मप्र में अराजकता सीएम ने साधी चुप्पी : पटवारी
- मुरैना में नौ साल की बच्ची से रेप पर कांग्रेस ने घेरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। मध्य प्रदेश में बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है हर दिन प्रदेश से किसी न किसी जिले से घटनाएं सामने आ रहीं हैं। दुष्कर्म के मामलों को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने बीजेपी सहित सीएम डॉ. मोहन यादव पर निशना साधते हुए कहा कि बढ़ते अपराधों पर मोहन यादव जी की चुप्पी बेहद चिंताजनक है। इसके साथ ही पटवारी ने कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।
प्रदेश में लगातार हो रही मासूम बच्चियों के साथ घटनाओं को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि किचोल (अम्बाह) में 9 साल की बच्ची के साथ हुई बर्बरता ने पूरे प्रदेश को फिर से शर्मसार कर दिया। हर दिन मध्य प्रदेश में बेटियों पर हो रहे जघन्य अपराधों की खबरें दिल को झकझोर देती हैं। मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था का हाल लगातार बदतर होता जा रहा है और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर मोहन यादव जी की चुप्पी बेहद चिंताजनक है। मुरैना जिले में 9 साल की बच्ची को 30 साल के युवक ने हवस का शिकार बनाया। जिसकी शिकायत पीडि़त के परिजनों ने थाने जाकर की। बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। उसे इलाज के लिए पोरसा उपस्वस्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफऱ किया गया है। वहीं पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार 9 वर्षीय नाबालिग बच्ची सुबह सुबह बकरी चराने गई थी। बच्ची को अकेले देखकर गांव के युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान बच्ची दर्द से तपड़ती और चीखती रही, बावजूद इसके आरोपी को उस पर तरस नहीं आया और वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गया। बच्ची जब काफी देर तक घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने तलाशी शुरू की। तब जाकर बच्ची गांव के बाहर गंभीर हालत में पड़ी मिली। तब जाकर परिजनों को घटना की जानकारी लगी। जिसके बाद तुरंत घर वाले बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंचे और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।
प्रदेश की बेटियों की आजादी पर कुठाराघात
जीतू पटवारी ने आगे लिखा कि अपराधियों की हिम्मत और प्रशासन की नाकामी ने प्रदेश को असुरक्षा के घेरे में ला दिया है, जो मध्य प्रदेश की बेटियों की आज़ादी पर कुठाराघात है। सोए हुए सीएम मोहन यादव जी को जागना होगा आखिर कब तक प्रदेश की आधी आबादी आए दिन ऐसी वीभत्स घटनाओं का शिकार होती रहेगी और सरकार यह तमाशा देखती रहेगी?