बिहार में थम गया प्रचार, कल होगा दूसरे चरण का मतदान
कांग्रेस-राजद ने भाजपा-जदयू पर किया वार- पलटवार

एनडीए के 122 महागठबंधन के 126 प्रत्याशी मैदान में
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में दूसरे चरण का प्रचार रविवार को थम गया। राजद, भाजपा, कांग्रेस व जदयू ने जमकर रोडशो व रैलियों में आम जन से वोट मांगा। इसबीच राजग व महागठबंधन दोनों ने एक दूसरे पर पलटवार के साथ अपनी-अपनी जीत केदावे किए। भाजपा नेता अमित शाह व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक दूसरे पर तीखे प्रहार किए।
11 नवंबर यानी कल दूसरे चरण का मतदान होगा। 20 जिलों में 122 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है। चुनाव प्रचार थम चुका है। प्रत्याशी घर-घर जाकर मतदाताओं से मिल रहे। अंतिम चरण में राष्ट्रीय जनतांत्रिक के 122, महागठबंधन के 126 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इनमें भाजपा के 53, जदयू के 44, लोजपा-रामविलास 15, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के चार और हम के छह प्रत्याशी शामिल हैं।
वहीं राजद के 70, कांग्रेस के 37, वीआईपी के आठ, सीपीआई के चार, सीपीआई एमएल के छह और सीपीआई के एक प्रत्याशी के भाग्य का फैसला दूसरे चरण के मतदान में होना है।
वहीं जनसुराज पार्टी के 120 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इस चरण में पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, मंत्री विजेंद्र यादव, नीतीश मिश्रा, प्रेम कुमार, कृष्णनंदन पासवान, प्रमोद कुमार, शीला मंडल, लेशी सिंह, जयंत राज, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, लोजपा रामविलास के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी की प्रतिष्ठा, राजद के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी, रालोमो के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता, कांग्रेस के विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, भाकपा माले के विधायक दल के नेता महबूब आलम जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।

नीतीश कुमार ही हमारे सीएम उम्मीदवार : धर्मेन्द्र प्रधान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री और बिहार भाजपा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, जो विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले बिहार में प्रचार कर रहे हैं, ने सोमवार को स्पष्ट रूप से कहा कि जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख नीतीश कुमार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने को लेकर कोई भ्रम नहीं है। प्रधान ने बताया कि प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) बिल्कुल स्पष्ट रहे हैं। उन्होंने पहले ही कह दिया है कि हमारे पास कोई पद खाली नहीं है। हमें उस व्यक्ति (जो वर्तमान मुख्यमंत्री हैं) का नाम क्यों लेना चाहिए? नाम तो नीतीश कुमार का है। भ्रम कहाँ है? हमें कोई भ्रम नहीं है। हमारा (मुख्यमंत्री) चेहरा नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा न बनाए जाने पर कुशवाहा समुदाय में संभावित असंतोष के बारे में पूछे जाने पर, प्रधान ने कहा कि इस बार कुशवाहा समुदाय हमारे साथ है। जो नाराज़ थे, वे सब वापस आ गए। सम्राट चौधरी, उपेंद्र कुशवाहा, इस देश के दो महान कुशवाहा नेता, एनडीए के साथ हैं।
बदलाव निश्चित है : तेजस्वी यादव
दूसरे चरण के मतदान से पहले राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रथम चरण के बाद एनडीए खेमे में भारी गमगीन माहौल है। इस बार बदलाव निश्चित है इसलिए अधिकारी फ़ोन करने वाले का स्क्रीनशॉट तक हमें भेज रहे है। बिहार सरकार के ईमानदार अधिकारी बिना रिटायर्ड अधिकारियों के दबाव में आए संविधान सम्मत अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। दो गुजराती येनकेन प्रकारेण बिहार पर कब्जा करना चाहते है। वो बिहार को अपना उपनिवेश बनाना चाहते है। बिहार की जनता संविधान विरोधी कार्य करने वाले बेगैरत बे-ज़मीर सत्ताधारी नेताओं को कड़ा सबक सिखाने के लिए एक पैर पर खड़ी है। गणतंत्र की जननी बिहार में इनकी वोट चोरी हरगिज नहीं चलेगी। जनता हर प्रकार से यानि हर प्रकार से इनकी वोट चोरी और लोकतंत्र की डकैती रोकने के लिए तैयार है।
