इन योगासन से तेज होगी बच्चों की याददाश्त
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वर्तमान समय में बच्चों की शिक्षा एक बहुत बड़ा मुद्दा है। इन दिनों अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों की पढ़ाई, उनके परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन और अच्छे परीक्षा परिणाम को लेकर चिंतित रहते है। बच्चे भी माता पिता की उम्मीदों पर खरे उतरने और बेहतर अंकों से परीक्षा पास कर नए क्लास में जाने को लेकर पढ़ाई में मन लगा रहे हैं। लेकिन समस्या ये है कि बच्चा घंटों पढ़ता है लेकिन उसे कुछ याद ही नहीं रहता या रिविजन के समय तो उसे सब याद रहता है लेकिन परीक्षा में लिखते समय वह रटा रटाया भी भूल जाता है। इस तरह की समस्या आपके बच्चे को भी है तो परेशान न हों। ऐसे पढऩे वाले बच्चों को नियमित योगाभ्यास करना चाहिए। क्योंकि कई योग याददाश्त बढ़ाने में सहायक हैं, साथ ही एकाग्रता और पढ़ाई में फोकस करने में भी मदद करते हैं। इन कुछ योगासनों से परीक्षा के दौरान बच्चे फ्रेश रहेंगे और साथ ही याददाश्त भी बढेगी।
वज्रासन
वज्रासन योग के अभ्यास के लिए घुटने पीछे की ओर मोडक़र बैठ जाएं। दोनों हाथ घुटने पर रखकर आंख बंद करके मन को शांत रखते हुए यह आसन करें। इस आसन से तनाव और गुस्सा कंट्रोल में रहता है। साथ ही मन शांत और एकाग्र रहता है। यह इकलौता ऐसा आसन है जिसे पेट भरने के बाद भी किया जा सकता है. इससे जांघों, पैरों, हिप्स, घुटनों, कमर, टखनों की समस्याओं से निपटने में आराम मिलता है. इस आसन से शरीर मजबूत होता है और आयु में वृद्धि होती है। ये आसन आंखों की रोशनी को बढ़ाता है। इससे पंजों, घुटनों, पिण्डलियों, जांघों, कमर व रीढ़ को बल मिलता है। यह अतिनिद्रा को दूर कर मन को एकाग्र करता है तथा स्मरण शक्ति को बढ़ाता है। यह कमर दर्द, कटि स्तम्भ एवं पीठ के दर्द को ठीक करता है। इस आसन को करने से गठिया रोग से बचाव होता है।
सर्वांगासन
एकाग्रता और फोकस में सुधार लाने के लिए नियमित सर्वांगासन का अभ्यास करना चाहिए। यह आसन शरीर के सभी चक्रों और अंगों को संलग्न करता है। दिमाग को शक्ति देने और स्वस्थ रखने के लिए इस योग का नियमित अभ्यास कर सकते हैं। सर्वांगासन दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन को सुचारू रखता है और याददाश्त बढ़ाने में लाभकारी है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाए। दोनों पैरों को एक दुसरे के पास रखे। हाथ को शरीर के पास रखे और हथेलियों को जमीन पर रखे। अपना मुंह आकाश की ओर रखे। धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाए। पैरों को घुटनों से मोड़े नहीं और सीधा रखे। पैरों को उठाते समय कमर को भी ऊपर उठाना प्रारंभ करे। कमर और पीठ को ऊपर उठाने के लिए हाथों का सहारा ले। पैर, कमर और पीठ को इतना ऊपर उठाए की सिर और गर्दन के साथ बाकि शरीर का समकोण तैयार होना चाहिए।
पद्मासन
इस आसन को कमल मुद्रासन भी कहा जाता है। इस आसन के अभ्यास से मांसपेशियों का तनाव कम और दिमाग शांत रहता है। एक्टिव रहने के साथ ही दिमाग की सेहत में भी सुधार होता है। इस आसन से बच्चे को एक जगह ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। पद्मासन के लिए पालथी मारकर बैठ जाएं और दोनों हाथों को घुटने पर रखकर आंखें बंद कर लें। और हाथ जोडक़र इस आसन का अभ्यास करें।