कन्यापूजन के दौरान बावड़ी धंसी, 35 की मौत
इंदौर में कल रामनवमी के मौके पर हुआ था हादसा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
इंदौर। इंदौर में रामनवमी पर एक बड़ा हादसा हो गया। वहां पर एक मंदिर में हवन के बाद कन्या पूजन चल रहा था। इस दौरान बावड़ी की छत धंस गई और वहां मौजूद 50 से अधिक लोग उसमें गिर गए। हादसे में अब तक लगभग 35 लोगों की मौत हो चुकी है। 30 लोगों के शव बावड़ी से निकाले गए हैं, वहीं तीन लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा है।
महू से तीन अलग-अलग टीमों में आर्मी के करीब 70 जवान मौके पर पहुंचे और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। गुरुवार देर रात करीब सात शव और निकाले गए, इससे पहले 11 शव निकाले गए थे। बचाव कार्य जारी है। कुछ और लोगों के दबे होने की बात कही जा रही है। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 13 मौत की पुष्टि की है। इससे पहले इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा ने 12 की मौत की जानकारी दी थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों को पांच लाख और घायलों को पचास हजार देने की घोषणा की है।
सीएम ने दिए जांच के निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में पुरानी निजी बावड़ी के धंस जाने से व्यक्तियों की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि है यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अनेक प्रयासों के बाद कई नागरिकों को बचाया नहीं जा सका। घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं। सरकार पीडि़त परिवारों के साथ खड़ी है।
10 फीट पानी होने से बढ़ रहा मौत का आंकड़ा
लोगों ने बताया कि जिस बावड़ी में लोग गिरे हैं, उसमें करीब 10 फीट पानी भरा है। लोग गिरे, ऊपर से मलबा गिरा। इस वजह से जो लोग नीचे गिरे, उनकी मौत हुई है। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। प्रशासन अब बावड़ी का पानी खाली कराने की तैयारी कर रहा है। इसके बाद फिर गिरे लोगों की तलाश की जाएगी। बताया जा रहा है कि टीम ने जो नजर आ रहे थे वे सभी शव निकाल लिए हैं।
सकुशल बाहर आने की कामना करता हूं : कमलनाथ
पूर्व सीएम कमलनाथ ने इंदौर के मंदिर में हुए हादसे पर चिंता व्यक्त की उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के दौरान लोगों के बावड़ी में गिर जाने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। मैं ईश्वर से सभी श्रद्धालुओं के सकुशल बाहर आने की कामना करता हूं। प्रभु श्रीराम सबकी रक्षा करें।
बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
उधर प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसे की भयावहता देखकर लग रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। घटनास्थल पर हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। किसी को कुछ समझ ही नहीं आया कि अचानक क्या हो गया। फिर भी स्थानीय लोगों ने सक्रियता दिखाई और दस लोगों को बाहर खींच लिया। घायलों को एप्पल हॉस्पिटल लेकर जाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं। राहत एवं बचाव कार्यों को गति दे दी गई है। वहीं, मंदिर के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि बावड़ी अवैध रूप से बनाई गई है, कई बार प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत भी की जा चुकी है। प्रधानमंत्री ने भी की हादसे को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा की है। कल गृह मंत्री मिश्रा इंदौर पहुंचेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा है कि मामले की जांच होनी चाहिए। मंदिर में बावड़ी के ऊपर स्लैब कैसे डल गया, किसकी इजाजत से डला। मामले में निष्पक्ष जांच होना चाहिए।