एनडीए प्रचंड जीत हासिल करेगा : सम्राट
बिहार की जनता पूरी तरह से एनडीए के साथ है। उन्होंने दावा किया कि 11 नवंबर को होने वाले मतदान में एनडीए प्रचंड जीत हासिल करेगा। तारापुर विधानसभा के प्रत्याशी सम्राट चौधरी ने जनता से अपील करते हुए कहा कि 11 नवंबर को भारी संख्या में मतदान करें और विकास, सुरक्षा व स्थिरता के लिए एनडीए की सरकार दोबारा बनाएं। सम्राट चौधरी ने कहा कि भाजपा शासनकाल में रोजगार, शिक्षा और उद्यमिता को लेकर बड़े पैमाने पर काम हुआ है। विपक्ष पर हमला बोलते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि यह लोकतंत्र है, राजतंत्र नहीं। जनता तय करेगी कि राजा कौन बनेगा, न कि कोई परिवार।
पिछले कुछ सालों में जजों पर आरोपों का चलन बढ़ा : गवई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (सीजेआई) बी.आर. गवई ने सोमवार को एक अहम टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जजों के किसी पार्टी के फेवर में आर्डर पास न करने की स्थिति में उसके खिलाफ गलत आरोप लगाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। 23 नवंबर को रिटायर होने वाले सीजेआई गवई आज एन. पेड्डी राजू केस में कोर्ट की अवमानना पर सुनवाई कर रहे थे। इस केस में सुप्रीम कोर्ट ने राजू को तेलंगाना हाई कोर्ट की जज जस्टिस मौशुमी भट्टाचार्य के खिलाफ गलत टिप्पणी करने के लिए फटकार लगाई।
सीनियर एडवोकेट संजय हेगड़े कहा कि तेलंगाना हाईकोर्ट के जज द्वारा राजू की माफी स्वीकार कर ली गई है, जिसके बाद कोर्ट ने केस बंद कर दिया। हालांकि चीफ जस्टिस ने साफ कर दिया कि वह इससे खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा, ऐसी हरकतों की कड़ी निंदा होनी चाहिए। चीफ जस्टिस की बेंच ने कहा, इस कोर्ट ने 1954 में ही यह कहा था कि वकील कोर्ट के ऑफिसर होने के नाते कोर्ट के प्रति अपनी ड्यूटी निभाते हैं। कानून की शान सजा देने में नहीं, बल्कि माफी मांगने पर माफ करने में है। चूंकि राजू ने हाईकोर्ट के जिस जज के खिलाफ आरोप लगाए गए थे उन्होंने उसकी माफी स्वीकार कर ली है, इसलिए हम आगे कोई कार्रवाई नहीं करेंगे।
वकील सावधानी बरतें : जुलाई में टॉप कोर्ट ने याचिकाकर्ता और उसके वकीलों को तेलंगाना हाईकोर्ट के जज के खिलाफ अपनी याचिका में गलत आरोप लगाने के लिए अवमानना नोटिस जारी किया था। सुप्रीम कोर्ट ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए याचिका वापस लेने की इजाजत देने से इनकार कर दिया और कहा, हम किसी भी याचिकाकर्ता को किसी जज के खिलाफ ऐसे आरोप लगाने की इजाजत नहीं दे सकते।
राजनीति में आ रहीं नई पार्टियों की कोई विचारधारा नहीं: उदयनिधि स्टालिन
डीएमके नेता का टीवीके अध्यक्ष विजय पर तीखा हमला
बोले- बिना विचारधारा की पार्टी गत्ते के बक्से जैसी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। तमिलनाडु के डिप्टी सीएम और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने टीवीके अध्यक्ष और फिल्म अभिनेता विजय पर तीखा हमला बोला है। डीएमके पार्टी के एक कार्यक्रम में उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि राजनीति में आ रहीं नई पार्टियों की कोई विचारधारा नहीं होती और वे गत्ते के बक्से के समान होती हैं। कुछ माह पहले ही विजय ने टीवीके का गठन किया है और पार्टी पहली बार विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेगी।
उदयनिधि स्टालिन ने टीवीके या विजय का नाम नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि उदयनिधि का निशाना टीवीके और विजय ही हैं। उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि कई नई पार्टियां डीएमके की विचारधारा को तबाह करने के लिए आ रही हैं, लेकिन डीएमके के लिए विचारधारा ही उसका आधार है। अगर विचारधारा मजबूत होगी तो उस पर इमारत भी मजबूत ही बनेगी। आज कई लोग राजनीति में आ रहे हैं, लेकिन उनकी कोई विचारधारा ही नहीं है। अपनी बात समझाते हुए उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि ताजमहल और एफिल टावर की तस्वीरें देखकर लोगों ने अपने शहरों में भी उनके मॉडल दिखाए, जिन्हें देखने भारी संख्या में लोग उमड़े, लेकिन आखिर में वे सिर्फ गत्ते के बक्से निकले। जिनका कोई आधार या विचारधारा नहीं है। एक हल्की सी हवा भी उन्हें उड़ा सकती है।
