भाजपा ने एक भी जनहित का काम नहीं किया: अखिलेश
- बोले- बुनियादी मसलों से ध्यान हटाने का काम करती है बीजेपी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वादा करो, भूल जाओ और बुनियादी मसलों से ध्यान हटाओ, भाजपा की यही रणनीति है। केंद्र में नौ साल और उत्तर प्रदेश में छह साल से सत्तासीन भाजपा सरकार ने एक भी ऐसा जनहित का काम नहीं किया, जिसे वह गिना सके।
सपा अध्यक्ष ने जारी एक बयान में कहा कि भाजपा ने महंगाई और बेरोजगारी खत्म करने का वादा किया था, लेकिन आज दोनों चरम पर है। एमएसपी पर खरीद का सिर्फ नाटक हो रहा है। बिचौलियों और बड़ी कंपनियों ने खूब लूट की।
फसलों के नुकसान का अब तक नहीं मिला मुआवजा
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से हुई फसलों की नुकसान का सरकार मुआवजा तक नहीं दे पाई और न कोई मदद की। शहर में व्यापारी और आम जनता भाजपा की नीतियों से परेशान है। भाजपा चुनाव में अपनी हार को देखकर अपनी षड्यंत्रकारी चालों के जरिए लोगों का ध्यान भटका कर एक बार फिर मतदाताओं को भ्रमित करना चाहती है। पर, जनता सतर्क और सावधान है। वह भाजपा के हर षड्यंत्र का जवाब देगी। नगर निकाय चुनावों में भाजपा का सूपड़ा साफ होना तय है।
निकाय चुनाव में सोशल इंजीनियरिंग पर नजर
सपा नगर निगम चुनाव में माय की जगह बम कार्ड चला है। अभी तक वह मुस्लिमों व यादवों को तरजीह देने वाली पार्टी मानी जाती थी, लेकिन महापौर पद पर उसने ब्राह्रमण व मुस्लिम प्रत्याशियों पर ज्यादा दांव लगाया है। अखिलेश यादव ने दो-दो दलित और कायस्थ प्रत्याशी उतारकर राजनीति की अपनी आगे की मंशा का भी आभास करा दिया है। वहीं, यादव प्रत्याशी न उतारने के आरोप लगने पर गाजियाबाद में नीलम गर्ग के स्थान पर पूनम यादव को अपना महापौर पद का अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है। भाजपा और बसपा ने जहां महापौर के अपने 10-10 प्रत्याशी घोषित किए हैं, वहीं सपा ने सभी 17 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। सपा सामाजिक न्याय पर जोर देती है। एलानिया कहती है कि देश की 60 फीसदी संपत्ति पर 10 फीसदी सामान्य वर्ग का कब्जा है। इसके बावजूद टिकट वितरण में उसने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सोशल इंजीनियरिंग का भी पूरा ख्याल रखा है।