उपचुनाव में गठबंधन की जीत और भाजपा की हार पर बोले सपा प्रमुख अखिलेश यादव

जनता ने भाजपा को नकार दिया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उपचुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत से उत्साहित हैं। सपा मुखिया ने कहा कि उपचुनाव में शानदार जीत देश के नए नजरिये और नए जनजागरण की जीत है। युवाओं, महिलाओं, किसानों, मजदूरों, कारोबारियों और महंगाई व पेपर लीक से त्रस्त परिवार वालों ने भाजपा को नकार दिया है।
एक्स के जरिये उन्होंने कहा कि आजादी के पहले से जिनका इतिहास अपनों को धोखा देने का रहा है, उनके मुंह से किसी के संबंधों के भविष्य के बारे में बातें अच्छी नहीं लगतीं। नकारात्मक लोग, नकारात्मक ही सोचते हैं। इंडिया सकारात्मक है और सकारात्मक ही रहेगा। अखिलेश ने जारी बयान में कहा कि भाजपा ने संविधान विरोधी कार्य किया है। लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ किया है। संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर भाजपा बाबा साहेब के संविधान को बदलना चाहती थी। लोकसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को सबक सिखाया है। विधानसभा चुनाव-2027 के चुनाव में भाजपा का पूरी तरह से सफाया हो जाएगा। जनता भाजपा के कुशासन, भेदभाव और नफरत की राजनीति से ऊब गई है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने हर वर्ग को धोखा दिया। किसान, नौजवान, मध्यम वर्ग गरीबों में निराशा है। भाजपा ने राजनीति को व्यापार बना दिया है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की जनता समाजवादियों की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रही है। जनता समाजवादी पार्टी पर भरोसा कर रही है। समाजवादी पार्टी जनता के दुख-दर्द और उसकी जरूरतों को समझती है।

यूपी में भ्रष्टाचार चरम पर कानून-व्यवस्था ध्वस्त

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा जनता के बीच बेनकाब हो चुकी है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था ध्वस्त है। भ्रष्टाचार चरम पर है। भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की अराजकता और अत्याचार से गरीब परेशान हैं। किसान व नौजवान संकट में हैं। महंगाई और बेरोजगारी से हर वर्ग त्राहि-त्राहि कर रहा है। जनता भाजपा के झूठ और लूट को समझ चुकी है।

विस चुनाव में ताल ठोकेगी सपा

लोकसभा चुनाव में जीत से उत्साहित सपा आगामी हरियाणा व महाराष्टï्र के विधान सभा चुनावों में अपनी किसमत आजमाएगी। सपा कर शीर्ष नेतृत्व इसकी कवायद में जुटा है। वह इंडिया गठबंधन में इन राज्यों के लिए अपने लिए सीटे मागेंगा। हालांकि सूत्रों का कहना है कि बात नहीं बनी तो अकेले भी लड़ सकते हैं। महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव अगले यूपी विधानसभा चुनाव के लिए भी काफी हद तक गठबंधन की तस्वीर साफ कर देंगे। सपा सूत्रों के मुताबिक, यूपी में कांग्रेस के कम होने के साथ ही क्षेत्रीय दल उभरे। इसलिए अंदरखाने विधानसभा चुनाव के लिहाज से सपा भी नहीं चाहती कि यहां कांग्रेस मजबूत स्थिति में आए। यही वजह है कि सपा ने अन्य राज्यों में सीटें को लेकर दबाव बढ़ा दिया है। अगर वहां बात बनती है तो ठीक, वरना यूपी में भी विधानसभा उपचुनावों या आम चुनावों में अलग राह अपनाने में कोई मुश्किल नहीं ।

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