किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे को लेकर सस्पेंश बरकार, टेंशन में भजनलाल सरकार!
राजस्थान में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है... और राजस्थान में बीजेपी के अंदर खलबली मची हुई है... दो हजार उन्नीस में क्लीनस्वीप करने वाली भाजपा लोकसभा चुनाव दो हजार चौबीस में महज चौदह सीटों पर सिमट कर रह गई है... देखिए खास रिपोर्ट...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश में लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं… और नई सरकार का गठन हो चुका है… नरेद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है… इस बीच राजस्थान में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है… और राजस्थान में बीजेपी के अंदर खलबली मची हुई है… दो हजार उन्नीस में क्लीनस्वीप करने वाली भाजपा लोकसभा चुनाव दो हजार चौबीस में महज चौदह सीटों पर सिमट कर रह गई है…वहीं राजस्थान में बीजेपी की हार को लेकर कृषि मंत्री किरोणालाल मीणा ने कहा था कि अगर राजस्थान में बीजेपी का प्रत्यासी दौसा सीट से नहीं जीतता है… तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा… जिसको लेकर सियासत जोरों पर थी… वहीं चार जून को रिजल्ट आने के बाद से मंत्री जी के दावे वाला प्रत्य़ाशी हार गया… जिसके बाद मीणा ने पोस्ट करते हुए कहा कि रघुकुल रीति सदा चलि आई प्राण जाय पर वचन न जाई… इस रामायण की चौपाई से साफ स्पष्ठ था कि अब किरोणीलाल मीणा अपना इस्तीफा दे देंगे… जिसको देखते हुए राजस्थान सरकार में खलबली मच गई… और बीजेपी ते तमाम वरिष्ठ नेता मीणा को समझाने में जुट गए… लेकिन उसका कोई खास असर देखने को नहीं मिला…
वहीं दौसा संसदीय सीट हारने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा देने की बात कह चुके राज्य के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा लगातार सुर्खियों में हैं…. पहले रामायण की चौपाइयों के जरिए तो अब सरकारी वाहन और दफ्तर में गैरमौजूदगी को लेकर चर्चाओं में बने हुए हैं…. वहीं इस्तीफे को लेकर बने सस्पेंस के बीच शुक्रवार को एक बार किरोड़ीलाल मीणा ने सभी को चौंकाने का काम किया…. मंत्री मीणा सीएम भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में बुलाई गई किसानों, पशुपालकों… और डेयरी संघ के प्रतिनिधियों के साथ बजट पूर्व संवाद बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए…. दरअसल, किरोड़ीलाल मीणा को सीएमओ में चल रही प्री बजट बैठक में भी शामिल होना था…. लेकिन वो नहीं आए…. उनको छोड़कर पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत, जलसंसाधन मंत्री सुरेश रावत, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर… और सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक बैठक में शामिल हुए…. किरोड़ीलाल मीणा की गैरमौजूदगी के बाद इस बात को लेकर चर्चा तेज हो गई कि वो पहले ही सरकार गाड़ी… और ऑफिस आना छोड़ चुके हैं… और अब बजट सुझाव को लेकर हो रही महत्वपूर्ण बैठक में भी शामिल नहीं हुए…. ऐसे में उनके इस्तीफे की संभवना बढ़ जाती है…. लेकिन इसी बीच किरोड़ीलाल मीणा वीसी के जरिए बैठक में शामिल हो गए….
आपको बता दें कि सीएम भजनलाल शर्मा सोमवार से ही अलग-अलग सेक्टर से जुड़े लोगों के साथ बजट पूर्व संवाद कर रहे हैं…. अभी तक जितनी भी प्री बजट बैठकें हुई हैं… उन बैठकों में संबंधित विभाग से जुड़े मंत्री मौजूद रहे हैं…. शुक्रवार को सीएमओ में किसान, पशुपालक और डेयरी प्रतिनिधियों के साथ सीएम संवाद कर रहे हैं… आपको बता दें कि कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने दौसा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा के चुनाव हारने पर मंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था…. किरोड़ी मीणा लगातार दौसा लोकसभा सीट से प्रचार के दौरान इस बात को लेकर बयान देते रहे…. और उन्होंने कहा था कि अगर उनके क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी की हार होती है…. तो उसकी जिम्मेदारी उनकी होगी… और ऐसी स्थिति में वो मंत्री पद छोड़ देंगे…. वहीं, लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा को हार का सामना करना पड़ा… चुनाव परिणाम सामने आने के बाद किरोड़ीलाल मीणा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के जरिए इस्तीफे के संकेत भी दिए थे…. और उन्होंने ने लिखा भी था कि ‘रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाए….
हालांकि, उन्होंने परिणाम आने के 15 दिन बाद भी इस्तीफा नहीं दिया… लेकिन सरकारी गाड़ी और विभाग की फाइलें देखनी बंद कर दी…. इतना ही नहीं मीणा पिछले 15 दिन में किसी विभागीय बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे…. लेकिन शुक्रवार को जिस तरह से बजट पूर्व संवाद बैठक में वो वीसी के जरिए जुड़े…. उसके बाद अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की दखल के बाद मीणा इस्तीफा देने के फैसले से पीछे हट गए हैं…. वहीं भाजपा की दौसा में हार पर मंत्रिमंडल से इस्तीफे का ऐलान कर चुके राज्य के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने सरकारी सुविधाएं छोड़ दी है…. हालांकि, इस्तीफा कब देंगे इसको लेकर मीणा की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल रहा है…. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वो जल्द ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस्तीफा मेल कर सकते हैं….
वहीं जब मंत्री किरोड़ी लाल मीणा किसी भी बैठक में भाग नहीं ले रहें है… और अब अचानक से वीसी के जरिए मीटिंग में जुड़ना कुछ समझ नहीं आ रहा है… फिलहाल राजस्थान के दिग्गज नेता मीणा को समझाने में लगे हुए है… और मीणा से इस्तीफा नहीं देने की बात कर रहें हैं… ऐसे में अब सियासी गलियारों में कयास लगाए जा रहें हैं कि शायद अब मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपना इस्तीफा देने का मन बदल लिया है… और शायद अब वो अपने पद से इस्तीफा न भी दें… लेकिन जिस तरह से लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है… जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है… विपक्ष लगातार बीजेपी पर हमलावर है… लोकसभा चुनाव दो हजार चौबीस में बीजेपी की करारी हार हुई है…. जनता ने मोदी की गारंटी को नकार दिया है… और पूरी तरह से मोदी की लहर का खात्मा हो गया है… भले ही मोदी ने बैसाखी के सहारे सराकार बना ली है… लेकिन पार्टी में अंतर्कलह जारी है… और देश की राजनीति में बदलाव की लहर है… विपक्ष मजबूत स्थिति में है.. और सरकार को आईना दिखाने का काम कर रहा है… मोदी अपने पिछले दस साल से ध्रुवीकरण की राजनीति कर रहे थे… जिसका जनता ने दो हजार चौबीस में करारा जवाब दिया…
आपको बता दें कि राजस्थान की राजनीति में इस समय उतार टढ़ाव का दौर जारी है… और किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर स्थिति स्पष्ठ नहीं हो पा रही है… जिससे सियासी हलचल जोरों पर है… वहीं किरोड़ी लाल मीणा को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहें है… वहीं अब देखना यह होगा कि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा इस्तीफा देते हैं… या फिर बैकफुट पर आकर अपने फैसलें को बदलते हुए इस्तीफा नहीं देते हैं… यह आने वाला वक्त तय़ करेगा…