4PM न्यूज़ नेटवर्क: ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर पर UPSC ने बड़ा एक्शन लिया है। यूपीएससी ने पूजा खेडकर की अफसरी को रद्द कर दिया है। इतना ही नहीं इसके अलावा भविष्य में होने वाली किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी है। अब पूजा खेडकर भविष्य में कभी भी IAS और IPS अफसर नहीं बन पाएंगी। पूजा खेडकर के तमाम दस्तावेजों की जांच के आधार पर यूपीएससी ने सीएसई-2022 नियमों के उल्लंघन करने का दोषी पाया। एक बयान जारी कर आयोग ने इस कार्रवाई के बारे में जानकारी दी है।
पूजा खेडकर पर UPSC का बड़ा एक्शन
आपको बता दें कि UPSC ने कहा कि सभी रिकॉर्ड की जांच के बाद यह सामने आया है कि पूजा खेडकर ने CSE-2022 नियमों का उल्लंघन किया है। आयोग ने सीएसई के पिछले 15 सालों के डाटा को रिव्यू किया जिसमें 15 हजार से ज्यादा कैंडिडेट्स शामिल थे।
मिली जानकारी के अनुसार पूजा खेडकर पर फर्जीवाड़े का आरोप लगा है। दिल्ली की कोर्ट में बुधवार (31 जुलाई) को पूजा खेडकर की अंतरिम जमानत पर सुनवाई हुई। कोर्ट से सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। कोर्ट 1 अगस्त को अपना फैसला सुनाएगा। पिछले कई दिनों से पूजा खेडकर के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया था। यूपीएसपी की शिकायत के बाद पुलिस ने ये कार्रवाई शुरू की। ऐसे में पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने दस्तावेजों में नाम, तस्वीर, ईमेल और एड्रेस में गलत जानकारी दी। क्राइम ब्रांच की कार्रवाई के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए ही पूजा खेडकर ने कोर्ट का रुख किया है।
इससे पहले यूपीएससी ने पूजा खेडकर को नोटिस भी जारी किया था। आयोग अपनी जांच में पाया था कि खेडकर ने नाम, पिता और माता का नाम, तस्वीर/हस्ताक्षर, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और पता बदलकर अपनी फर्जी पहचान बनाकर परीक्षा नियमों के तहत स्वीकार्य सीमा से अधिक प्रयास का धोखाधड़ी से लाभ उठाया है।
महत्वपूर्ण बिंदु
पूजा खेडकर मामले की जांच के लिए UPSC ने पिछले 15 साल के डेटा की समीक्षा की।
खेडकर ने हर बार न केवल अपना नाम बल्कि अपने माता-पिता का नाम भी बदल लिया था।