नीट-यूजी की काउंसलिंग टालने पर कटघरे में आई एनडीए सरकार
- विपक्ष ने प्रधानमंत्री व शिक्षा मंत्री पर उठाए सवाल
- कांग्रेस बोली- लाखों युवाओं का भविष्य इस सरकार के हाथों में सुरक्षित नहीं
- सुप्रीम कोर्ट से 8 जुलाई को आएगा फैसला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नीट यूजी परीक्षा से जुड़ी खबरें आना अभी बदं होने वाले नहीं है। जहां इस पेपर लीक मामले में संसद से कोर्ट तक बवाल मचा हुआ वहीं सियासत भी जारी है। स्नातक मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट यूजी काउंसलिंग को स्थगित कर देने के फैसले पर एनडीए सरकार पर कांग्रेस ने जमकर हमला बोला है। कांग्रेस ने पीएम मोदी व शिक्षा मंत्री पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी व आरएसएस पर शिक्षा माफिया को बढ़ाने का आरोप लगाया है। वहीं इससे पहले कें द्र सरकार नीट परीक्षा रद ने करने लिए सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है।
बात दें सूत्रों से पता चला है कि नीट यूजी काउंसलिंग को अगली सूचना तक स्थगित किया गया है। यह स्थगन तब हुआ है जब उच्चतम न्यायालय ने आज से शुरू होने वाली नीट-यूजी काउंसलिंग में देरी करने से इनकार कर दिया था और कहा था कि यह कोई खुली और बंद प्रक्रिया नहीं है। उधर इस मामले में छात्रों की तरफ से 24 से ज्यादा याचिकाएं दायर की गई है। आगे की सुनवाई 8 जुलाई को सीजेआई चंद्रचूड़ के अध्यक्षता वाली बेंच करेगी।
मुआवजा और बीमा में अंतर होता है : राहुल गांधी
राहुल गांधी एक बार फिर अग्निवीर योजना को लेकर सरकार पर बरसे हैं। कांग्रेस नेता ने शहीद अग्निवीर अजय कुमार के परिवार के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें सरकार से अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। राहुल ने एक्स पर एक वीडियो साझा कर कहा कि मृतक अग्निवीर के पिता कह रहे हैं कि उनके परिवार को एक निजी बैंक से बीमा के रूप में 50 लाख रुपये और सेना समूह बीमा कोष से 48 लाख रुपये मिले थे। राहुल ने परिवार को सरकार से कोई अनुग्रह राशि नहीं मिलने की बात कही और सवाल किया कि उनका बकाया वेतन उनके बैंक खाते में क्यों नहीं जमा किया गया है। वीडियो में राहुल गांधी ने दावा किया कि अजय कुमार के परिवार को सरकार से कोई वैसी सहायता नहीं मिली जो मिलनी चाहिए थी।
पीएम और शिक्षा मंत्री असंवेदनशील : जयराम
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नीट यूजी काउंसलिंग स्थगित होने पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, पूरा नीट-यूजी मामला हर दिन बदतर होता जा रहा है। इससे साफ होता है कि प्रधानमंत्री और शिक्षा मंत्री इस मामले में कितने अक्षम और असंवेदनशील हैं। हमारे लाखों युवाओं का भविष्य उनके हाथों में बिल्कुल सुरक्षित नहीं है।
केंद्र की सुप्रीम कोर्ट से गुहार, नीट परीक्षा न की जाए रद्द
नीट-यूजी मामले में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर के परीक्षा को रद्द नहीं करने की मांग की है। इसको लेकर केंद्र सरकार ने कुछ तारों और तथ्यों को रखा है, केंद्र सरकार का कहना है कि अगर किसी भी तरह से पेपर के साथ छेड़छाड़ की गई है तो ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि नीट का इम्तिहान होने के बाद कुछ गड़बडिय़ां, धोखाधड़ी, चीटिंग के मामले कथित तौर पर सामने आए हैं।
जल्द घोषित होंगी संशोधित तिथियां : एमसीसी
मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी (एमसीसी) की ओर से जल्द ही नीट यूजी काउंसिलिंग के लिए नई डेट्स की घोषणा की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट में इससे जुड़ी लंबित याचिकाओं की सुनवाई के बाद डेट की घोषणा की जा सकती है। काउंसिलिंग के माध्यम से मेडिकल, डेंटल और आयुष स्नातक कोर्सेस में अखिल भारतीय कोटा के तहत 15 प्रतिशत सीटों पर और डीयू, बीएचयू और एएमयू सहित डीम्ड विविं/विविद्यालयों/ ईएसआईसी, एएफएमसी की सभी सीटों पर प्रवेश दिया जायेगा।
हाथरस कांड : गिरफ्तारियों पर सपा प्रमुख ने उठाए सवाल
छोटी-मोटी गिरफ्तारी करके अपनी नाकामी छिपा रही सरकार : अखिलेश
- बसपा समेत विपक्ष ने योगी सरकार को घेरा
- सामने आया बाबा साकार हरि का वीडियो
- न्यायिक जांच आयोग की टीम हाथरस पहुंची
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। हाथरस कांड हुए चार दिन बीत चुके हैं। अभी कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं। इन गिरफ्तारियों पर सपा नेता अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं। वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने भी योगी सरकार से बिना स्वार्थ के जांच करवाने की बात कही है। उधर न्यायिक आयोग भी हाथरस पहुंच गई है। वहीं हादसे के बाद पहली बार सूरजपाल के बयान का वीडियो सामने आया है। उसने कहा कि 2 जुलाई को हुए हादसे के बाद वह बहुत दुखी हैं। बाबा ने आगे कहा कि भगवान हमें इस दर्द को सहने की शक्ति दे।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे पर प्रशासन की कार्रवाई को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। सपा अध्यक्ष ने इस मामले में छोटी-मोटी गिरफ्तारियों को षडयंत्र बताया और इन गिरफ्तारियों की न्यायिक जांच की मांग की। सपा प्रमुख ने एक्स पर उन्हें लिखे गए एक पत्र को शेयर करते हुए गिरफ्तारियों पर सवाल उठाए. ये चि_ी उन्हें हाथरस हादसे में पूछताछ के लाए गए रामलडैत यादव के बेटे अंकित यादव ने लिखी थी, जिसमें अंकित ने दावा किया है कि उसके पिता को घटनास्थल से दो किमी दूर थे लेकिन, फिर भी पुलिस उसके पिता को ले गई।
भाजपा सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं
अगर भाजपा सरकार ये कहती है कि ऐसे आयोजन से उसका कोई लेना-देना नहीं था, तो फिर भाजपा सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं। इस कार्यक्रम में आये अधिकांश गरीब लोग दुखी, शोषित, पीडि़त, वंचित, दमित थे, इस आधार पर इसका मतलब तो ये भी निकलता है कि ऐसे लोगों से भाजपा सरकार का कोई सरोकार नहीं है, जबकि सबसे पहले सरकार का ध्यान ऐसे लोगों की तरफ ही जाना चाहिए, निंदनीय!
जिसने भी अराजकता फैलाई है, उसे बख्शा नहीं जाएगा : बाबा सूरजपाल
बाबा का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ सेकेंड तक तो बाबा मौन रहता है। इसके बाद कहता है कि भगवान हमें इस दर्द को सहने की शक्ति दे। कृपया सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखें। मुझे विश्वास है कि जिसने भी अराजकता फैलाई है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। सूरजपाल आगे कहता है कि हमने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहें और जीवन भर उनकी मदद करें। उसने कहा कि सभी इस जिम्मेदारी को निभा भी रहे हैं।