु शुक्र शनि और बुध यह छह ग्रह मकर राशि में विराजमान होंगे। प्लूटो ग्रह पहले से ही मकर राशि में है। ऐसे में 9 फरवरी को 7 ग्रहों का मिलन हो जो देश दुनिया और विभिन्न राशियों पर अलग अलग तरह का असर डालेगा। 9 फरवरी को रात 8 बजकर 31 मिनट पर चंद्रमा का प्रवेश के साथ साथ सप्त ग्रही योग दुनिया पर अपना प्रभाव छोड़ेगा। तमाम देशों के बीच आपसी तनाव की स्थिति बनेगी। प्राकृतिक आपदाओं तथा विश्व युद्घ की स्थिति बन सकती है। भारत की वृष लग्न की कुंडली और इस कुंडली के तीसरे भाव यानी कर्क राशि से पांच ग्रह सूर्य बुध शुक्र शनि और चंद्रमा बैठे हुए हैं। अब यह योग मकर राशि में बनेगा। इसका आपस में दृष्टि संबंध होगा। ऐसे में यह योग भारत को विशेष रूप से प्रभावित करेगा। जनमानस के बीच तनाव की स्थिति हो सकती है। राजनीतिक उपद्रव हो सकते हैं। दुर्घटनाओं का सिलसिला बढ़ सकता है। महंगाई भी बढ़ेगी, लेकिन दुनिया में भारत का वर्चस्व तथा पराक्रम भी बढ़ेगा। जब भी 5 या अधिक ग्रह एक साथ एक ही राशि में होते हैं तब देश दुनिया में बड़े सामाजिक और राजनीतिक बदलाव देखने को मिलते हैं।
पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में तनाव का योग
लखनऊ की चर्चित ज्योतिषी प्रतिमा मिश्रा ने बताया कि फरवरी 1962 में सातों ग्रहों की युति होने पर भारत और चीन के बीच युद्ध छिड़ गया था। उस समय विश्व राजनीति दो खेमों में बंट गई थी, जिसका असर दशकों तक देखने को मिला। 9 फरवरी को हो रहे इस सप्त ग्रही मिलन के राजनीति सामाजिक प्रभाव संपूर्ण विश्व में देखने को मिलेंगे। इस योग से अमेरिका के वर्चस्व में कमी होगी। वहीं रूस, जापान, कोरिया और यूरोपीय देशों का प्रभुत्व बढ़ेगा। पाकिस्तान, चीन, नेपाल में शीत युद्ध की स्थिति बनेगी। भारत के लिए भी यह युति शुभ अशुभ दोनों परिणाम ला सकती है। आंतरिक समस्याएं और सांप्रदायिक उपद्रव के कारण अशांति संभावनाएं हैं। पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में तनाव हो सकते हैं।

बहराइच में चीतल के सींग समेत शिकारी गिरफ्तार

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के निशागाड़ा रेंज के कारीकोट बीट संख्या आठ से एसएसबी व वन विभाग की संयुक्त टीम की कार्रवाई में शिकारी पकड़ा गया है। इसके पास से चीतल की सींग, जंगली मुर्गा व शिकार में प्रयोग होने वाले विभिन्न उपकरण बरामद हुए है। शिकारी को रेंज कार्यालय लाकर पूछताछ की जा रही है। वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। डीएफओ यशवंत ने बताया कि नेपाल सीमा से सटा होने के चलते चफरिया रोड से होकर निशानगाड़ा रेंज में शिकारियों के आने की सूचना मिल रही थी। इस पर वन विभाग की टीम ने सुबह लगभग आठ बजे कारीकोट बीट संख्या आठ में घेराबंदी कर तस्कर अवधेश कुमार पुत्र बाबूराम निवासी कारीकोट को पकड़ लिया। आरोपित को रेंज कार्यालय में रखा गया है। पूछताछ जारी है।

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