राज्य में 7 जनवरी से जाति आधारित सर्वे हो चुका है शुरू
कोर्ट से नीतीश सरकार को ‘सुप्रीम’ राहत
- सर्वोच्च अदालत ने कहा-इस मामले में पहले संबंधित हाई कोर्ट का खटखटाएं दरवाजा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में जाति आधारित जनगणना कराने के बिहार सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली विभिन्न याचिकाओं पर विचार करने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को संबंधित उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने और कानून के अनुसार उचित कदम उठाने की अनुमति दी है। बता दें कि बिहार निवासी अखिलेश कुमार ने बिहार सरकार के जातीय जनगणना कराने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।
दायर याचिका में कहा गया था कि जातीय जनगणना का नोटिफिकेशन मूल भावना के खिलाफ है और यह संविधान के मूल ढांचे का उल्लंघन है। याचिका में जातीय जनगणना की अधिसूचना को खारिज करने की मांग की गई थी। अखिलेश के अलावा हिंदू सेना नामक संगठन ने भी जातीय जनगणना की अधिसूचना पर रोक की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस याचिका में आरोप लगाया गया था कि जातिगत जनगणना कराकर बिहार सरकार देश की एकता और अखंडता को तोडऩा चाहती है।
गौरतलब है कि बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने बीते साल 6 जून को जातीय जनगणना की अधिसूचना जारी कर दी थी। बिहार में 7 जनवरी से जाति आधारित सर्वे शुरू हो चुका है। राज्य सरकार ने इस सर्वे को कराने की जिम्मेदारी जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट को सौंपी गई है। इसके तहत सरकार मोबाइल फोन एप के जरिए हर परिवार का डाटा डिजिटली इक_ïा कर रही है। साथ ही इस सर्वे में लोगों की आर्थिक स्थिति और आय से जुड़े सवाल भी हैं।
कश्मीर में बारिश में पहनी जैकेट, रुकते ही फिर टी-शर्ट में आ गए राहुल गांधी : ‘दु:ख-दर्द बांटने और आंसू पोंछने आया हूं’
- परमवीर चक्र विजेता बाना व बलवीर सिंह ने भारत जोड़ो का किया समर्थन
- मोदी न गुलाम किसी का नहीं लिया नाम, निशाने पर रही भाजपा-आरएसएस
- कठुआ में बारिश के बीच भी लोगों ने दिखाया भारत जोड़ो यात्रा में भारी उत्साह
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू। जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा का आज दूसरा दिन है। कठुआ जिले में यात्रा बारिश के बीच जारी रही लोग उत्साह से इसमें जुड़े हैं। कड़ाके की ठंड के बीच राहुल गांधी ने काली रंग की सुबह जैकेट पहनी। राहुल गांधाी ने पूर्वजों के जम्मू-कश्मीर का ही होने की बात कही। कहा कि उनकी आज घर वापसी हो रही है। उन्हें यहां के लोगों के दु:ख-दर्द का पता है और उसे बांटने के लिए ही आया हूं। नौ-दस दिन यहां रहूंगा और आपके आंसू पोंछने का प्रयास करूंगा। उन्होंने अपने भाषण में बेरोजगारी, महंगाई का जिक्र भी किया।
बारिश थमते ही राहुल एक बार फिर राहुल गांधी टी-शर्ट में नजर आए। इलाके का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के करीब है। परमवीर चक्र विजेता बाना सिंह भी भारत जोड़ो यात्रा में पहुंचे। बरनोटी से पहले पूर्व एमएलसी ठाकुर बलबीर सिंह को भी राहुल से मुलाकात के लिए सुरक्षा घेरे के भीतर बुलाया गया। सुबह के समय शिव सेना सांसद संजय राउत भी पैदल यात्रा में शामिल हुए। राहुल ने अपने बयान में यहां भाजपा व आरएसएस को निशाने पर रखा। मोदी और अपने पुराने साथी गुलाम नबी आजाद का भी नाम नहीं लिया।
स्वागत से गदगद नजर आए राहुल
कठुआ में बारिश के बीच भी लोगों में यात्रा को लेकर गजब का उत्साह रहा। यहां के लोगों का प्यार देखकर राहुल गदगद हो गए। यात्रा सुबह आठ बजे हटली मोड से शुरू हुई। इसे बाद कालीबड़ी, पल्ली मोड़ से होते हुए बरनोटी तक पहुंची। जगह-जगह लोग यात्रा और राहुल गांधी को देखने के लिए रुके रहे।