आजम की मुश्किलें बढ़ी, 19 को फिर पेशी

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां भले ही सुप्रीम कोर्ट और इलाहाबाद से जमानत लेने के प्रयास में है, लेकिन नया मामला सामने आने के बाद उनकी मुश्किल फिर बढ़ रही है। आजम खां के खिलाफ एक दस्तावेज पर तीन स्कूल की मान्यता लेने का मामला सामने आया है। सीतापुर की जेल में 16 महीने से बंद समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खां की इस मामले में 19 मई को रामपुर की कोर्ट में पेशी होनी है। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य आजम खां के खिलाफ रामपुर में मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। 88 केस में से 87 में जमानत पा चुके आजम खां अब एक और मामले के कारण चर्चा में हैं। आजम खां के खिलाफ एक वारंट सीतापुर जेल में पहुंचने के बाद उनकी परेशानियां एक बार फिर बढ़ गई हैं। सीतापुर के जेल अधीक्षक सुरेश सिंह ने बताया कि एक वारंट रामपुर से सीतापुर जेल आया है। आजम खां के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के सहारे दो स्कूल की मान्यता लेने का मामला है।

इस संबंध में 19 मई को उनकी पेशी होनी है। मुरादाबाद मंडल में समाजवादी पार्टी के बड़े नेता आजम खां परिवार ने रामपुर में यतीमखाने की जमीन पर न सिर्फ रामपुर पब्लिक स्कूल बनाया बल्कि एक स्कूल के कागजों पर तीन स्कूल की मान्यता भी ली थी। इसके लिए आजम खां ने नेशनल बिल्डिंग कोड का सर्टिफिकेट भी गलत पेश किया था। रामपुर में इस मामले में 2020 में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद जब जांच की गई तो आजम खां की पत्नी पूर्व विधायक व पूर्व राज्यसभा सदस्य तंजीन फात्मा के खिलाफ 420 में मुकदमा दर्ज हुआ। इस गंभीर मामले में कोर्ट में चार्जशीट लगा दी गयी थी, लेकिन बाद में भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने इसकी दोबारा जांच की मांग की थी। इसकी दोबारा जांच में नेशनल बिल्डिंग कोड का सर्टिफिकेट गलत निकला है। इतना ही नहीं, नेशनल बिल्डिंग कोड मामले में आजम खां के खिलाफ केस में कई धाराएं बढ़ाई गई हैं।

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