मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर अशोक गहलोत का हमला, बोले- धीरे-धीरे हो रही है लोकतंत्र की हत्या
अशोक गहलोत ने कहा, हम कभी भी दूर नहीं थे. प्रेम मोहब्बत बनी रहती है और बनी रहेगी.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश में मौजूदा हालात आजादी के बाद पहली बार इतने तनावपूर्ण और ध्रुवीकरण से भरे हुए हैं।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, पूरा देश देख रहा है, ऐसी टेंशन देश के अंदर आजादी के बाद पहली बार देखने को मिल रही है. पूरा ध्रुवीकरण है. यह सब समाज के हित में नहीं है. सभी धर्म, जाति एक साथ चले तभी लोकतंत्र मजबूत होता है. पूरी दुनिया देख रही है, पूरा देश देख रहा है, चुनाव जीतना एक बात है और लोकतंत्र को बचाना एक बात है. धीरे-धीरे लोकतंत्र की हत्या हो रही है. संविधान खतरे के अंदर है.
अशोक गहलोत ने आगे कहा, राहुल गांधी जो बार-बार बोल रहे हैं कि संविधान बचाओ, उसके पीछे आप समझ सकते हैं कि क्या मंशा है. लोकतंत्र में विपक्ष का एक महत्व होता है. बिना विपक्ष के लोकतंत्र के अंदर सत्ता पक्ष क्या है. लोकतंत्र में बिना विपक्ष के पक्ष है ही नहीं. विपक्ष आवाज उठाता है जनता की, इस पर सत्ता पक्ष को बुरा नहीं मानना चाहिए.
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर साधा निशाना
ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस की तरफ से उठाए गए सवालों की वकालत करते हुए अशोक गहलोत ने कहा, अगर राहुल गांधी आवाज उठाते हैं, जैसे पहलगाम हमले के बाद जो सवाल उठाए गए, उन पर कोई जवाब अभी तक नहीं मिला.
अशोक गहलोत- पायलट की दूरियां हुई कम
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी इस समय सुर्खियों में बनी हुई है. अशोक गहलोत और सचिन पायलट की दूरियां कम होती दिखाई दे रही है. हाल ही में दोनों साथ दिखाई दिए. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट की 25वीं पुण्य तिथि पर दौसा में एक प्रार्थना सभा में भाग लेते हुए कहा कि वो और सचिन पायलट एक-दूसरे से ”कभी दूर नहीं” थे. अशोक गहलोत ने कहा, हम कभी भी दूर नहीं थे. प्रेम मोहब्बत बनी रहती है और बनी रहेगी.
#WATCH | Udaipur, Rajasthan | Former Rajasthan CM & Congress leader Ashok Gehlot says, "The entire country is witnessing a kind of tension and polarisation which is there for the first time in post-independent India. It's not in anyone's interest. Democracy becomes strong only… pic.twitter.com/atBkgE6Tmt
— ANI (@ANI) June 12, 2025
साल 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव तक, गहलोत और पायलट कट्टर प्रतिद्वंद्वी माने जाते थे. उनके मतभेद अक्सर सार्वजनिक रूप से सामने आते रहे हैं, गहलोत ने पायलट को “निकम्मा” (बेकार) और “नकारा” (अप्रभावी) तक कहा था. लेकिन अब एक बार फिर दोनों की दूरियां कम हो रही है.
सचिन पायलट ने कहा, पार्टी के अंदर कोई दो समूह नहीं हैं. अगर मतभेद थे, तो हम एक साथ बैठे और तय किया कि कैसे आगे बढ़ना है. 2023 के चुनावों में, हम जीत नहीं पाए, लेकिन हमने काफी अच्छा प्रदर्शन किया. हम राजस्थान में हमेशा एकजुट रहे हैं और हमारा मकसद संगठन को मजबूत करना और अगला चुनाव जीतना है.
पायलट ने अशोक गहलोत की तरफ से उन पर की गई टिप्पणियों को लेकर कहा, रात गई सो बात गई. हमें आगे देखना होगा. हमें साथ मिलकर काम करना होगा. देश को विभाजित करने पर आमादा ताकतों से लड़ने के लिए एकजुट होकर काम करने में भविष्य निहित है.



