अल्पसंख्यक छात्र को थप्पड़ मरवाने वाली शिक्षिका हो बर्खास्त: अखिलेश
- मुजफ्फरनगर के एक स्कूल का है मामला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था। सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्टो किया।
‘एक्स’ (ट्वीटर) पर सपा ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वायंसेवक संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई। मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्तग किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
घोसी उपचुनाव में सपा ने झोंकी ताकत
समाजवादी पार्टी ने घोसी विधानसभा उपचुनाव जीतने के लिए अपनी ताकत झोंक दी है। पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, राष्ट्रीय महासचिव रामअचल राजभर, लालजी वर्मा व इन्द्रजीत सरोज घोसी में डट गए हैं। पार्टी ने सभी बड़े नेताओं को दो से तीन दिन यहां रहकर चुनावी जनसभाएं करने के निर्देश दिए हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव भी मतदान से पहले दो या तीन सितंबर को यहां चुनावी जनसभाएं कर साइकिल के पक्ष में माहौल बनाएंगे। दारा सिंह सपा छोडक़र भाजपा में फिर से चले गए हैं। भाजपा ने उन्हें इसी सीट से उपचुनाव में टिकट दिया है। सपा इस सीट को गंवाना नहीं चाहती है, इसलिए उसने अपने बड़े नेताओं को यहां उतार दिया है। पिछड़ी जातियों के जनाधार वाले नेताओं को भी यहां लगा दिया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल है वीडियो
छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्बाकपुर स्थित गांव के एक स्कूल का बताया जा रहा है। आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढऩे वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे। यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि स्कूल का काम पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।