बीआरएस नेता के कविता के पीछे पड़ी CBI !

लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है और सभी प्रत्याशी एवं दल जोरो-शोरों से अपने चुनाव प्रचार में लग गए हैं।

4PM न्यूज़ नेटवर्क: लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है और सभी प्रत्याशी एवं दल जोरो-शोरों से अपने चुनाव प्रचार में लग गए हैं। जहां एक ओर प्रचार अभियान में बड़ी-बड़ी रैलियां एवं रोड शो आयोजित किए जा रहे हैं, लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए आज नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है। 12 राज्यों की 94 सीटों पर 7 मई को मतदान होगा।

के.कविता की हिरासत पर CBI ने दी दलीलें

सीबीआई बीआरएस नेता के कविता की मुश्किलें दिन-प्रतिदिन बढ़ाती ही जा रही है। जिसके चलते उनकी मुश्किलें कम होने के बजाय और बढ़ता ही जा रहा है। सीबीआई ने आज एक स्थानीय अदालत से कविता की पांच दिन की हिरासत की मांग की है जिसे लेकर कोर्ट आज शुक्रवार को एक आदेश पारित करेगा। बता दें, कोर्ट ने आवेदन पर सीबीआई के साथ-साथ कविता की ओर से पेश वकील की दलीलें सुनने के बाद आदेश सुरक्षित रख लिया है।

सब्जी बेचकर प्रचार करने में जुटा तमिलनाडु प्रत्याशी

चुनावी अभियान में आपने बड़ी-बड़ी रैलियां मेगा रोड शो और भव्य आयोजन देखे होंगे लेकिन तमिलनाडु के एक प्रत्याशी ने चुनाव प्रचार का अनोखा तरीका अपनाया है। वे रोज सब्जी बेचकर और फूलों की माला बनाकर अपना चुनाव-प्रचार करने में लगा हुआ हैं। जिसकी चर्चा चारो ओर छाई हुई है। एस दामोदरन प्रत्याशी जो तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वो किसी पार्टी से नहीं बल्कि निर्दलीय ही मैदान में उतरे हैं। खास बात तो ये है कि इस प्रत्याशी को भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान से नवाजा जा चुका है।

छापेमारी पर भड़के पप्पू ने दी CO को धमकी

पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्य़ाशी पप्पू यादव के कार्यालय अर्जुन भवन में पुलिस ने छापेमारी की। इस छापेमारी कार्रवाई में पप्पू यादव के एक प्रचार वाहन को भी पुलिस ने जब्त कर लिया। जिसकी भनक लगते ही पप्पू यादव कार्यालय जा पहुंचे। और उन्होंने पुलिस से सवाल करते हुए कहा कि किया कि आप किसके आदेश पर यहां आए हैं। जिसके बाद छापेमारी करने का ऑर्डर दिखाने को कहा। इस दौरान पप्पू यादव ने सीओ को धमकाते हुए कहा कि 26 तारीख के बाद अपना बोरिया बिस्तर बांध लेना।

ईश्वरप्पा ने बढ़ाई कर्नाटक में बीजेपी की चिंता

कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बागी भाजपा नेता केएस ईश्वरप्पा लोकसभा चुनाव को लेकर आज नामांकन दाखिल करेंगे। बता दें, उन्होंने शिवमोगा लोकसभा सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। जिस पर ईश्वरप्पा ने कहा कि मैं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ूंगा और जीतूंगा, क्योंकि, जनता मेरे साथ हैं।

कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को भेद पाएगी भाजपा ?

मध्य प्रदेश में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती छिंदवाड़ा सीट है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी इस सीट को जीत नहीं पाई थी। लेकिन इस बार राज्य नए सीएम मोहन यादव ने इसे अपनी साख का सवाल बना लिया है। और खुद सीएम मोहन यादव छिंदवाड़ा में अब तक 6 बार प्रचार करने पहुंच चुके हैं। जहां रोड शो से लेकर सभाएं भी की है। बता दें कि कांग्रेस ने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ को उम्मीदवार बनाया है

धैर्यशील के इस्तीफे से महाराष्ट्र में बिखरी बीजेपी

महाराष्ट्र में बीजेपी पर मुसीबत टूटती दिख रही है। धैर्यशील पाटील ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि वे जल्द ही एनसीपी शरद चंद्र पवार में शामिल हो सकते हैं। . वहीं धैर्यशील पाटील ने कहा कि पार्टी और जनता द्वारा उन पर जताए गए विश्वास के लिए वो हमेशा आभारी रहेंगे।

BJP का ‘बागी’, बाड़मेर से बेंगलुरु तक समर्थक

राजस्थान की बाड़मेर सीट से रविंद्र सिंह भाटी निर्दलीय लोकसभा चुनाव में हुंकार भर रहे हैं। महज 26 साल की उम्र में रविंद्र भाटी की एक पुकार पर ऐसी भीड़ जमा होती है। कि बड़े से बड़े नेता देखकर अपनी दुर्भाग्य पर रोना आ जाए। वहीं हैरानी की बात ये है कि भाटी की लोकप्रियता का समंदर सिर्फ बाड़मेर में ही हिलोरे नहीं मारता। बल्कि गुजरात से लेकर महाराष्ट्र तक भाटी के नाम की गूंज सुनाई देती है।

लालू की दलीलें सुन दिल्ली पहुंचे मोहन

कांग्रेस की बिहार इकाई का प्रभारी बनने के बाद मोहन प्रकाश पहली बार बीते दिनों पटना पहुंचे थे। जहां पार्टी-जनों के साथ चुनावी रणनीति पर विचार-विमर्श और प्रेस-वार्ता की। फिर वे अपने साथ उन छह संसदीय क्षेत्रों के दावेदारों की सूची लेकर दिल्‍ली लौट गए हैं जिन पर प्रत्याशियों की घोषणा 13 से 16 अप्रैल के बीच होनी है।

अन्नामलाई के सहारे नाक बचाने में जुटी भाजपा

जयललिता और करुणानिधि युग के अंत के बाद तमिलनाडु में सियासी दलों के बीच नए नेतृत्व को स्थापित करने की होड़ लगी हुई है। द्रविड़ पार्टियों में नए सियासी कल्ट को उभारने की बेचैनी दिख रही है। उधर भाजपा युवा अन्नामलाई के सहारे अपनी जगह बनाने की कोशिश में जुटी है तो वहीं कांग्रेस नए नेतृत्व के जरिये प्रासंगिकता बनाए रखने की तैयारी में है।

चुनाव अभियान से नदारद वसुंधरा-गहलोत!

भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे पूरे चुनाव अभियान में अपने पुत्र दुष्यंत सिंह के संसदीय क्षेत्र झालावाड़ को छोड़कर कहीं नजर नहीं आ रही हैं। यहां तक कि उन्होंने अपने गृहक्षेत्र धौलपुर करौली संसदीय क्षेत्र में एक भी दौरा नहीं किया है। उधर कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी अपने पुत्र वैभव गहलोत के संसदीय क्षेत्र सिरोही-जालौर में ही अधिक सक्रिय बने हुए हैं।

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