राजस्थान उपचुनाव में जुटी बसपा, पांच सीटों पर किया प्रत्याशियों का ऐलान
लोकसभा चुनाव में मायावती की पार्टी की ने बहुत खराब प्रदर्शन किया है... जिसके बारे में मायावती ने कभी सोंचा भी नहीं होगा... कि हमारी पार्टी इतना खराब प्रदर्शन करेगी...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद मायावती अपनी साख बचाने के लिए पूरी कोशिश में जुटी हुई है… और उपचुनाव की तैयारी में जुटी है… बता दें कि लोकसभा चुनाव में बसपा की हालात खराब हो गई… और पार्टी की साख खत्म हो गई… पूरे देश में बसपा एक भी सीट नहीं जीत पाई… और तमाम सीटों पर बसपा जमानत भी नहीं बचा पाई… वहीं कई सीटों पर बीजेपी की जमानत जब्त हो गई… बावजूद इसके अपनी साख को बचाने की पूरी कोशिश में मायावती जुट गई है… आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान मायावती ने अपने भतीजे को नेशनल कॉर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी के पद से हटा दिया था… और किसी दल के साथ बिना गठबंधन किए मायावती ने अकेले चुनावी मैदान में ताल ठोंकी थी… और करारी हार का सामना करना पड़ा…. वहीं इस बड़ी हार को देखते हुए मायावती एक बार फिर से बैकफुट पर आई और अपने भतीजे को एक बाक फिर से नेशनल कॉर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी बना दिया है… और आकाश आनंद को एक बार फिर से बड़ी जिम्मेदारी मिल गई है… वहीं अब आकाश आनंद मायावती की डूबती नैया को पार लगाने की जिम्मेदारी है… जिसको देखते हुए आकाश आनंद की एक बार फिर जिम्मेदारी बढ़ गई है… और उन्हें मायावती के मनसूबे को सार्थक बनाना है…
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में मायावती की पार्टी की ने बहुत खराब प्रदर्शन किया है… जिसके बारे में मायावती ने कभी सोंचा भी नहीं होगा… कि हमारी पार्टी इतना खराब प्रदर्शन करेगी… राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र सहित देश के किसी भी राज्य में बसपा का खाता तक नहीं खुला जो मायावती के लिए बड़ी चुनौती बन गया है… वहीं इस करारी हार से अपनी इज्जत बचाने के लिए मायावती उपचुनाव में पूरी जोर आजमाइश करने में लगी हुई है… और अपने भतीजे को एक बार फिर से जिम्मेदारी देखर अपनी नैया पार करने की कोशिश में जुट गई है… वहीं राजस्थान में होने वाले उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है… और आने वाले समय में घोषित उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर दी जाएगी… आपको बता दें कि उम्मीदवारों की घोषणा को बसपा प्रमुख मायावती के द्वारा कर दिया गया है… लेकिन अभी नामों को सार्वजनिक नहीं किया गया है… जिससे ऐसा प्रतीत होता हैं कि ऐसा किसी रणनीति के तहत किया गया है…. और सभी पार्टियों के उम्मीदवारों की नामों की घोषणा के बाद मायावती अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकती है…
आपको बता दें कि राजस्थान की पांच विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने बड़ा ऐलान कर दिया है…. प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का कहना है कि बसपा ने सभी सीटों पर चुनावी रण में उतरने की तैयारी शुरू कर दी है…. वहीं चुनाव की घोषणा होते ही प्रत्याशियों के नामों की भी जानकारी दे दी जाएगी…. और उनका कहना है कि उपचुनाव के लिए दौसा, देवली-उनियारा और झुंझुनू सीट पर पार्टी मजबूती से कम कर रही है…. जिसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दौसा सीट पर वर्ष दो हजार आठ में बसपा को जीत मिल चुकी है…. इन सीटों पर एससी-एसटी वोटर्स हार और जीत तय करते हैं…. बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि तेइस जून को लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती की अध्यक्षता में बैठक हुई थी… वहीं बैठक में निर्णय लिया गया कि बसपा राजस्थान में अकेले चुनाव लड़ेगी… और उन्होंने बताया कि आगामी नगरी निकाय चुनाव में भी बसपा सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी और मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी… वर्ष दो हजार अट्ठारह के विधानसभा चुनाव में बसपा को छः सीटों पर जीत मिली थी…. और दो हजार तेइस के चुनाव में बसपा सिर्फ दो सीटों पर चुनाव जीत पाई…. लोकसभा चुनाव में बसपा का खाता भी नहीं खुला… और उपचुनाव में बसपा अपनी ताकत दिखाना चाह रही है….
