महाराष्ट्र चुनाव से पहले महायुति में सीटों को लेकर छिड़ी जंग, अठावले ने कर दी बड़ी मांग 

4PM न्यूज नेटवर्क: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर तंज कसते हुए नजर आ रहें हैं। ऐसे में महाराष्ट्र में राज्य विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले माहौल गरमाने लगा है। इस बीच केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया-आठवले का बड़ा बयान सामने आया है। जिसे लेकर राजनीति गरमाई हुई है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपनी पार्टी आरपीआई-ए के लिए आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में 10-12 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की है। यह भारतीय जनता पार्टी के लिए इसलिए सिरदर्दी बन सकती है क्योंकि BJP यहां पहले से ही सीट बंटवारे के मोर्चे पर खींचतान का सामना कर रही है।

आपको बता दें कि अठावले ने रविवार (22 सितम्बर) को चुनाव को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है और अपने बयान में कहा है कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कम से कम 10 से 12 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। आठवले ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि आरपीआई-ए अपने पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेगी और विदर्भ में 3 से 4 सीटें मांगेगी, जिनमें उत्तर नागपुर, उमरेड (नागपुर), यवतमाल में उमरखेड और वाशिम शामिल हैं।

जानिए कौन-कौन महायुति का हिस्सा?

आपको बता दें कि आठवले की पार्टी महायुति गठबंधन का हिस्सा है। इसमें भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल हैं। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि आरपीआई-ए ने 18 संभावित सीटों की सूची बनाई है। इसे वह कुछ दिनों में महायुति के दलों के साथ साझा करेगी और सीट बंटवारे के समझौते में उसे कम से कम 10 से 12 सीटें मिलने की उम्मीद जताई है। उन्होंने बताया कि भाजपा, शिवसेना और NCP को अपने कोटे से उनकी पार्टी को चार-चार सीटें देनी चाहिए।
बताया जा रहा है कि इस सप्ताह की शुरुआत में रामदास आठवले ने दावा किया था कि अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के महायुति सरकार में शामिल होने के कारण उनकी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया-आठवले (आरपीआई-ए) को वादे के बावजूद राज्य में कोई मंत्री पद नहीं मिला। हमारी पार्टी को मंत्रिमंडल में पद, दो निगमों की अध्यक्षता और जिला स्तरीय समितियों में भूमिका देने का वादा किया गया था, लेकिन अजित पवार के शामिल होने के कारण यह संभव नहीं हो सका।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए नवंबर में चुनाव होने की संभावना है।
  • वर्तमान विधानसभा में, भाजपा 103 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है।
  • इसके बाद शिवसेना 40, एनसीपी 41, कांग्रेस 40, उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना 15, एनसीपी (एसपी) 13 और अन्य 29 हैं। वहीं कुछ सीटें खाली हैं।

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