भाजपा ने सिद्धारमैया से मांगा इस्तीफा, कहा- घोटाले में शामिल है सीएम और उनका परिवार

नई दिल्ली। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कथित घोटाले में अभियोजन के लिए राज्यपाल की मंजूरी को चुनौती देने वाली सीएम सिद्धारमैया की याचिका खारिज कर दी। इसके बाद से राज्य की सियासत तेज हो गई है। भाजपा ने इसको लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसको लेकर कहा कि कांग्रेस पार्टी को हमें बताना चाहिए कि कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले के बाद क्या मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का पद पर बने रहना उचित है? सिद्धारमैया को पद छोडऩा होगा। उन्होंने वह जमीन लूट ली जो एससी/एसटी समुदाय के लोगों के लिए थी।
शहजाद पूनावाला ने कहा कि घोटाले में 5000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया गया। सिद्धारमैया के परिवार और दोस्तों को फायदा हुआ। कांग्रेस पार्टी को एससी/एसटी समुदाय के लोगों की कोई परवाह नहीं है। क्या राहुल गांधी भ्रष्टाचार की दुकान पर लेंगे एक्शन? बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि हमने पहले भी स्पष्ट रूप से कहा था कि घोटाले में सीधे तौर पर सीएम शामिल थे और उनके परिवार लाभार्थी हैं। हमने भ्रष्ट मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए बेंगलुरु से मैसूरु तक पदयात्रा निकाली।
उन्होंने कहा कि मामला राज्यपाल के कार्यालय तक पहुंचा और राज्यपाल ने कागजात देखने और विशेषज्ञों से परामर्श करने के बाद मुकदमा चलाने की अनुमति दी। सीएम और उनके कैबिनेट सहयोगियों ने राज्यपाल कार्यालय के खिलाफ कई आरोप लगाए। अब जब मामला तक पहुंचा तो आज ने अपने फैसले में साफ कहा कि राज्यपाल की कार्रवाई कानून के मुताबिक थी। विजयेंद्र ने कहा कि फैसले से संकेत मिलता है कि सीएम और उनका परिवार घोटाले में शामिल है। हम पिछले दो महीने से मुडा घोटाले में सीएम के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि सीएम सिद्धारमैया हाई कोर्ट के फैसले का सम्मान करेंगे और इस्तीफा देंगे।
उन्होंने कहा कि बीजेपी भ्रष्ट कांग्रेस सरकार के खिलाफ लगातार लड़ रही है। हम भ्रष्ट सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब बीजेपी ने घोटाले का मुद्दा उठाया। एचसी ने कहा कि सीएम द्वारा चुनौती दी गई याचिका खारिज कर दी गई है। न्यायाधीश ने कहा है कि कानून के समक्ष सभी समान हैं। इस समय मैं मुख्यमंत्री सिद्धारमैया जी से इस्तीफा देने की मांग करता हूं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button