WFI के अध्यक्ष का बड़ा फैसला, विनेश फोगाट समेत 6 पहलवानों को डायरेक्ट एंट्री 

पेरिस ओलंपिक को शुरू होने में अभी केवल 2 महीने रह गए हैं। पेरिस ओलंपिक की शुरुआत 26 जुलाई को होगी और यह खेल 11 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह का बयान सामने आया है...

4PM न्यूज़ नेटवर्क: पेरिस ओलंपिक को शुरू होने में अभी केवल 2 महीने रह गए हैं। पेरिस ओलंपिक की शुरुआत 26 जुलाई को होगी और यह खेल 11 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह का बयान सामने आया है। WFI के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि आगामी ओलंपिक खेलों के लिए कुश्ती में कोई ट्रायल नहीं होगा। WFI ने फैसला किया है कि कोटा मिले हुए रेसलर्स को अब पेरिस ओलंपिक में डायरेक्ट एंट्री दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पुराने नियम को दरकिनार करते हुए यह फैसला लिया है। हालांकि, इसकी अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। इसकी घोषणा होने के साथ ही विनेश फोगट समेत कोटा मिले हुए 6 रेसलर्स को ट्रायल नहीं देना होगा।

आपको बता दें कि विनेश फोगाट (50 किग्रा), अंतिम पंघाल (53 किग्रा), रितिका हुड्डा (76 किग्रा), निशा दहिया (68 किग्रा), अंशु मलिक (57 किग्रा) शामिल हैं। वहीं पुरुष पहलवानों में कोटा से ओलंपिक खेलों में जाने वाले एकमात्र पहलवान अमन सहरावत होंगे, जो 57 किग्रा स्पर्धा में भाग लेंगे। यानी कोटा मिलने वाले 6 रेसलर्स अब बिना ट्रायल प्रक्रिया से गुजरे ओलंपिक खेलों में दावेदारी पेश कर पाएंगे।

WFI के अध्यक्ष संजय सिंह का बड़ा फैसला

WFI के अध्यक्ष संजय सिंह ने अपनी स्टेटमेंट में डायरेक्ट एंट्री का कारण बताते हुए कहा कि 5 पहलवानों ने हमसे आग्रह किया था कि ट्रायल ना करवाए जाएं क्योंकि इससे उनकी तैयारियों पर असर पड़ेगा। ऐसे में उन्हें वजन घटाना पड़ता और पूरा ध्यान ट्रायल्स पर चला जाता है। ऐसे में पेरिस ओलंपिक खेलों में बहुत कम समय बचा है।

इसलिए चयन समिति ने ट्रायल ना करवाने का निर्णय लिया है और ओलंपिक टीम में कोटा मिले रेसलर्स जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारतीय कुश्ती संघ में पहले भी ऐसा होता आया है।

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