बंगाल सरकार में मंत्री ज्योतिप्रिया मलिक मंत्रिपद से निष्कासित
राशन घोटाले में जेल जाने के 109 दिन बाद छिने दोनों विभाग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। राशन वितरण घोटाले में जेल में बंद पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिया मलिक को राज्य सरकार ने पद से हटा दिया है। ज्योतिप्रिया मलिक राज्य की ममता बनर्जी सरकार में वन मंत्री थे। राज्य सरकार ने यह जिम्मेदारी अब बीरबाहा हंसदा को सौंप दी है। हांसदा वन एवं स्वयं सहायता-स्वरोजगार समूह (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री हैं।
वहीं, सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मलिक के पास सार्वजनिक उद्यम और औद्योगिक पुनर्निर्माण विभाग भी था, जो अब पार्थ भौमिक को सौंप दिया गया है। भौमिक सिंचाई एवं जलमार्ग विभाग के प्रभारी मंत्री हैं। अधिकारी के मुताबिक, यह फैसला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सलाह पर लिया गया है।
राजभवन के एक सूत्र ने बताया कि राज्यपाल सी.वी आनंद बोस ने संविधान के अनुच्छेद 166(3) के तहत मलिक को तत्काल प्रभाव से मंत्री के रूप में उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया। मलिक को केंद्रीय एजेंसी ने 27 अक्टूबर की सुबह कोलकाता के पूर्वी इलाके में साल्ट लेक स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया था। उनके पास 2011 से 2021 तक खाद्य और आपूर्ति विभाग था। नेता फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। हालांकि, मलिक ने अपनी गिरफ्तारी को एक षडय़ंत्र बताया था। उन्होंने कहा, मैं एक बड़ी साजिश का शिकार हूं।