जौहर यूनिवर्सिटी केस में आजम खां की मुश्किलें बढ़ी
- बेटे-पत्नी को ईडी ने किया अलग-अलग समय पर तलब
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता सुप्रीम कोर्ट की जमानत पर बाहर आए आजम खान के परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। ईडी के सूत्रों की माने तो आजम खान की बेटी और पत्नी को 15 जुलाई से पहले अलग-अलग तारीख में राजधानी लखनऊ के ईडी के जोनल मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर फंड जुटाने और ट्रांसफर किये गए रुपए को लेकर पूछताछ करेगी। जौहर यूनिवर्सिटी मामले में आजम के खिलाफ ईडी ने एक अगस्त 2019 को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी के मामले में ईडी ने आजम की पत्नी तंजीन फातिमा और पुत्र अब्दुल्ला आजम को समन देकर पूछताछ के लिए तलब किया है। उनसे जौहर यूनिवर्सिटी के निर्माण को लेकर बड़़े पैमाने पर हुए फंड ट्रांसफर के साथ आजम के खिलाफ दर्ज किए गये आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी गहन पूछताछ की जानी है। जेल में बंद होने के दौरान 20 सितंबर 2021 को ईडी की टीम ने सीतापुर जेल में दो दिन तक गहन पूछताछ भी की थी। साथ ही रामपुर जाकर वित्तीय अनियमितताओं की जांच की थी।
जौहर यूनिवर्सिटी के निर्माण के लिए जो फंड जुटाया गया था, उसकी जांच में तंजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम की भूमिका संदिग्ध पायी गयी है। ईडी ने जौहर ट्रस्ट के साथ आजम और उनके परिजनों के तमाम बैंक खातों को भी खंगाला है। इसके बाद उनकी पत्नी और बेटे से पूछताछ की जानी है। दोनों से पूछताछ के बाद आजम के कुछ अन्य करीबी परिजनों को भी समन देकर पूछताछ को तलब करने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा आजम से जमीन खरीद-फरोख्त के मामले में पूछताछ की थी, जिससे आजम खान की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। हाल ही में आजम खान जेल से पैरोल पर छूटे हैं। आजम यूपी के सीतापुर जेल में वो 27 फरवरी 2020 से बंद थे। साल 2017 में यूपी में योगी सरकार के आने के बाद आजम खान के खिलाफ ऐसा कानूनी शिकंजा कसा कि एक के बाद एक कुल 89 मुकदमे दर्ज हो गए। 26 फरवरी 2020 को आजम रामपुर में गिरफ्तार हुए और 27 फरवरी से सीतापुर की जेल में बंद थे।
उन्नाव में भी आतंकी संगठन का अड्ïडा : साक्षी महाराज
उन्नाव। लखनऊ में जान से मारने की धमकी वाला पत्र मिलने पर उन्नाव के भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा है कि पत्र में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी का भी नाम है। आतंकी संगठन पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) का अड्ïडा उन्नाव में भी है। इस संगठन पर पूरे देश में प्रतिबंध लगना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने सबका साथ, सबका विकास पर जो अमल किया है, वह कुछ देश विरोधी ताकतों को रास नहीं आ रहा है। सुनियोजित ढंग से पूरे देश में विरोधी गतिविधियां बढ़ी हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर माहौल बिगाड़ा जा रहा है। सरकार को इस पर कड़े कदम उठाना चाहिए। सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि किस पर विश्वास किया जाए। कमलेश तिवारी की हत्या मिलकर की गई, उदयपुर में कन्हैया की हत्या और अमरावती में उमेश को मिलकर मारा गया। स्थिति बहुत विपरीत है। कर्नाटक से वापस आ रहा हूं। दिल्ली पहुंचने के बाद केंद्र और प्रदेश सरकार को पत्र भेज कर सुरक्षा की मांग करूंगा। सांसद ने कहा कि कन्हैया की हत्या जिस खंजर से की गई थी, वह कानपुर से गया था। कानपुर, उन्नाव में कोई बड़ा अंतर नहीं है। पीएफआई ने पूर्व में वाट्सएप पर मेरी फोटो को क्रास कर कहा था कि यह अभी तक जिंदा कैसे है। कहा कि कानून इतना लचीला है कि मुझे सफीपुर से धमकी मिली। धमकी देने वाला पकड़ा गया और जेल से छूट भी गया।