गांधी सरनेम पर शिवसेना ने प्रियंका गांधी को घेरा
शाइना एनसी बोलीं- नाम से कोई गांधी के सिद्धांतों का पालन नहीं करता
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। शिवसेना नेता शाइना एनसी ने प्रियंका गांधी वाड्रा पर महागठबंधन की तुलना महात्मा गांधी के संघर्ष से करने पर हमला बोला। शाइना ने कहा कि गांधी सरनेम होने से कोई महात्मा गांधी के सिद्धांतों का पालन नहीं करता। उन्होंने बिहार में विकास के लिए राजग को एकमात्र विकल्प बताया।
प्रियंका गांधी ने कटिहार में कहा था कि महागठबंधन की लड़ाई नागरिकों के अधिकारों की रक्षा की लड़ाई है और भाजपा लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा, महात्मा गांधी हमेशा अहिंसा और शांति की बात करते थे, लेकिन वहां (बिहार में), आप उन्हीं लुटेरों के साथ महागठबंधन में हैं। झूठ मत फैलाइए, क्योंकि बिहार के लोग जानते हैं कि अगर वे विकास के लिए वोट देना चाहते हैं तो उनके सामने एकमात्र विकल्प राजग है। इससे पहले शनिवार को प्रियंका गांधी ने कटिहार के कदवा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, आज कांग्रेस पार्टी और महागठबंधन जो लड़ाई लड़ रहे हैं, वही लड़ाई महात्मा गांधी ने भी लड़ी थी।
बिहार चुनाव में हार मान चुका है राजग: पवन खेड़ा
बोले कांग्रेस नेता- मंत्री कर रहे आवास खाली करने की तैयारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने दावा किया कि बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने हार स्वीकार कर ली है और इसके कई मंत्री अपने सरकारी आवास खाली करने की तैयारी कर रहे हैं।
खेड़ा ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि हार की आशंका को देखते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन के इशारे पर अधिकारी महत्वपूर्ण फाइलों को इधर-उधर कर रहे हैं। उन्होंने कहा, पहले चरण के मतदान के बाद मतदाताओं के उत्साह और अंतिम चरण (11 नवंबर) में होने वाले मतदान को लेकर ‘इंडिया’ गठबंधन के पक्ष में दिख रहे रुझान के बाद राजग नेताओं ने हार मान ली है। खेड़ा ने आरोप लगाया, हमें जानकारी मिली है कि उपमुख्यमंत्री समेत राजग सरकार के कई मंत्री अपने सरकारी आवास खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं। यह भी संभव है कि जल्द ही उन स्थानों पर, जहां ये फाइलें रखी गई हैं, आग लगने की खबरें सुनाई दें।
कांग्रेस में विशिष्ट लोकतांत्रिक भावना जिससे लोग खुलकर बोलते हैं
कांग्रेस ने पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी पर शशि थरूर की हालिया टिप्पणी से खुद को पूरी तरह अलग कर लिया और कहा कि केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर अपनी बात खुद कहते हैं। कांग्रेस ने यह भी कहा कि थरूर ऐसी टिप्पणियां करते रहते हैं और कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) अपनी अनूठी लोकतांत्रिक भावना को दर्शाती है। कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा हमेशा की तरह, डॉ शशि थरूर अपनी बात खुद ही कह रहे हैं और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उनके हालिया बयान से पूरी तरह अलग है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सांसद और सीडब्ल्यूसी सदस्य के तौर पर उनका ऐसा करना कांग्रेस की विशिष्ट लोकतांत्रिक और उदारवादी भावना को दर्शाता है। शनिवार को आडवाणी के 98वें जन्मदिन पर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आधुनिक भारत की दिशा तय करने में पूर्व उप-प्रधानमंत्री की भूमिका की सराहना की और उनके साथ अपनी तस्वीर भी साझा की। इस पर, वकील संजय हेगड़े ने आडवाणी की आलोचना की, लेकिन थरूर ने जवाब दिया कि वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता की विरासत को सिर्फ़ रथ यात्रा से परिभाषित नहीं किया जा सकता।