बता दें कि दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा सीट पर बसपा ने मजबूती से चुनाव लड़ा था…. इसलिए बसपा के अकेले चुनाव लड़ने से बीजेपी… और कांग्रेस दोनों पर असर पड़ेगा…. वहीं प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि अभी संगठन को मजबूत करने का काम चल रहा है….. इसके बाद प्रत्याशियों के नामों की घोषण होगी… पार्टी नगर निकाय चुनाव को लेकर भी तैयारी कर रही है… आपको बता दें कि राजस्थान में पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा…. इसके लिए सभी पार्टियां जीत की रणनीति बनाने में जुट गई है…. इन सीटों पर मुख्य रूप से बीजेपी-कांग्रेस के बीच टक्कर बताई जा रही है… लेकिन अब बसपा के चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद मुकाबला दिलचस्प हो गया है…. दरअसल लखनऊ में हुई मीटिंग में बसपा ने प्रदेश की सभी पांच सीटों पर उपचुनाव लड़ने का फैसला किया है…. प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि बसपा प्रदेश की सभी पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी… जिसकी तैयारियां शुरू कर दी है….
आपको बता दें कि दो हजार उट्ठारह के विधानसभा चुनाव में बसपा ने राजस्थान में छः सीटों पर जीत हासिल की थी…. लेकिन बाद में सभी छः विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे…. वहीं दो हजार तेइस के विधानसभा चुनाव में बसपा सिर्फ दो सीटें ही जीत पाई…. वहीं अब बसपा एक बार फिर से मैदान में उतरने की तैयारी में जुट गई है…. आपको बता दें प्रदेश में पांच विधायकों ने लोकसभा का चुनाव जीता है…. ऐसे में प्रदेश की देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, झुंझुनूं और दौसा सीट पर उपचुनाव होने हैं…. देवली उनियारा, दौसा, झुझुनूं सीट अभी कांग्रेस के पास है… बाकी चौरासी से भारतीय आदिवासी पार्टी और खींवसर आरएलपी के पास है…. वहीं अब देखना होगा की लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त पाने के बाद बहुजन समाज पार्टी विधानसभा उपचुनाव में क्या गुल खिलाती है… यह तो आने वाला वक्त तय करेगा…
आपको बता दें कि उपचुनाव के लिए अलग-अलग पार्टियां तैयारियों में जुट चुकी है… इस बीच कांग्रेस ने भी अपनी कमर कस ली है…. बता दें 5 विधानसभा सीटों में से तीन सीटों पर कांग्रेस के विधायक सांसद पहुंचे हैं… जबकि एक सीट पर RLP और एक सीट पर BAP के विधायक सांसद बने हैं… ऐसे में.कांग्रेस अपनी जीती हुई सीट को हाथ से निकलने नहीं देगी… वहीं विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने फिर से मोर्चा संभाल लिया है… गोविंद सिंह डोटासरा नेसंगठनात्मक सक्रियता बढ़ान के लिए पांचों विधानसभा क्षेत्र के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है… वहीं समिति द्वारा ब्लॉक, मण्डल तथा बूथ कांग्रेस कमेटियों की बैठक ली… और जाकर क्षेत्र के जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद किया जायेगा… और जमीनी स्तर पर संगठन का मतदाताओं से संवाद एवं जुड़ाव के लिए कार्ययोजना बनाकर चुनाव में जीत सुनिश्चित के लिए रूपरेखा तैयार करेंगे… लोकसभा चुनाव मेंबीजेपी को राजस्थान मेंतगड़ा झटका लगा है… राज्य के पांच विधायकों के लोकसभा सांसद चुने जाने के चलतेपांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं… कांग्रेस के सामने अपने विधायकों की सीट बचानेकी चुनौती है… तो बीजेपी की कोशिश उपचुनाव के ट्रेंड तोड़ने की है… पिछले दस सालों में हुए उपचुनाव में कांग्रेस का पलड़ा भारी रही है… कांग्रेस सत्ता में रही हो या फिर विपक्ष में उपचुनाव की बाजी मारती रही है… ऐसे में सत्ता की कमान संभाल रहे सीएम भजनलाल के लिए बीजेपी को उपचुनाव जिताने का जिम्मा है… वहीं इन सभी दावों का क्या रिजल्ट निकलकर सामने आता है.. और बसपा कितने सीटों पर चुनाव जीतती है… यह तो आने वाला वक्त तय करेगा…