पवित्र धार्मिक और आध्यात्मिक कार्य पर भी वोटों की राजनीति करती है बीजेपी: कमलनाथ

शिवराज पर पलटवार, बोले- मैंने नहीं सोचा था कि आप कन्या पूजन में भी चुनावी लाभ देखेंगे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

भोपाल। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर पलटवार करते हुए कहा कि शिवराज जी, मैंने सपने में नहीं सोचा था कि आप कन्या पूजन जैसे पवित्र धार्मिक और आध्यात्मिक कार्य पर भी वोटों की राजनीति करने लगेंगे। पीसीसी चीफ ने कहा कि अरे आपको कांग्रेस के कन्या पूजन की इतनी फिक्र है तो हमारे राष्टï्रीय नेताओं से पूछने की क्या आवश्यकता है? महानवमी के पावन दिवस पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में भी कन्या पूजन और भंडारा हुआ था, आप भी आकर प्रसाद ग्रहण कर सकते थे।
उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा में भी कन्याओं का पूजन पूरे विधि विधान से किया गया। आप भी आकर देवी से आशीर्वाद ले सकते थे। लेकिन आप यह सब नहीं करेंगे क्योंकि आध्यात्मिकता धर्म और परंपरा इन तीनों में आपकी आस्था नहीं है। आपकी आस्था सिर्फ वोटों की सौदेबाजी में है। मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बयान पर कहा कि वह कन्या पूजन को नाटक नौटंकी बता रहे हैं। हजारों साल पहले से भारत में कन्याओं को देवियां मानकर उनकी पूजा करते हैं। उन्होंने कहा कि शर्म आनी चाहिए दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं को। यह भारतीय संस्कृति का अपमान हैं। उन्होंने कहा कि कि कन्या पूजन का विरोध करते हैं, नाटक और नौटंकी बताते हैं। यह भारती परंपराओं और सनातन धर्म का अपमान है।

30 अक्टूबर को इंदौर में शिवराज और कमलनाथ

मप्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपनी अपनी पार्टियों के प्रचार के लिए लगातार दौरे कर रहे हैं। 30 अक्टूबर के दिन शिवराजसिंह चौहान और कमलनाथ दोनों ही इंदौर आएंगे। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान इस दिन एक बड़ी रैली के रूप में सभी प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल कराएंगे और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक सभा को संबोधित करेंगे।
मप्र में विधानसभा चुनाव के चलते केंद्र के बड़े नेताओं के अब लगातार दौरे प्रस्तावित हैं। 29 अक्टूबर को देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी इंदौर आ रहे हैं। वे कैलाश विजयवर्गीय के चुनाव कार्यालय का शुभारंभ करने आ रहे हैं। दूसरी ओर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान 30 अक्टूबर को आएंगे और उनका कार्यक्रम अभी पूरा तय नहीं हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का जो कार्यक्रम अभी आया है, उसके अनुसार वे राजबाड़ा पर देवी अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और यहां से कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों के साथ नामांकन भरने जाएंगे।

दिग्विजय को गंभीरता से नहीं लेते हैं: ज्योतिरादित्य सिंधिया

ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के उस तंज को खारिज कर दिया कि वे मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से ‘भाग गए’। तीन साल पहले कांग्रेस छोडऩे वाले भाजपा नेता सिंधिया ने उलटा मीडिया से ही पूछ लिया कि क्या आप दिग्विजय सिंह को गंभीरता से लेते हैं? दरअसल, ग्वालियर में पत्रकारों ने उनसे वरिष्ठ कांग्रेस दिग्विजय सिंह की उस टिप्पणी के बारे में पूछा था, जिसमें उन्होंने भोपाल में सोमवार को कहा था कि कांग्रेस ने शिवपुरी से केपी सिंह को टिकट दिया है। जबकि उसने इस क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को टिकट देने का वादा किया था, क्योंकि ऐसी उम्मीद थी कि भाजपा की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी से चुनाव लड़ेंगे। लेकिन अंत में सिंधिया डर के कारण भाग गए। जानकारी के मुताबिक, सत्तारूढ़ भाजपा ने अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में तीन केंद्रीय मंत्रियों को मैदान में उतारा है। 2018 में बीजेपी की यशोधरा राजे सिंधिया ने शिवपुरी से जीत हासिल की थी। लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस बार चुनाव लडऩे से इनकार कर दिया। इस बीच, शिवपुरी और अशोक नगर के कुछ कांग्रेस नेता यहां सिंधिया की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए।

हार जीत कर्मों और जनता के आशीर्वाद पर निर्भर : उमा भारती

भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा है कि मेरे चुनाव नहीं लडऩे की बात मुझे नीचा दिखाने को फैलाई गई है। उन्होंने कहा कि हार जीत कर्मों और जनता के आशीर्वाद पर निर्भर है। भाजपा की फायर ब्रैंड नेता उमा भारती ने एक एक अन्य ट्वीट में दो विषय पर अपनी बातें रखीं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए मेरे चुनाव लडऩे की बात एक शरारतपूर्ण और मुझे नीचा दिखाने के लिए फैलाई गई अफवाह थी। मैंने 2019 का चुनाव लड़ते समय कहा था कि मैं 2024 का चुनाव लडूंगी और अब मैंने कुछ समय पहले यह कहा है कि इस बारे में मेरा बोलने का समय खत्म हो गया है। अब पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष इस पर वक्तव्य दे सकते हैं। वहीं, दूसरे विषय पर उमा भारती ने कहा कि कार्तिक मास में कुछ समय के लिए हिमालय जाती हूं। इसका मतलब पूरा महीना नहीं है। मेरी कुछ दिनों की अनुपस्थिति का मतलब यह नहीं निकाला जाना चाहिए कि मैं पार्टी को हराना चाहती हूं। हारना जीतना हमारे कर्मों से और जनता के आशीर्वाद से तय होता है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व सीएम उमा भारती ने फिर शराब दुकानों का मुद्दा उठाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मेरे बड़े भाई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जहां लाडली बहनें लिखकर देंगी वहां शराब की दुकान भी बंद हो जाएगी। पूर्व सीएम ने लिखा कि इसके लिए शिवराज जी का अभिनंदन, ऐसी कई दुकानें मेरी नजर में हैं। मैं अभी दो से तीन दिन में ही लाडली बहनों से लिखवा कर कलेक्टर के पास भिजवाती हूं। चुनाव आचार संहिता के चलते क्या वे सीएम की घोषणा को मानेंगे?

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