बाबा के दरबार में अखिलेश, बोले-कॉरिडोर बना सपा सरकार में, ठप्पा लगा है भाजपा का
सपा प्रमुख ने कहा, भाजपा के केंद्रीय मंत्री के कहने पर मैंने ठेका दिया सपा सरकार की ही देन है अंडरग्राउंड बिजली
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव दो दिवसीय पूर्वांचल के दौरे पर निकले हैं। इसी क्रम में अखिलेश शुक्रवार सुबह वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम गए और बाबा का पूजन-अर्चन किया।
दर्शन के बाद अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत भी की। अखिलेश बोले- कॉरिडोर बनने का जब निर्णय लिया गया तो कैबिनेट समाजवादी पार्टी की थी। मकान लेने की शुरुआत भी तभी हुई थी। लेकिन ठप्पा भाजपा का लगा है। उन्होंने कहा, मैं आज बाबा के दरबार के कहता हूं कि ये समाजवादी पार्टी की योजना थी। भाजपा के केंद्रीय मंत्री ने ही मुझसे कहा ठेका देने को और मैंने दिया। अंडरग्राउंड बिजली समाजवादी ने ही दी है। अडानी मामले पर बोले-बुरे वक्त में दोस्ती की पहचान होती है। भाजपा को अपने दोस्त की पहचान करनी चाहिए और उनके साथ खड़े रहना चाहिए।
बता दें कि अखिलेश यादव गुरुवार को वाराणसी पहुंचे थे। जहां अखिलेश ने सरकार पर खूब प्रहार किए और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन को लेकर भी तंज कसे। बलिया और गाजीपुर में कार्यक्रम के बाद देर शाम बनारस लौटे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जवाहर नगर स्थित पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव स्व. प्रदीप बजाज के घर गए। परिजनों से मिले और उन्हें सांत्वना दी। साथ ही कहा कि प्रदीप बजाज से पुराने संबंध थे। उनसे नेताजी ने परिचय करवाया था। इसके बाद पत्रकारों से बात की और इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन पर सवाल उठाए।
सुप्रीम कोर्ट में दो नए जज नियुक्त
पूरी हुई स्वीकृत जजों की संख्या, 34 हो गई है अब शीर्ष अदालत में कुल न्यायाधीशोंं की संख्या
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने न्यायमूर्ति राजेश बिंदल और न्यायमूर्ति अरविंद कुमार को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में मंजूरी दे दी है। इस बात की जानकारी देते हुए केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि भारत के संविधान के तहत प्रावधानों के अनुसार भारत के माननीय राष्ट्रपति ने दो उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया है। उन्हें मेरी शुभकामनाएं।
जिन दो मुख्य न्यायाधीशों को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया है, उनमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल और गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अरविंद कुमार शामिल हैं। अब शीर्ष अदालत में कुल न्यायाधीशों की संख्या 34 हो गई है। सुप्रीम कोर्ट में स्वीकृत न्यायाधीशों की संख्या भी 34 ही है। सुप्रीम कोर्ट के छह सदस्यीय कॉलेजियम ने 31 जनवरी को इन दो नामों को सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजे थे। इससे पहले 13 दिसंबर 2022 को पांच जजों के नामों की सिफारिश की गई थी। इन पांचों जजों ने छह फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर शपथ ली थी। इनमें राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पंकज मिथल, पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल, मणिपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पीवी संजय कुमार, पटना हाईकोर्ट के जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस मनोज मिश्रा का नाम शामिल है।
सीएम अशोक गहलोत ने विधानसभा में पढ़ा पुराना बजट, विपक्ष ने किया हंगामा
इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही की गई स्थगित
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में सरकार का बजट पेश होने से पहले ही विपक्ष ने भारी हंगामा किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अपने तीसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने के दौरान विपक्ष ने भाषण शुरू होने के साथ ही हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार ने बजट लीक किया है और मुख्यमंत्री ने बजट की पुरानी लाइनें पढ़ी। वहीं इधर भारी हंगामे के बाद विपक्षी सदस्य सदन के वेल में आ गए और विपक्ष के हंगामे को देखते हुए स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। बताया जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान पहली बार सदन की कार्यवाही स्थगित की गई है।
बता दें कि सीएम ने अपना बजट भाषण शुरू करते ही कहा कि कर्म में अगर सच्चाई है तो कर्म सफल होगा, हर एक संकट का हल होगा, आज नहीं तो कल होगा। वहीं इसके बाद सीएम ने बजट घोषणाओं को पढऩा शुरू किया।
दरअसल राजस्थान विधानसभा सदन में सीएम अशोक गहलोत अपने बजट भाषण के दौरान अचानक अटक गए। मालूम हो कि गहलोत ने सुबह 11 बजे बजट भाषण पढऩा शुरू किया और थोड़ी ही देर बाद वह बजट पढ़ते-पढ़ते अटक गए। 125 दिन शहरी रोजगार गारंटी योजना की जानकारी बजट में आते ही गहलोत को गलती का एहसास हुआ। इस दौरान मंत्री महेश जोशी ने सीएम के पास जाकर यह गलती बताई और इस पर सीएम ने माफी मांगते हुए कहा कि गलती हो जाती है। वहीं इधर विपक्ष ने सवाल पूछा कि बजट के पेपर में पुराने बजट के कागज कैसे आ गए। बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सीएम ने पुराना बजट भाषण पढ़ा है।
बता दें कि अपने भाषण के दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि अब मैं, शहरों में भी रोजगार सुनिश्चित करने के लिए इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना लागू करने की घोषणा करता हूं और इस योजना के माध्यम से आने वाले साल से शहरी क्षेत्रों में निवास करने वाले परिवारों को भी उनके द्वारा मांगे जाने पर प्रतिवर्ष 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। इस पर लगभग 800 करोड़ रुपए वार्षिक खर्च होंगे।
भारी सुरक्षा के साये में सम्पन्न हुई किसान महापंचायत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुजफ्फरनगर। गन्ना मूल्य, बकाया भुगतान, आवारा पशु, बिजली की दरें और किसानों के उत्पीडऩ समेत अन्य मुद्दों पर राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में भाकियू की महापंचायत शुरू हो गई है। आज सुबह से ही किसानों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। उधर, भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत भी महापंचायत में पहुंच चुके हैं। वहीं भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत महापंचायत में शामिल होने के लिए सिसौली से समर्थकों के साथ रवाना हो गए हैं।
बताया गया कि महापंचायत में भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और प्रवक्ता राकेश टिकैत के अलावा खापों के चौधरी भविष्य की रणनीति तय करेंगे। भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया था कि किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन चल रहा है। महापंचायत के जरिए किसानों की मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा। सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान करने में अब तक नाकाम साबित हुई है। पंचायत में भविष्य के आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। शीर्ष नेतृत्व किसानों की लड़ाई लडऩे के लिए खाप चौधरियों और संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के साथ रणनीति तैयार करेगा।
इन संस्थानों में है छुट्टी
मुजफ्फरनगर शहर के सरकुलर रोड पर पडऩे वाली अधिकतर शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित किया गया है। डीआईओएस गजेंद्र कुमार ने बताया कि राजकीय इंटर कॉलेज, चौधरी छोटूराम इंटर कॉलेज, एमजी पब्लिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय, डायट, आर्य समाज रोड स्थित इस्लामिया इंटर कॉलेज, डीएवी इंटर कॉलेज, नवाब अजमत इंटर और डिग्री, जैन इंटर मीनाक्षी चौक पर शुक्रवार को अवकाश है।
पंचायत स्थल पर पहुंचे अधिकारी
पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की कमान एसपी सिटी अर्पित विजय वर्गीय को सौंपी गई हैं। किसान वाहनों के लिए डीएवी इंटर कॉलेज, इस्लामिया इंटर कॉलेज, जीआइसी के सामने स्कूल के मैदान में व्यवस्था की गई है। उधर, एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह ने पंचायत स्थल पर पहुंचकर भाकियू नेताओं से बातचीत की।
यहां से बुलाया गया पुलिसबल
जनपद मेरठ, सहारनपुर, शामली और बुलंदशहर जिलों से पुलिस बल की ड्यूटी लगाई गई है। सुरक्षा व व्यवस्था बनाए रखने के लिए पंचायत स्थल के आसपास एसपी सिटी, एसपी देहात, एसपी क्राइम, एएसपी बुलंदशहर को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पंचायत स्थल के आसपास व मार्ग के भवन, होटल की छतों पर पुलिस को निगरानी के लिए तैनात किया हैं।